बालाघाट। जिले के बहेला थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम सहेकी नाले के तेज बहाव में एक आठ वर्षीय बालक बह गया। सोमवार को 21 घंटे होने के बाद भी अब तक पता नहीं चल पाया है। मिली जानकारी के अनुसार रविवार को ग्राम सहेकी निवासी विशाल पिता महेश मेद्यनाथ अपने तीन-चार दोस्तों के साथ सहेकी नाले की तरफ खेलने के लिए गए हुए थे। खेलते समय विशाल मेद्यनाथ का हाथ खराब हो गया। जिसको धुलने के लिए वो नाले किनारे उतरा था। इसी दौरान पैर फिसलने से पानी के तेज बहाव होने से बह गया था। घटना की जानकारी उसके साथियों द्वारा घर जाकर दी गई। बहेला थाना प्रभारी जेपी त्रिपाठी ने बताया कि रविवार की शाम छह बजे सूचना मिली थी कि एक बालक सहेकी नाले में हाथ धोते समय पानी के तेज बहाव में आने से बह गया। जिसकी सूचना मिलने पर बालाघाट से एसडीइआरएफ की टीम बुलवाकर सोमवार सुबह से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। ठेकेदार ने पुल पर रखा है सामान ग्रामीणों का आरोप है कि सहेकी नाले पर पुलिया इस वर्ष ही बना है। पुलिया निर्माण तो हो गया है लेकिन वहां से अधिकांश सामग्री ठेकेदार द्वारा नहीं हटाई गई हैं। ऐसे में गांव के छोटे बच्चे नाले तरफ जाकर खेलते रहते है। रविवार को भी चार से पांच बच्चे नाले की पुलिया के पास खेल रहे थे। इसी दौरान विशाल मेद्यनाथ का हाथ खराब हो गया और वो नाले के बहते पानी से हाथ धोने किनारे उतरा था कि पैर फिसलने से गिर गया।