बालाघाट। कांग्रेस में प्रत्याशी लगभग तय, फिर भी देरी
बालाघाट। इस जिले में कांग्रेस पार्टी बहुत मजबूत स्थिति में है प्रत्याशी चयन को लेकर भी ज्यादा मशक्कत करने जैसी स्थिति नहीं है, इसके बावजूद भी कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रत्याशी की घोषणा करने में देरी की जा रही है। जब तक पार्टी द्वारा प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की जाती तब तक लोगों में माथापच्ची बनी हुई है कि आखिर पार्टी किसे प्रत्याशी के तौर में चुनावी मैदान में उतारती है। बालाघाट जिले में दो सीट लगभग पूरी तरह फाइनल है उन दो सीटों में सिंगल नाम है क्योंकि उनके अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है, ऐसी दो सीटों में बैहर एवं लांजी सीट शामिल है। बैहर से वर्तमान विधायक संजय सिंह उईके जो की जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष है इनका नाम पहले से ही तय है क्योंकि इन्हें क्षेत्र की जनता पहले से प्रत्याशी के रूप में देखते हुए ही आ रही है। दूसरी सीट की बात करें तो वह विधानसभा लांजी है जिसमें वर्तमान विधायक सुश्री हिना कावरे का प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरना पूरी तरह फाइनल है, क्योंकि इनके अलावा लांजी में दूसरा कोई मजबूत उम्मीदवार ही नहीं है। जब कांग्रेस पार्टी के पास इन दोनों विधानसभा क्षेत्र में इनके अलावा दूसरे नाम जीताऊ उम्मीदवार के रूप में नहीं है तो फिर पार्टी उनके नाम की घोषणा करने में देरी क्यों कर रही है, यह बात क्षेत्रीय जनता को जबरन सोचने विवश कर रही है।
बालाघाट सीट में विचार करने जैसी कोई बात नहीं
हम बात करें अगर बालाघाट सीट की तो यहां कांग्रेस को विचार करने जैसी कोई बात नहीं दिख रही है। इस विधानसभा सीट में मंत्री गौरीशंकर बिसेन कई वर्षों से जीत दर्ज करते आ रहे हैं, यहां कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रत्याशी बदल बदल कर खड़े किए गए लेकिन किसी भी उम्मीदवार को सफलता नहीं मिल पाई। और जब तक इस सीट पर कांग्रेस पार्टी द्वारा कोई जीताऊ मजबूत उम्मीदवार गौरीशंकर बिसेन को टक्कर देने वाला नहीं उतारा जाता तब तक कांग्रेस पार्टी को सफलता मिलना संभव नहीं दिख रहा है। शायद इसी वजह से पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती अनुभा मुंजारे को कांग्रेस में लाया गया है, इनके कांग्रेस को ज्वाइन करने के बाद इस सीट को कांग्रेस के लिए पक्की सीट बताया जा रहा है। जब श्रीमती मुंजारे के अलावा कोई जीताऊ उम्मीदवार इस सीट के लिए नहीं है तो प्रत्याशी की घोषणा करने में पार्टी द्वारा देरी क्यों की जा रही है यह राजनीति से जुड़े लोगों एवं जनता में यक्ष प्रश्न बना हुआ है।
कटंगी और परसवाड़ा में फिफ्टी फिफ्टी की स्थिति
पूर्व सांसद बोधसिंग भगत के कांग्रेस में आने के बाद कटंगी सीट भी कांग्रेस के लिए मजबूत सीट हो गई है। बोधसिंग भाऊ के आते ही कार्यकर्ताओं में नया उत्साह देखा जा रहा है, यह जरूर है कि कुछ कांग्रेसियों द्वारा विरोध भी टिकट वितरण को लेकर किया जा रहा है। लेकिन सवाल चुनाव में विधानसभा सीट को जीतने का होता है प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा यदि बोधसिंग भगत को कांग्रेस में लाया गया है तो उसके पीछे कुछ न कुछ अच्छी सोच छिपी होगी। इनके अलावा यदि कटंगी में दावेदारो की बात करें तो श्रीमती केसर बिसेन और प्रशांत मेश्राम भी मजबूती के साथ लगे हैं, क्योंकि इनके द्वारा भी क्षेत्र में अच्छी खासी मेहनत की गई है। ऐसे में पार्टी किस पर विश्वास जताती है यह तो आगामी दो-चार दिनों में स्पष्ट हो जाएगा। कुछ इसी तरह की स्थिति परसवाड़ा सीट के लिए भी बनी हुई है, यहां पूर्व विधायक मधु भगत और शेषराम राहंगडाले दोनों ही दावेदारी कर रहे हैं इन दोनों में से पार्टी किसे चुनावी मैदान में उतारती है यह पार्टी नेतृत्व तय करेगा।
प्रत्याशी चयन के लिए वारासिवनी में मंथन जारी
विधानसभा क्षेत्र वारासिवनी में जब तक प्रदीप जायसवाल कांग्रेस में थे तब तक उनका एकमात्र उम्मीदवारी के रूप में नाम चलता था, लेकिन कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किए जाते ही कांग्रेस को प्रत्याशी चयन के लिए मंथन करना पड़ रहा है। फिर भी जो वहां सक्रिय नेता है उन्ही में से किसी एक को उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतारना पड़ेगा। ऐसे में सबसे मजबूत नाम विवेक पटेल का ही सामने आ रहा है, क्योंकि इनके द्वारा कुछ वर्षों से लगातार फ्रंट में आकर चाहे प्रदीप जायसवाल के खिलाफ हो या भाजपा के खिलाफ खुलकर बयान दिए गये। वही उनके बाद गोकुल गौतम सहित अन्य कुछ नेताओं के नाम भी दावेदार के रूप में सामने आते रहे हैं। दावेदार चाहे कितने भी हो लेकिन पार्टी को वारासिवनी में जीताऊ उम्मीदवार की तलाश है, ऐसे में पार्टी किस चेहरे को चुनावी मैदान में सामने लाती है यह काफी दिलचस्प होगा।
14 या 15 अक्टूबर को होगी पहली सूची जारी - संजय उईके
पार्टी से प्रत्याशियों की सूची जारी करने के संबंध में चर्चा करने पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष संजय सिंग उईके ने बताया कि पार्टी नेतृत्व द्वारा जल्द ही पहली सूची जारी की जाएगी, यह सूची 14 या 15 अक्टूबर को जारी हो जाएगी। पार्टी द्वारा सर्वे के आधार पर जीताऊ उम्मीदवारों को ही चुनावी मैदान में उतारा जा रहा है।