बालाघाट। जनता को पैसे लौटाने सोमेन्द्र का क्या सहयोग करेंगे भटेरे
बालाघाट। बोलेगांव में रहकर जनता के पैसे को निवेश कर इस पूरे कारोबार का संचालन सोमेन्द्र कांकरायने करता था। वैसे तो इस मामले को सभी जानते हैं लेकिन यह मामला कब से चल रहा था और इसका संचालन किस प्रकार से हो रहा था यह तो गांव और आसपास के लोग ही अच्छे से जानते हैं। यह मामला जब से शुरू हुआ था तब से लेकर आज तक कई वर्षों तक मौन बने हुए लोग भी अब बयान जारी करना शुरू कर दिए हैं। हम बात कर रहे हैं लांजी क्षेत्र के नेता पूर्व विधायक रमेश भटेरे की, जिनका हाल ही में डबल मनी मामले को लेकर बयान सामने आया है। मीडिया के सामने दिए गए बयान में यह सामने आया है कि उन्हें लांजी किरनापुर क्षेत्र के जनता की बहुत फिक्र है और जनता के गाढ़ी कमाई को वापस दिलवाने प्रयास शुरू करने की बात कह रहे हैं। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि इतना लंबा समय बीत जाने तक उन्हें जनता की या डबल मनी मामले के मुख्य आरोपी सोमेंद्र कंकरायने की याद नहीं आई और अब उन्हें यह चिंता क्यों सताने लगी है।
कहीं चुनाव का डर तो नहीं सता रहा
बोलेगांव पूर्व विधायक रमेश भटेरे का ग्रह ग्राम है उनके गृह ग्राम में ही डबल मनी करने का पूरा कारोबार संचालित किया जा रहा था, जो की धीरे-धीरे बालाघाट सिवनी के अलावा मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र तक फैल गया था। यह डबल मनी का कारोबार कई वर्षों से संचालित हो रहा था लेकिन इस पर पूर्व विधायक रमेश भटेरे की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। जब इस मामले में कार्यवाही शुरू हुई तब से लेकर मई महीने तक श्री भटेरे की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया लेकिन अब ऐसी क्या परिस्थिति सामने आ रही है जो कि उन्हें यह बयान जारी करना पड़ रहा है। जैसे ही यह बयान सोशल मीडिया पर सामने आया लोगों द्वारा यही कहा जा रहा है विधानसभा चुनाव को देखते हुए जनता की सहानुभूति बटोरने या यह कहे कि जिनके पैसे डूब गए हैं उनके आक्रोश को शांत करने यह एक राजनीतिक दांव खेला जा रहा है।
वर्तमान विधायक को ठहरा रहे गलत
पुलिस प्रशासन द्वारा डबल मनी मामले में इसीलिए कार्यवाही की गई क्योंकि उन्हें लगा यह पूरा कारोबार गैरकानूनी है इसलिए पुलिस प्रशासन द्वारा इसमें कार्यवाही की गई। यही नहीं लांजी क्षेत्र की वर्तमान विधायक सुश्री हिना कावरे को भी यह कारोबार अवैध लगा इसलिए उनके द्वारा विधानसभा में इस मामले को उठाया गया ताकि क्षेत्र की जनता के साथ धोखा न हो। जब पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जा रही थी उस दौरान भी पूर्व विधायक श्री भटेरे द्वारा कुछ नहीं बोला गया और अब जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं तब वर्तमान विधायक को गलत ठहराया जा रहा है।
पूर्व विधायक के बयान में दिख रहा विरोधाभास
यह जो बयान जारी किया गया उसमें कहीं न कहीं विरोधाभास है। बयान में यह कहा गया कि उन्हें बहुत बाद में इस स्कैम की जानकारी लगी, यह भी कहा गया जब उन्हें जानकारी लगी तो उनके द्वारा सोमेंद्र कंकरायने को घर में बुलाकर इसकी पूरी जानकारी ली गई लेकिन पैसे डबल कैसे होते हैं इसकी उन्हें खुलकर पूरी जानकारी नहीं दी गई, बल्कि रियल इस्टेट में पैसे इन्वेस्ट किए जाने की बात बताई गई। सोमेंद्र जब जेल में गया था तब उसे जमानत पर छुड़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जाने की बात भी कहीं गई, यहां तक की यदि सोमेंद्र कंकरायने आकर जनता की राशि वापस लौटाते हैं तो उनका पूरा सहयोग करने की तक बात कहीं गई है। इससे एक बात जरूर स्पष्ट हो रही है कि यदि पुलिस प्रशासन द्वारा किसी व्यक्ति को अपराधी माना गया है उसके बावजूद भी जनप्रतिनिधि चाहे तो अपराधी को भी खुलकर संरक्षण दे सकते हैं क्योंकि सत्ता में बहुत पावर होता है। जनता सब समझती है कौन सही है और कौन समय का फायदा उठाना चाहते हैं।