बालाघाट। जिले की ग्राम पंचायत गढ़ी, जो की कान्हा नेशनल पार्क से लगी है। नल जल योजना से गांव के लोगों को ठीक तरीके से पानी देने के लिए 24 वर्षों में 15 बार अलग-अलग जगह बोर करवाएं गए, लेकिन सफलता नहीं मिली।ऐसे में बारिश के तीन माह नल जल योजना बंद रहने से ग्रामीणों को पानी नहीं मिलता हैं। गढ़ी पंचायत में नल जल योजना बनने के बाद कश्मीरी नाले से पानी आता हैं। बारिश चालू होते ही नाले का पानी गंदा होने से पंचायत के वार्ड में सप्लाई बंद कर देते हैं। इससे गांव के लोगों को हैंडपंपों और कुएं के भरोसे रहना पड़ता है। इस हालत में अनेक लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही हैं।
350 से 400 फीट तक खनन
वर्ष 1999 में नल जल योजना की स्वीकृति मिली, तब दो बार बोर खनन करवाएं थे। उसके बाद वर्ष 2005 अप्रैल माह से गढ़ी पंचायत में नल जल योजना प्रारंभ की गई है, जिसमें कश्मीरी नाले से आता है। हर साल जुलाई माह से बारिश प्रारंभ हो जाती है और नाले में पानी बढऩे की वजह से गंदा पानी आने लगता हैं। इस हालत में जुलाई से लेकर सितंबर तक नल जल योजना को बंद कर दिया जाता है। हालांकि इस समस्या से निपटने के लिए नल जल योजना में बोर से सीधे पानी सप्लाई हो सके। इसीलिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी द्वारा 15 बार अलग-अलग जगह पर 350-450 फीट तक बोर खनन किया गया। इसके बाद भी बोर खनन करने में सफलता हाथ नहीं लगी। ऐसे में बारिश के दिनों में नल जल योजना से सप्लाई रोकनी पड़ती है और जिसका दंश लोगों को तीन माह तक भुगतना होता हैं ।
हैंडपंप व कुएं के भरोसे बुझ रही प्यास
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत गढ़ी में पूरे वार्ड 20 वार्ड हैं । इतने वार्ड में लगभग 800 मकान है और 4800 की आबादी है। इस पंचायत में हैंडपंप 66 और सार्वजनिक कुएं 42 है।इनके भरोसे वर्षाकाल में तीन माह तक ग्रामीणों को प्यास बुझानी पड़ती है। बताया गया है कि नल जल योजना से महज 13 वार्ड में पानी मिलता है और करीब 155 कनेक्शनधारी है, इनसे पानी का सौ रुपये प्रतिमाह लिया जाता है। इसके वसूली की जिम्मेदारी स्व-सहायता समूह के भरोसे है।पंचायत में इसी सत्र जल जीवन मिशन भी स्वीकृत हुई है। उसके लिए भी बोर खनन में परेशानी जा रही है।
फोकस प्वाइंट
- योजना स्वीकृत होने पर वर्ष 1999 में दो जगह खनन करवाएं थे बोर 7
- वर्ष 2010 में दो जगह बोर खनन करवाएं थे।
- वर्ष 2016-17 में सात जगह पर बोर खनन करवाएं थे।
- ये सभी बोर खनन 350-450 फीट तक करवाएं थे। -
- एक पानी की टंकी एक लाख लीटर क्षमता वाली है।
इतने साल में पांच सरपंचों का कार्यकाल बीत गया।
- इस सत्र में जल जीवन मिशन के अंतर्गत अप्रैल माह में दो बोर खनन किए गए।
इनका कहना है
नल जल योजना को हर साल जुलाई से लेकर सितंबर तक बंद रखना पड़ता है। कश्मीरी नाले में पानी बढऩे की वजह गंदा पानी आता है। नल जल योजना के लिए पूर्व में अलग-अलग जगह पर बोर खनन करवाएं जा चुके है, लेकिन सफलता नहीं मिलती है। इसके लिए वर्षाकाल में नल जल योजना को बंद करना पड़ता है। हालांकि पंचायत में जल जीवन मिशन योजना स्वीकृति मिली है। उसका काम चालू है।
रोशनी मेरावी, सरपंच, ग्राम पंचायत गढ़ी