सार्वजनिक उत्सव समितियों के अलावा घरों में भी गणेश जी की हुई स्थापना

बालाघाट। प्रथम पूजनीय विघ्न विनाशक भगवान श्री गणेश की उपासना का 10 दिवसीय पर्व मंगलवार से शुरू हो रहा है जिले भर में भक्तों द्वारा हर्षोल्लास के साथ दस दिवसीय पर्व को मनाया जाता है। भगवान श्री गणेश की मूर्ति भक्तों द्वारा हर्षोल्लास के साथ स्थापित की गई। नगर के विभिन्न स्थानों में गणेश उत्सव समिति द्वारा सार्वजनिक रूप से भगवान श्री गणेश की स्थापना की गई वही कई भक्तों द्वारा अपने-अपने घरों में बड़े ही आस्थाभाव के साथ गणेश जी की मूर्ति ले जाकर स्थापित किया गया। पूरे 10 दिन तक पूजा अर्चना कर विघ्नों को हर कर पूरे वर्ष भर जीवन में खुशियां लाने की प्रार्थना की जाएगी। आपको बताये कि यह उत्सव गणेश चतुर्थी के दिन से प्रारंभ होता है इस दौरान हर दिन पूजा-अर्चना तो की हीं जाती है साथ ही विभिन्न धार्मिक सांस्कृतिक आयोजन भी किए जाते हैं। इस पर्व का लोगो द्वारा बेसब्री से इंतजार किया जाता है यह पर्व आने के 15 दिन पहले से ही लोग गणेश उत्सव की तैयारी में जुट जाते हैं।
आकर्षक रूप से सजाये गये गणेश पंडाल
भक्तों द्वारा मार्केट से मूर्ति खरीदकर बैंड बाजे के साथ वाहन में रखकर मूर्ति को ले जाया गया और विधि विधान के साथ शुभ मुहूर्त देखकर भगवान श्री गणेश जी की स्थापना की गई। वहीं गणेश पंडालों को आकर्षक रूप से सजाया गया है ताकि नगर की जनता एवं आसपास के ग्रामीण अंचलों से आने वाले लोग गणेश पंडाल को देखकर ही आकर्षित हो और भगवान श्री गणेश का आशीर्वाद प्राप्त करें।
देर शाम तक चलता रहा गणेश जी की स्थापना का दौर
भगवान श्री गणेश की मूर्ति खरीदकर ले जाने का दौर मंगलवार को सुबह से शुरू हुआ जो देर शाम तक जारी रहा। कई लोगों द्वारा तत्काल में मूर्ति खरीदकर ले जाया गया वहीं अधिकांश सार्वजनिक उत्सव समितियों द्वारा पहले से ही इसका ऑर्डर दे दिया गया था ताकि गणेश जी की स्थापना के दौरान मूर्ति नहीं होने जैसी समस्या खड़ी न हो जाए। जिन लोगों द्वारा घरों में गणेश जी की स्थापना की जाती है उनके द्वारा तत्काल ही मूर्तिकारों के घर में पहुंचकर आकर्षक मूर्ति का चयन कर ले जाकर स्थापित किया गया।
प्रशासन ने सार्वजनिक आयोजन समितियों को दिए निर्देश
वहीं दूसरी ओर प्रशासन द्वारा पहले ही सभी को निर्देशित कर दिया गया है कि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति ना रखी जाए तथा मिट्टी से बनाई गई मूर्तियों को ही स्थापित करने के निर्देश दिए गए थे। पुलिस प्रशासन द्वारा भी सभी सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति के आयोजन कर्ताओं को निर्देशित कर दिया गया है कि वे रात्रि के समय में भी गणेश पंडाल में अपने दो लोगों को तैनात रखें। साथ ही सभी गणेश पंडालों में डस्टबिन अनिवार्य रूप से रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि गणेश पंडालों के आसपास स्वच्छता का वातावरण निर्मित रहे।