बालाघाट। बलिदानियों के गौरवशाली इतिहास को जन जन तक पहुचाने हुई परीक्षा
बालाघाट। आदिवासी जनजातीय समुदाय के गौरवशाली इतिहास को युवाओं के बीच पहुचाने की मंशा से बिरसा मुण्डा ट्राईबल सर्कल द्वारा रविवार को परीक्षा का आयोजन किया गया, जिसमे जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र बैहर बिरसा सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों से 198 छात्र छात्राओं ने हिस्सा लेते हुए परीक्षा दी। यह जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक एवं परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर घनश्याम परते ने बताया कि पूर्व में प्रथम चरण के रूप में सरदार पटेल विश्वविद्यालय के सभागार में ऐसा एक कार्यक्रम विश्वविद्यालय स्तर पर सामाजिक लोगों के बीच आयोजित किया था जिसकी गूंज राष्ट्रीय राजधानी तक पहुॅची थी, जिसे महाविद्यालय स्तर पर जिले के छः स्थलों पर आयोजित करके इसका दूसरा चरण पूर्ण किया गया। तीसरे चरण के तौर पर अब सीधे आदिवासी जनजातीय युवाओं से समिति का संवाद स्थापित हो रहा है जहा हम हमारे राष्ट्र नायकों, वीर बलिदानियों के गौरवशाली इतिहास को युवाओं के मध्य लेकर आये हैं जिसका सकारात्मक प्रभाव आदिवासी जनजातीय युवाओं तथा उनके माध्यम से समूचे समाज पर पड़ेगा तथा यह समुदाय पुनः विकास की मुख्य धारा से जुड़कर राष्ट्र के नव निर्माण में अपना योगदान देगा। यह परीक्षा 9 दिसंबर को सुबह 10 से 12 बजे तक नगर के महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल बालाघाट में हुई, सभी परीक्षार्थियों में काफी उत्साह देखा गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजीव गोपाल परते ने शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस पर उन्हें याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजीव गोपाल परते को जनजातीय नायकों के जीवन संघर्ष को उजागर करती पत्रिका जनजातीय गौरव गाथा पुस्तिका स्मृति स्वरूप भेंट की गई। गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन के जिलाध्यक्ष राहुल प्रधान बतौर परीक्षार्थी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस आयोजन में परीक्षा सह नियंत्रक राम मेरावी, परीक्षा प्रभारी सुश्री रमा तेकाम, परीक्षा सह प्रभारी डॉक्टर मिथिलेश्वरी घोरमारे एवं परीक्षा सहायक सरिता मडावी का विशेष योगदान रहा।