बालाघाट। पूर्ण होने की समयावधि खत्म, नही दिख रहा ठिकाना
बिनोरा, कारंजा और सिंगोला में बन रहे पुल
बालाघाट। जिले में लांजी रोड पर एवं लांजी से आगे आमगांव रोड पर करोड़ों की लागत से नदियों पर उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया जा रहा है जिसका निर्माण कार्य प्रारंभ हुए काफी समय हो चुका है लेकिन कार्यों में प्रगति नजर नहीं आ रही है। यह कहे कि इन उच्चस्तरीय पुलो का निर्माण बहुत ही धीमी गति से किया जा रहा है जिसके कारण इन पुलों का निर्माण कार्य अभी तक पूर्ण नहीं हो पाया है। आपको बताये कि बालाघाट से लांजी मार्ग में सोन नदी पर बिनौरा के समीप पुल का निर्माण किया जा रहा है वही लांजी से आमगांव रोड पर ग्राम सिंगोला में एवं कारंजा में पुल का निर्माण किया जा रहा है इसका निर्माण कार्य बहुत ही धीमी गति से हो रहा है। सेतु निगम द्वारा एक ही ठेकेदार को तीन पुलों का निर्माण कार्य सौपा गया है, जिसके कारण निर्माण कार्य पूर्ण होने में देरी लग रही है वहीं दूसरा कारण यह है कि सेतु निगम के अधिकारियों का ठेकेदार पर कोई कसावट नहीं है जिसके कारण ठेकेदार द्वारा अपनी मनमर्जी से कार्य किया जा रहा है।
21 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे तीन पुल
जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार सोन नदी पर जो उच्चस्तरीय पुल बन रहा है वह 175 मीटर का है वही कारंजा में 125 मीटर का व सिंगोला में 100 मीटर का उच्चस्तरीय पुल बनाया जा रहा है। इन तीनों निर्माण कार्यों की लागत 21 करोड़ रुपये बताई जा रही है। बिनौरा में जो वृहद पुल का निर्माण किया जा रहा है उसका कार्य 23 फरवरी 2023 तक पूर्ण होना था लेकिन वह कार्य निर्धारित समय तक पूर्ण नहीं हो पाया। संभवतः अगले वर्ष तक यह कार्य पूर्ण हो जाना बताया जा रहा है, आपको बताये कि इस निर्माण कार्य को प्रारंभ हुए काफी समय हो चुका है कोरोना के कारण इसका ड्राइंग तैयार होने में 6 माह लेट हुआ था, फिर भी अगर निर्माण कार्य पर अधिकारियों द्वारा ध्यान दिया जाता तो निर्धारित समय में पूर्ण किया जा सकता था।
ठेकेदार ने जल्द निर्माण कार्य पूर्ण होने की कही थी बात
आपको बताये कि उच्च स्तरीय पुलों का निर्माण जबलपुर की एक कंपनी को इसका टेंडर दिया गया है और उनके द्वारा उच्चस्तरीय पुलों का निर्माण किया जा रहा है। पिछले दिनों ठेकेदार द्वारा जल्द निर्माण कार्य पूर्ण होने की बात कही गई थी, उनका कहना था कि बारिश के दौरान कार्य कुछ प्रभावित होगा लेकिन हमारी पूरी कोशिश है बारिश खत्म होने के एक दो माह में कार्य पूर्ण कर दे। वर्तमान में जिस प्रकार से कार्य दिखाई दे रहा है उसको देखते हुए ऐसा बिल्कुल नहीं लग रहा है कि तीन माह तो बहुत दूर की बात है 6 माह में भी कार्य पूर्ण हो पाना मुमकिन नहीं लग रहा है। वहीं क्षेत्र की जनता उच्च स्तरीय पुलों का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण होने का इंतजार कर रही है और जनता का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
मौके पर नहीं दिखते इंजीनियर
उच्च स्तरीय पुलों के निर्माण कार्य की गति देखने पिछले दिनों जब भ्रमण किया गया तो पाया कि वाकई में पुलों का निर्माण कार्य बहुत धीमी रफ्तार से चल रहा है। दो जगहो में मौके पर इंजीनियर भी मौजूद होना नहीं पाया गया, इससे यह लग रहा है कि ठेकेदार द्वारा मजदूरों के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है। सेतु निगम के अधिकारियों द्वारा कहा गया था तीनों ही पुलों के निर्माण स्थल के लिए एक-एक इंजीनियर की मॉनिटरिंग रहना सुनिश्चित किया गया है, लेकिन ऐसा कुछ नही दिख रहा है अधिकारियों की बातें हवा हवाई ही होना प्रतीत हो रही है क्योंकि यदि इन निर्माण कार्यों पर अधिकारी गंभीरता के साथ ध्यान देते तो निर्माण कार्य पूर्ण होने में इतना विलंब नहीं होता।
ठेकेदार और अधिकारी देते हैं जल्द कार्य पूर्ण होने का सिर्फ आश्वासन
इन तीनों उच्च स्तरीय पुलों का निर्माण कार्य कब तक पूर्ण होगा इस बारे में पूछे जाने पर ठेकेदार और इंजीनियर द्वारा जल्द कल पूर्ण होने का हमेशा ही आश्वासन दिया जाता है लेकिन इन तीनों ही पुलो में अभी बहुत निर्माण कार्य बाकी है। यह भी कहा जा रहा है कि बारिश के कारण कार्य अवरूद्ध हुआ है जैसे ही बारिश खत्म होगी तीव्र गति से कार्य कर पुल निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।