नई दिल्ली । भारत में मोबाइल मैलवेयर हमले बढ़ रहे हैं, जो एक चिंताजनक विकास है। एक रिपोर्ट के अनुसार इस समय भारत मोबाइल मैलवेयर हमलों का सबसे बड़ा निशाना बन गया है। जून 2023 से मई 2024 के बीच कुल हमलों में से 28 फीसदी हमले भारत में हुए हैं, जो काफी चिंताजनक है। रिपोर्ट बताती है कि बैंकिंग मैलवेयर हमलों में 29 फीसदी की वृद्धि और मोबाइल स्पाइवेयर हमलों में 111 फीसदी की चौंका देने वाली वृद्धि हुई है। इससे दिखता है कि साइबर खतरे भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं। भारतीय उद्यमों के लिए इस बढ़ते संकट का सामना करना महत्वपूर्ण है। एक ‎रिपोर्ट के अनुसार लीगेसी सिस्टम और असुरक्षित आईओटी/ओटी परिवेश साइबर अपराधियों का मुख्य निशाना बन रहे हैं। इसलिए उद्यमों को अपने सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने की जरूरत है ताकि उन्हें साइबर हमलों से बचाया जा सके। चिंताजनक बात यह है कि गूगल प्ले स्टोर पर 200 से अधिक खतरनाक ऐप थे जो संकेत करते हैं कि सुरक्षा के मामले में हमें और भी सतर्क रहना चाहिए। आईओटी मैलवेयर में भी 45 फीसदी की वृद्धि होना भी गंभीर बात है, जो साइबर खतरों की चुनौतियों को दिखाता है। भारत को लेन-देन सुरक्षा में सुधार करने की जरूरत है ताकि उन्हें साइबर अपराधों से निपटने में मदद मिल सके। यहाँ तक कि भारत ने एपीएसी क्षेत्र में भी अपनी स्थिति सुधारी है, जो एक सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए एक अच्छा उदाहरण है।