भोपाल : संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान में जो कदम उठाये गये हैं, वह सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो। सभी वॉलेंटियर्स के रूप में आगे आयें और अपने-अपने स्तर पर प्रयास करें। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया शिवपुरी जिले के बदरवास में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत लाल तालाब के श्रमदान में शामिल हुए।

केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने पत्रिका समूह द्वारा किये जा रहे “अमृत जलम अभियान’’ की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रकृति के साथ हमारा सदैव संबंध रहा है और जल है तो कल है। उन्होंने कहा कि हमें यह दृढ़ संकल्प करना होगा कि हम आने वाली पीढ़ी के लिये जल को सुरक्षित रखेंगे। उन्होंने इस अभियान में सभी की भागीदारी के लिये बधाई दी।

कलियासोत को प्लास्टिक मुक्त बनाने की पहल

भोपाल जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में पर्यावरण संरक्षण के लिये एक महत्वपूर्ण पहल की गयी है। इसमें वन विभाग, तिंसा फाउण्डेशन और नगर निगम ने मिलकर अभियान शुरू किया है। इस अभियान में कलियासोत को प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प लिया। शहर के विभिन्न कॉलेजों के छात्र स्वैच्छा से इस अभियान में जुटे हैं। नगर निगम के कर्मचारी और वन विभाग का फ्रंटलाइन स्टॉफ भी इस अभियान में सक्रिय है। शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार और भोपाल की सुंदरता को बनाये रखने के लिये अभियान चलाया जा रहा है। उप वन मण्डलाधिकारी धीरज सिंह चौहान ने बताया कि कलियासोत डेम क्षेत्र बाघ भ्रमण क्षेत्र, जहाँ का इलाका प्राकृतिक सम्पदा से समृद्ध है, इसे भोपाल का आक्सीजन बेल्ट कहा जाता है। यह अभियान क्षेत्र के ईको सिस्टम और शहर के पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करेगा।

जन-जागरूकता बढ़ाने के लिये दीवारों पर लिखे जा रहे हैं संदेश

शहडोल जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के प्रचार-प्रसार एवं जन-जागरूकता के लिये दीवारों पर संदेश लिखे जा रहे हैं, जिससे लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इस अभियान में व्यापारी, गणमान्य नागरिक, जन-अभियान परिषद, स्वयंसेवी और समाजसेवी संस्थाएँ जिले में जल संरक्षण के लिये कार्य कर रही हैं। जिले में जल की महत्ता के बारे में ग्रामीणों को समझाइश भी दी जा रही है। पूरे जिले में अभियान के अंतर्गत अनेक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं।

अमरकंटक में जल-स्रोतों की साफ-सफाई का किया जा रहा है कार्य

अमरकंटक में जल गंगा संवर्धन अभियान में जल संरक्षण की नई पहल की गयी है। अनूपपुर जिले के डूमरकछार एवं अमरकंटक में जल-स्रोतों की साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है, जिसमें प्रशासन और जन-सहयोग मिलकर अभियान का हिस्सा बन रहे हैं।

धार के सरदारपुर में माही नदी को पुनर्जीवित करने के प्रयास

जल संकट की बढ़ती आशंका के बीच धार जिले के सरदारपुर नगर में सकारात्मक और प्रेरणादायी पहल की शुरूआत हुई है। अभियान में नगर के पुराने, उपेक्षित और विलुप्त हो चुके जल-स्रोतों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। इसमें माही नदी सहित पुराने जल-स्रोतों का जन-सहयोग से पुनरुद्धार किया जा रहा है। सरदारपुर नगर एसडीएम सुआशा परमार ने बताया कि माही नदी की वर्तमान स्थिति चिंताजनक है। इसका गहरीकरण का कार्य जन-सहयोग से निरंतर किया जा रहा है। साथ ही नगर में वर्षों पुराने कुएँ और बावड़ियों को भी पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। यह अभियान 30 जून तक निरंतर जारी रहेगा।

जन-अभियान परिषद द्वारा किया गया श्रमदान

डिण्डोरी जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में जनपद पंचायत समनापुर की ग्राम पंचायत झांकी माल में जन-अभियान परिषद विकासखण्ड समनापुर डिण्डोरी एवं नवांकुर संस्था, सामाजिक समरसता सेवा समिति झांकी रेयत अभियान के तत्वावधान में अभियान अंतर्गत कोसा टोला में हैण्डपम्प के आसपास की साफ-सफाई का कार्य किया गया और दूषित जल को हैण्डपम्प से दूर करने के लिये नाली एवं गड्ढा तैयार किया गया, जिससे वन्य-प्राणी, पशु-पक्षियों को आसानी से जल मिल सके।