बालाघाट। कांग्रेस पार्टी द्वारा मध्यप्रदेश की 144 सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है जिनमें बालाघाट जिले की 5 सीटे शामिल है, वही वारासिवनी सी को वर्तमान में होल्ड पर रखा गया है जिन पांच सीटों में प्रत्याशियों की घोषणा की गई है उनमें दो सिटिंग विधायक, एक पूर्व विधायक तथा दो प्रत्याशी ऐसे हैं जो दूसरे राजनीतिक दलों से आकर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण किए हैं। प्रत्याशियों की बात करें तो बालाघाट सीट से पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अनुभा मुंजारे, कटंगी से पूर्व सांसद बोधसिंग भगत, लांजी से विधायक सुश्री हिना कावरे, बैहर से विधायक संजय सिंह उइके तथा परसवाड़ा सीट से पूर्व विधायक मधु भगत का नाम शामिल है। प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होते ही उनके समर्थकों में भारी हर्ष व्याप्त हो गया है, कार्यकर्ताओं द्वारा अपने-अपने तरीकों से खुशी का इजहार किया गया। आपको बताएं कि कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रत्याशियों की घोषणा करने में चाहे दूसरे राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी की तुलना में कुछ विलंब किया गया हो लेकिन जिस प्रकार से पार्टी प्रत्याशियो के नामों की घोषणा की गई है उनको लेकर विरोधाभास नजर नही आ रहा है।
पहले से ही तय माने जा रहे थे प्रत्याशी
पार्टी द्वारा जिन नामों पर मुंह लगाकर उन्हें प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतारा गया है, वे सभी नाम पहले से ही प्रत्याशी के रूप में लगभग तय माने जा रहे थे। बैहर विधायक संजय सिंह उईके एवं लांजी विधायक सुश्री हिना कावरे दोनों विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी के रूप में शुरू से ही देखे जा रहे थे क्योंकि इन दोनों विधानसभा क्षेत्र में इनका सिंगल नाम ही चल रहा था। परसवाड़ा विधानसभा में जरूर दो नाम चल रहे थे लेकिन पार्टी द्वारा मधु भगत पर विश्वास जताते हुए वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए पार्टी हित में यह निर्णय लिया जाना बताया जा रहा है। वहीं अगर बालाघाट व कटंगी सीट की बात करें तो इन दोनों ही सीटों में मजबूत एवं जीताऊ प्रत्याशी का कांग्रेस पार्टी में अभाव देखा जा रहा था, जिसके चलते ही पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती अनुभा मुंजारे एवं पूर्व सांसद बोधसिंग भगत को लाया गया था और उन पर कांग्रेस पार्टी द्वारा विश्वास जताते हुए प्रत्याशी के रूप में चयन कर उनका सम्मान किया है।
वारासिवनी सीट को रखा गया होल्ड पर
कांग्रेस पार्टी द्वारा जिले की 6 सीटों में से पांच सीटों के प्रत्याशियो की ही घोषणा की गई है, वही वारासिवनी सीट को अभी भी होल्ड पर रखा गया है। इस सीट में मजबूत प्रत्याशी का न होना या भाजपा किसे प्रत्याशी के रूप में उतारती है यह देखना भी कारण हो सकता है। क्योंकि कांग्रेस पार्टी इस चुनाव को पूरी रणनीति के साथ एक-एक सीट को गंभीरता से लेते हुए लड़ना चाहती है इसके लिए हर विधानसभा सीट को बहुत महत्व दे रही है। कई विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी का विरोध भी हो रहा है उसके बावजूद भी पार्टी सिर्फ जीताऊ उम्मीदवारों को ही वह भी सर्वे के आधार पर चुनाव में उतार रही है।
कटंगी में किया जा रहा था प्रत्याशी का विरोध
पूर्व सांसद बोधसिंग भगत के द्वारा कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किए जाते ही कटंगी क्षेत्र के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं को यह आभास होने लगा था कि उन्हें टिकट दी जा सकती है, इसको लेकर कटंगी के कांग्रेस पदाधिकारी कार्यकर्ताओं द्वारा बाहरी प्रत्याशी नहीं चलेगा कहते हुए विरोध किया जा रहा था। इसके बावजूद भी प्रदेश कांग्रेस संगठन द्वारा पूर्व सांसद बोधसिंग भगत को जीताऊ उम्मीदवार के रूप में सर्वे के आधार पर पाया गया और उनके नाम पर मोहर लगाई गई। ऐसे में कांग्रेस संगठन किस प्रकार से अपने कार्यकर्ताओं को मना पाएगा और विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ अपने प्रत्याशी को पार्टी को विजयश्री दिलाने कार्य करेगा यह आने वाला समय ही बताएगा।