कहां लिखित आदेश के बिना खत्म नहीं होगी हड़ताल
बालाघाट।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा अपनी विभिन्न प्रमुख मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही हैं इनकी हड़ताल आज 19 वें दिन भी जारी रही। नगर के आम्बेडकर चौक स्थित गार्डन में 18 अप्रैल से जारी इस हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य विभाग से जुड़े संविदा स्वास्थ कर्मचारियो ने संगठन के बैनर तले वर्षों से लंबित अपनी विभिन्न मांगों को पूरा किए जाने को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिन्होंने वर्षों से लंबित उनकी विभिन्न मांगों को तत्काल पूरा किए जाने की गुहार लगाते हुए एक रैली निकालकर जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट सरसवार को ज्ञापन सौपा।मुख्यमंत्री के नाम सौपे गए इस ज्ञापन में उन्होंने उनकी समस्त मांगो को पूरा किए जाने की गुहार लगाई। संगठन द्वारा मांग पूरी ना होने तक हड़ताल जारी रखने और प्रदेश संगठन के आव्हान पर 8 मई को भोपाल पहुचकर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है ।
इन मांगों को लेकर की जा रही हड़ताल
मध्यप्रदेश के एन.एच.एम. के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को अन्य राज्यों को भाति नियमित करने, 5 जून 2018 की नीति लागू कर उसके अनुसान नियमित कर्मचारियों का न्यूनतम 90 प्रतिशत वेतन एवं अन्य सुविधाऐ आज दिनांक तक एरियर सहित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के समस्त संविदा कर्मचारियों को तत्काल देने के आदेश जारी करने, एन.एच.एम. सपोर्ट स्टाफ को आउट सोर्सिंग से हटाकर तत्काल एन.एच.एम. में वापस लिए जाने, और बी. मॉक, लेखापाल, मलेरिया एम. पी. डब्ल्यू व अप्रेजल से निष्काशित कर्मचारियों को तत्काल एन.एच. एम. में वापस जाने और पूर्व हड़ताल में कर्मचारियों पर दर्ज मामले वापस लिए जाने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर इन संविदा कर्मचारी पिछले 19 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।
हमेशा मिलता रहा है आश्वासन
ज्ञात हो कि एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आवाहन पर 18 अप्रैल से प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल पर हैं। बताया जा रहा है कि वर्ष 2013 से लगातार अपनी मुख्य मांगों को लेकर शासन प्रशासन से मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी मांग आज तक पूरी नहीं की गई है जिसके चलते इसके पूर्व 2018 में भी संगठन के बैनर तले संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 42 दिन की हड़ताल की गई थी उस दौरान  मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं स्वीकार किया गया था संविदा एक शोषण प्रथा अन्याय पूर्ण व्यवस्था है इसे समाप्त किया जाएगा। लेकिन कुछ नहीं हुआ इसके बाद 5 जून 2018 को सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा एक नीति पारित की गई थी की संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को रेगुलर कर्मचारियों के समकक्ष 90त्न वेतनमान दिया जाए लेकिन एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को उस नीति का लाभ आज दिनांक तक नहीं दिया गया है। व मुख्यमंत्री की यह घोषणा आज तक सिर्फ घोषणा बनकर रह गई है। जिसके चलते अभी कुछ माह पहले 15 दिसंबर से 3 जनवरी तक एक बार फिर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने संगठन के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल की थी उस दौरान भी स्वास्थ्य मंत्री द्वारा 1 माह के भीतर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन आज दिनांक तक मांगो को पूरा नहीं किया गया। हर बार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ सरकार द्वारा वादाखिलाफी की जा रही है इसलिए कहीं ना कहीं प्रदेश के 32000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों में लगातार आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। जहां वर्षों से लंबित मांगे पूरी ना होने से नाराज संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने एक बार फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है जहां 18 अप्रैल से प्रदेश के 32,000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल पर हैं इस हड़ताल को 19 दिन बीत जाने के बावजूद भी अब तक कोई सकारात्मक निर्णय नहीं निकल पाया है जिसके चलते अब संगठन ने 8 मई को भोपाल घेराव का ऐलान किया है।
8 को करेंगे भोपाल का घेराव- डी पी खरौले
अनिश्चितकालीन हड़ताल और नगर में निकाली गई इस रैली को लेकर की गई चर्चा के दौरान संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला अध्यक्ष डी पी खरौले ने बताया कि आज हड़ताल का 19 वा दिन है। 3 दिन पूर्व प्रदेश संगठन कि मुख्यमंत्री से चर्चा हुई है जिस पर मुख्यमंत्री ने मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है वही हड़ताल खत्म करने की बात कही है। लेकिन हड़ताल खत्म करने का फैसला प्रदेश संगठन ने जिला अध्यक्षों पर डाला है।जिस पर बालाघाट सहित संपूर्ण मध्य प्रदेश के 52 जिलों के अध्यक्षों ने मांगों को लेकर लिखित आदेश जारी ना होने तक हड़ताल खत्म न किए जाने का फैसला लिया है।क्यो कि इसके पहले भी हमें कई आश्वासन मिले हैं वह आश्वासन आज तक पूरे नहीं हुए इसीलिए हमारी यहां हड़ताल जारी है आज संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने रैली निकालकर कलेक्टर ,विधायक के निवास और जिला पंचायत अध्यक्ष को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने का फैसला लिया था लेकिन कलेक्टर कार्यालय बंद है वही विधायक भी घर मे नही है इसलिए जिला पंचायत अध्यक्ष को ज्ञापन सौपा गया है। उन्होंने आगे बताया कि हमारी इस हड़ताल को अन्य संगठनों का भी समर्थन मिल चुका है 8 मई को संपूर्ण मध्य प्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी भोपाल का घेराव कर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे।वही जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हमारी यह हड़ताल जारी रहेगी।