अतिक्रमण पर सुध लेने की प्रशासन से दरकार
लांजी। लांजी नगर अतिक्रमण की मार से लगातार जूझ रहा है चारों तरफ अतिक्रमण देखा जा रहा है, इस समस्या के चलते लांजी नगर के विकास कार्य में भी अवरोध उत्पन्न कर रहा है। वहीं दूसरी ओर भिलाई दुर्ग मार्ग में स्टेट बैंक संचालित है, स्टेट बैंक लांजी में इतनी अव्यवस्था है कि दंगा फसाद की स्थिति निर्मित हो जाती है। बैंक द्वारा व्यवस्था को न सुधार पाने में बैंक प्रबंधन की भारी लापरवाही उजागर हो रही है, बैंक के द्वारा सहयोगात्मक रवैया न अपनाकर विरोधाभास किया जाता है जिसकी भारी जनचर्चा क्षेत्र में व्याप्त है। बताया जा रहा है कि एटीएम कक्ष में एसी का पानी बह रहा है जिससे कोई भी व्यक्ति फिसलकर चोटिल हो सकता है जिसकी प्रबल संभावना व्यक्त की जा रही है। बैंक मे उचित पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से लोग सड़क में ही अपने अपने वाहन खड़ा कर देते हैं जिससे आवागमन बुरी तरह से प्रभावित होते देखा गया है भारी वाहन के गुजरने से दुर्घटना होने की स्थिति निर्मित हो जाती है। भारी भरकम भीड़ की स्थिती और अधिक भयावह हो जाती है, जिस तरह से इस पर ध्यान नही दिया जा रहा उससे लग रहा है कि बैंक प्रबंधन भी इस समस्या से चिंतित नहीं है। वर्तमान में लाडली बहना के फॉर्म भरे जा रहे हैं जहां भारी जनसैलाब देखा जा सकता है, बावजूद बैंक प्रबंधन सजग नहीं है ऐसी विषम स्थिति में उक्त स्थल में भारी दुर्घटना होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। उचित व्यवस्था नहीं होने से लोग यहां वहां अपने वाहन खड़ा करने में मजबूर हो जाते हैं और भारी अव्यवस्था को निर्मित कर देते हैं। इस और किसी का भी ध्यान नहीं है, यह समस्या लगातार उक्त स्थल में यथावत चली आ रही है समस्या का निदान नहीं होने से बैंक प्रबंधन की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान है।
तत्संबंध में लोगो का कहना है कि शाम के समय यातायात अधिक हो जाता है, जिसके चलते पैदल चल रहे राहगिरो को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस मार्ग में कुछ स्कूल भी है जहां बच्चों को भीड़ से बचते देखा गया है कुछ व्यापारिक प्रतिष्ठान भी आग में घी डालने का काम कर रहे हैं, कुल मिलाकर लांजी में किसी भी मार्ग में उचित पार्किंग नहीं होने से समुचा नगर अतिक्रमण की मार झेल रहा है।
यही स्थिति बालाघाट रोड सालेटेकरी रोड, आमगांव रोड की भी है जहां अतिक्रमण ने अपने पैर पसार लिया है तथा स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। यह समस्या लंबे समय से होने के बावजूद भी स्थानीय प्रशासन इसकी सुध नहीं ले रहा है।