कंटगी। सयुक्त किसान मोर्चे के नेतृत्व में प्रदेश की राजधानी भोपाल से 3 अक्टूबर को शुरू हुई  किसान मजदूर बचाव यात्रा 8 अक्टूबर रविवार को सुबह 11 बजे जिला बालाघाट के कटंगी मुख्यालय  स्थित प्रशांति वाटिका पहुंची । इस यात्रा में मुख्य रूप से राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा कक्काजी के अलावा  13 राज्यों के संयुक्त किसान मोर्चे का प्रतिनिधिमंडल भी इस यात्रा में शामिल है। मंचासीन अतिथियों में ओमप्रकाश राजोरिया प्रदेश उपाध्यक्ष, रवि दत्त राष्ट्रीय संगठन महामंत्री, शोभाराम भलावी प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉ बहादुर सिसोदिया प्रदेश संगठन मंत्री, मनमोहन रघुवंशी प्रांत अध्यक्ष, गोपाल पाटीदार संगठन मंत्री, मुरार सिंह उत्तराखंड, के. एन. वीजू केरल, संजय कुमार बिहार, ललिता कुशवाहा झारखंड, के अलावा  किसान संघ के  अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे । सभी अतिथियों ने भगवान बलराम के छायाचित्र पर माल्यार्पण  पूजन अर्चन कर कार्यक्रम की शुरुवात की मंचासीन उद्बोधन के बाद राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने प्रेस वार्ता कर अपने संगठन की बात रखी  आयोजित प्रेस वार्ता में  उन्होंने बताया  3 अक्टूबर को भोपाल से शुरू की गई किसान मजदूर बचाव यात्रा शुरू की गई थी जो  मध्यप्रदेश के 52 जिलों का भ्रमण कर यह यात्रा 40 दिन तक चालू रहेंगी इस यात्रा के दौरान  प्रदेश के 15 जिलों में किसान सम्मेलनो  का भी आयोजन किया जायेगा जिससे किसानों में जनजागृति  आ सके यात्रा का समापन मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में किया जाएगा । यात्रा 3 अक्टूबर को ही क्यों निकाली जा रही है के सवाल पर उन्होंने कहा  दो वर्ष पूर्व 3 अक्टूबर 2021 को उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन कर रहे थे किसानों के आंदोलन को समाप्त करने उत्तरप्रदेश के मंत्री के बेटे ने आंदोलन कर रहे किसानों के ऊपर अपनी गाड़ी चला दी थी जिससे उस वक्त कुछ किसानों की मृत्यु हो गई थी । इसलिए इस दिन को हम शहिद दिवस के तौर पर मनाते है किसान नेता कक्काजी ने बताया इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य किसानों को जागृत करना, उन्हे उनके अधिकारों और हक की जानकारी देना अभी तक देश में ऐसी कोई भी सरकार नहीं आई है, ना आगे आयेंगी  जिसने किसानों  की चिंता की हो ।हमारी 166 मांगे है जिसमें दो प्रमुख मांग है खुशहाली के दो आयाम  और फसल के पूरे दाम चुनावो  के वक्त सभी नेताओ के सारे भाषण जुमलेबाजी ही होते हैं चुनाव के समय ही नेताओ को सब याद आता है। लोकसभा चुनाव के पहले 2024 में  देश की राजधानी  में किसानों का एक बड़ा आंदोलन होगा 1 लाख ट्रैक्टरो के साथ पूरी दिल्ली को घेरने की तैयारी की जा रही है पहले की सरकार किसानों को मात्र वोट बैंक समझती थी । हमारा मुख्य उद्देश्य किसानों को जागृत कर संगठित करना है और यह बताना है कि प्रदेश में भाजपा के  18 साल 7 महीने की  सरकार ने किसानों के लिए क्या किया है और कांग्रेस ने 15 महीने की  सरकार ने किसानों के लिए क्या किया है दोनो का रिपोर्ट कार्ड प्रदेश की जनता को बताया जायेगा । देश की सीमा में  सैनिक जवान हम सबकी रक्षा कर रहा है उनमें से 99.5 प्रतिशत नौजवान किसान का बेटा है, धरती पर जो अनाज उगा रहा है, सरकार को  टैक्स दे रहा है वह कौन है किसान या किसान का परिवार है बावजूद देश में सबसे  अधिक किसान परेशान है  सरकार पूंजीपतियों का कर्ज माफ कर रही है  किसानों का कर्ज माफ नहीं कर रही है  देश में 15 करोड़ किसान परिवार है औसतन एक परिवार में पांच सदस्य है इस तरह देश में 125 करोड़ किसानों की संख्या होती  है बावजूद इन  किसानों मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं। इन्होंने आगे  कहा 17 साल की उम्र से 52 साल की उम्र हो गई मैं किसानों की लड़ाई लड़ रहा हूं बहुत से मुकदमे  दर्ज हुए फिर भी हम पीछे हटने वाले नहीं है हम किसानों के साथ है देश में सबसे बड़ा किसान आंदोलन दिल्ली में 378 दिन चला जिसमें देश भर में 750 किसान शहीद हुए। इस कार्यक्रम में कटंगी विकासखंड के  किसानो के अलावा   किसान संगठन के पदाधिकारीयो की भी उपस्थिति रही ।