बालाघाट। नियमितीकरण सहित अन्य लंबित मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिले भर के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पुन: 18 अप्रैल से प्रांतीय आव्हान पर स्थानीय आम्बेडकर चौक स्थित गार्डन में अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल प्रारंभ कर दी है। इस दौरान एन.एच.एम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर करीब 20 वर्षो से संविदा कर्मचारियों को नियमित किये जाने की मांग की जा रही है, लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा मांगों को पूर्ण करने आश्वासन दिया जा रहा है पर मांग पूरी नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होती हड़ताल जारी नहीं रहेगी। इस संबंध में संगठन के जिलाध्यक्ष डी.पी खरोले ने बताया कि अपनी जायज मांगों को लेकर 2018 से 2022 तक कई बार ज्ञापन, विरोध प्रदर्शन व हड़ताल की गई। इसके पूर्व 15 दिसम्बर 2022 से 5 जनवरी 2023 तक अनिश्चितकालीन हड़ताल किया गया। जिसमें शासन द्वारा 1 माह में न्यायोचित मांगों का निराकरण करने का आश्वासन दिया गया। लेकिन आज तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने मांगों के संबंध में बताया कि सभी संविदा अधिकारियों व कर्मचारियों को नियमित किया जाए, एनएचएम से हटाकर आउट सोर्स प्रथा में किये गये सपोर्ट स्टाफ कर्मचारियों को पुन: एनएचएम में मर्ज किया जाए व विभाग में रिक्त पदों पर समायोजन किया जाए एवं निकाले गये सभी कर्मचारियों को वापस लिया जाए। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा 15 दिसम्बर से 3 जनवरी तक की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान जिन कर्मचारियों पर पुलिस प्रकरण दर्ज किये गये है वह तत्काल वापस लिया जाए। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से एनएचएम के माध्यम से 16 कार्य होते है जो प्रभावित होंगे। जिसमें प्रमुख रूप से 0 से 5 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण, गर्भवती  महिलाओं की जांच सहित अन्य कार्य बंद है।