यूक्रेन का दावा: रूसी सेना में लड़ रहे दो चीनी नागरिक पकड़े गए

रूस-यूक्रेन जंग के दौरान रूस की सेना में बाहर के सैनिकों के लड़ने की कई बार खबरें आई हैं. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि उनकी सेना ने रूसी सेना के साथ लड़ रहे दो चीनी लोगों को पकड़ लिया है. कीव के मुताबिक यूक्रेनी खुफिया दस्तावेज़ में खुलासा हुआ है कि अप्रैल के शुरू तक कम से कम 163 चीनी नागरिक रूस की सशस्त्र सेनाओं में शामिल हैं.
राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने 9 अप्रैल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “155 चीनी नागरिक यूक्रेन की धरती पर यूक्रेनियन के खिलाफ लड़ रहे हैं.” जेलेंस्की के इस दावे को चीन ने खारिज किया और इसको निराधार बताया. इससे पहले भारत, नेपाल और अन्य देशों के लोगों को भी जबरन यूक्रेन के खिलाफ मोर्चे पर भेजने का खुलासा हुआ था.
रूसी सेना दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सेना है, जिसमें लगभग 1.5 मिलियन सक्रिय सैनिक और 2 मिलियन रिजर्व सैनिक हैं. फिर सवाल आता है कि रूस के खुद के सैनिक कहां हैं, दो वह यूक्रेन के खिलाफ भाड़े के सैनिक भेज रहा है.
कहा गई पुतिन के सेना?
तीन साल से लंबे चले युद्ध के बाद रूसी सेना के मनोबल में भारी कमी आई है. युद्ध की शुरुआत में लग रहा था कि यूक्रेन को रूस आसानी से हरा लेगा, लेकिन यूक्रेन ने रूस का डट के सामना किया है और अभी तक हार नहीं मानी है. कई खबरों में बताया गया है कि रूस के सैनिक बीमारी या कोई और बहाना लेकर मैदान छोड़ कर भाग रहे हैं. वहीं रूसी सैनिकों में डिप्रेशन की समस्या भी काफी बढ़ गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि रूस किराए के सैनिकों पर निर्भर हो गया है और इन्हें दुनिया भर से रिक्रूट कर रहा है.
उत्तर कोरिया के साथ सौदा
रूस ने उत्तर कोरिया के साथ रक्षा डील की है और उत्तर कोरिया ने खुले तौर पर रूस में अपने सैनिकों को भेजा. जो यूक्रेन सेना के खिलाफ लड़ रहे हैं. किराए के सैनिकों का बार-बार सामने आना रूस जैसे बड़े देश के लिए शर्म का पल है, क्योंकि रूस अपने आपको अमेरिका की टक्कर का मानते हैं और उसके सैनिक यूक्रेन जैसे देश के सामने टिक नहीं पा रहे हैं.