BECIL लोन फ्रॉड केस: जार्ज कुरुविला को CBI ने मुंबई से पकड़ा
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की मुंबई इकाई ने शुक्रवार को ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (BECIL) के पूर्व अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (CMD) जार्ज कुरुविला को गिरफ्तार किया है. BECIL के सीएमडी पर पुणे नागरिक परियोजना के लिए एक निजी फर्म को धोखाधड़ी से 50 करोड़ रुपए लोन देने का आरोप है. सीबीआई के अनुसार, लोन की वसूली नहीं करने से भारत सरकार को 58 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
सीबीआई ने इस मामले में जार्ज कुरुविला के अलावा BECIL के पूर्व जनरल मैनेजर डब्ल्यूबी प्रसाद को भी गिरफ्तार किया है. दोनों को गिरफ्तार करने के बाद मुंबई की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया. जहां से दोनों आरोपियों को कोर्ट ने 4 दिन की सीबीआई कस्टडी में भेज दिया है. सीबीआई का आरोप है कि दोनों ने 3 करोड़ रुपए की रिश्वत लेकर एक फर्म के मालिक को धोखाधड़ी से 50 करोड़ रुपए का लोन दिया गया था.
BECIL को 58 करोड़ रुपए का हुआ नुकसान
सीबीआई ने दोनों आरोपी कुरुविल्ला और प्रसाद को उनके आधिकारिक कर्तव्यों के निष्पादन के दौरान कथित कदाचार, चूक और कमीशन के आधार पर गिरफ्तार किया. सीबीआई के अनुसार, लोन की वसूली नहीं की गई और इसके बजाय इसे डायवर्ट कर दिया गया, जिससे बेसिल को 58 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. सूत्रों ने बताया कि जांच में किए गए खुलासे के अनुसार, कुरुविल्ला पर लोन देते समय लाभ प्राप्त करने का आरोप है.
अदालत ने अपने फैसले क्या कुछ कहा?
वहीं, इस मामले के सह-आरोपी प्रतीक कनकिया को 24 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. वह तब से न्यायिक हिरासत में था. सीबीआई ने कुरुविल्ला और प्रसाद के साथ कनकिया को शनिवार तक हिरासत में ले लिया है. सीबीआई को उनकी हिरासत देते हुए, अदालत ने कहा, ‘दोनों पक्षों के वकीलों को सुना. यह मामला सरकारी कर्मचारियों से जुड़ी गंभीर धोखाधड़ी से जुड़ा था. केस डायरी के जांच पर, पर्याप्त आधार हैं जो आरोपियों से हिरासत में पूछताछ की गारंटी देते हैं.’