बालाघाट। सरकार की नीति से खफा पंचायती राज के जनप्रतिनिधि
जनपद पंचायत बालाघाट में बैठक आयोजित कर लिया निर्णय
बालाघाट। त्रिस्तरीय पंचायत राज व्यवस्था के तहत पंचायत लेवल से लेकर जिला स्तर तक जनप्रतिनिधि चुने जाते हैं लेकिन उनकी समस्याओं पर सरकार द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता, जिसके कारण चाहे जिला पंचायत सदस्य हो जनपद सदस्य या फिर पंचायत स्तर के पदाधिकारी वे सभी सरकार की नीति से खफा है। इनके द्वारा समय-समय पर ज्ञापन के माध्यम से सरकार तक अपनी मांग पहुंचाई जाती है लेकिन उसका निराकरण नहीं किए जाने के कारण उन्हें आंदोलन करने जैसा कदम उठाने बाध्य होना पड़ता है। इसी कड़ी में सरकार की नीति से खफा होकर जनपद सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्य की महत्वपूर्ण संयुक्त बैठक सोमवार की दोपहर में जनपद पंचायत बालाघाट के सभागार में आयोजित की गई जिसमें अपनी मांगों को मनवाने के लिए आंदोलनात्मक कदम उठाए जाने का निर्णय लिया गया। बैठक के दौरान सर्वसम्मति से आगामी 18 तारीख को भोपाल में आंदोलन करने की रूपरेखा तैयार की गई। जनपद पंचायत बालाघाट के सभागार में आयोजित की गई यह बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट सरस्वार के प्रमुख उपस्थिति में आयोजित की गई, जिसमें जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा लिल्हारे, जनपद अध्यक्ष फूलचंद सहारे सहित जिला पंचायत सदस्य व जनपद सदस्य गण मौजूद रहे। बैठक के दौरान मांगों का निराकरण कराए जाने को लेकर विस्तार पूर्वक विचार विमर्श किया गया।
18 को आंदोलन करने के लिए रूपरेखा तैयार की गई - फूलचंद सहारे
बैठक के संबंध में जानकारी देते हुए बालाघाट जनपद अध्यक्ष फूलचंद सहारे ने बताया कि जनपद पंचायत बालाघाट के सभागार में मीटिंग रखी गई जिसमें दूरदराज से 100 किलोमीटर दूर से जनपद सदस्य बैठक में आते हैं, कई बार उनको पेट्रोल के लिए उधार मांग कर पेट्रोल डलवाकर आना पड़ता है उनको सरकार द्वारा बहुत कम मानदेय दिया जाता है। टाइड अनटाइड के कारण जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रो में काम नहीं करवा पाते। इसी तरह उनके सामने कई समस्याएं खड़ी हो जाती है इन्ही समस्याओं के निराकरण को लेकर आगामी 18 तारीख को भोपाल में आंदोलन करने के लिए रूपरेखा तैयार की गई है। सभी सदस्यों से निवेदन है अधिक से अधिक संख्या में आए और आंदोलन को सफल बनाएं।
मजबूत संगठन तैयार कर जल्द सम्मेलन किया जाएगा - सम्राट सरस्वार
बैठक में मौजूद जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट सरस्वार ने बताया कि जनप्रतिनिधियों की मांगों को लेकर बैठक रखी गई थी। वर्ष 1993-94 में त्रिस्तरीय पंचायती राज का गठन हुआ उस दौरान जो अधिकार दिए गए थे पूरे अधिकार खत्म हो गए। जिस तरीके से पुराने समय चल रहा था आज वह कुछ नहीं हो रहा, 15 सौ रुपए भत्ता मिल रहा है जिला पंचायत सदस्य जनपद सदस्य एवं पंचायत लेवल में भी समस्या आ रही है। स्थिति बहुत खराब है लेकिन वे बता नहीं पाते चुनाव के समय जो काम करवाने का वादा किया वह भी नहीं करवा पा रहे हैं। बहुत जल्द एक सम्मेलन करवाने वाले हैं जिसमें जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य व पंचायत स्तर के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। जनपद सदस्यों का भोपाल में धरना प्रदर्शन है उसकी रूपरेखा बनाने बैठे हैं जल्द ही जिले का मजबूत संगठन बनाकर सम्मेलन आयोजित करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जो अधिकारी विधायक मंत्री चाह रहे है वही काम हो रहे हैं, जिला पंचायत सदस्य जनपद सदस्य के काम को ऊपर से रोका जा रहा है जो कि बहुत गलत है। हम बड़ा आंदोलन करने की राह में चल रहे हैं।