बालाघाट। सवाल लेकर विधायक के पास पहुंचे किसान सौंपा ज्ञापन
बालाघाट,कटंगी। कटंगी ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई, आवासीय/व्यावसायिक कनेक्शन को अलग-अलग करने और इसमें बिजली की चोरी को रोकने के लिए अपनाई गई फीडर सेपरेशन की तकनीक का बालाघाट जिले भर में किसानों की तरफ से विरोध किया जा रहा है। करीब 10 साल पहले जिले भर में शुरू हुआ फीडर सेपरेशन का काम अब लगभग अपने अंतिम चरण में है। तब किसानों की तरफ से इसका विरोध हो रहा है। फीडर सेपरेशन के बाद मिलने वाली बिजली के तय घंटों को लेकर किसान परेशान और चिंतित दिखाई दे रहे है। जिसके चलते शनिवार को कटंगी तहसील क्षेत्र के ग्राम बाहकल, अतरी, सावंगी, कलगांव और नंदलेसरा के किसानों ने क्षेत्रीय विधायक गौरव सिंह पारधी से अंसेरा उनके आवास पहुंचकर मुलाकात की और ज्ञापन सौंपकर फीडर सेपरेशन के बाद 08 घंटे की बजाए 16 घंटे सिंचाई के लिए बिजली मुहैया करवाने की मांग सरकार से रखी।
दरअसल, फीडर सेपरेशन के बाद प्रदेश भर के किसानों को सिंचाई के लिए केवल 08 घंटे ही बिजली मुहैया कराई जानी है। प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में बालाघाट जिले के कृषि कार्य में इसका व्यापक असर पड़ेगा। चूंकि बालाघाट जिले में सर्वाधिक धान की फसल पैदा की जाती है। जिले में किसान खरीफ और रबी दोनों ही सीजन में धान की खेती करते है। रबी के सीजन में धान उत्पादन करने के लिए किसानों को अत्यधिक मात्रा में पानी की जरूरत पड़ती है। ऐसे में जिन ग्रामीण इलाकों में नहर और तालाब जैसे साधन नहीं है वहां के किसान भूमिगत जल स्रोत (नलकूप, कुआं) पर आश्रित होते है और भूमि से पानी निकालने के लिए मोटर पंप का सहारा लेते है जिसके लिए उन्हें बिजली की आवश्यकता होती है। अगर किसानों को सिंचाई के लिए केवल 08 घंटे ही बिजली मिली तो ना सिर्फ रबी के सीजन में लगने की धान की फसल बर्बाद होगी बल्कि इसका व्यापक असर खरीफ की प्रमुख धान की फसल के उत्पादन पर भी पड़ेगा। क्योंकि खरीफ के दौरान भी अंतिम समय में किसानों को पानी की जरूरत पड़ती है।
विधायक ने किसानों की मांग को सुनने के बाद सिर्फ इतना भरोसा दिया है कि इस सीजन तो वह कोशिश करेंगे कि किसानों को पर्याप्त बिजली मिले लेकिन वह सिर्फ प्रयास कर सकते है। उन्होंने किसानों से कहा कि वह फसल चक्र अपनाएं और रबी में कम पानी से पककर तैयार होने वाली फसलों को ही खेतों में लगाए। उन्होंने बताया कि किसानों को पहले दो अलग-अलग वक्त में बिजली मिलती थी लेकिन उन्हीं के प्रयासों से अब एक साथ एक ही समय में 10 घंटे तक किसानों को नियमित बिजली मिल रही है। विधायक ने किसानों को बताया कि इस विषय को मुख्यमंत्री के संज्ञान में पहले ही लाया जा चुका है। किंतु फीडर सेपरेशन पूरे प्रदेश में लागू होने वाली स्कीम है बालाघाट जिले के लिए अलग से कुछ भी किया जाना संभव नहीं है।