लांजी। जनता की राशि लौटाए जाने की मांग
लांजी। गत दिवस राज्यपाल, चुनाव आयुक्त तथा विधान स्पीकर के नाम कुछ समाजसेवी सुनील शर्मा, रमेश आसटकर, बबलू खानोरकर, प्यारेलाल कुशले, एवं टेकराम दियेवार के माध्यम से संयुक्त ज्ञापन एस.डी.एम. लांजी को सौपा गया। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि लांजी विधानसभा क्षेत्र में ग्राम बोलेगांव, किरनापुर में तथाकथित डबल मनी प्रकरण मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र एवं देश के अन्य बड़े शहरों की जनता की गाढ़ी कमाई जय माता दी रियल एस्टेट कंपनी बोलेगाव, मां शीतला ट्रस्ट बोलेगांव तथा अन्य कंपनियों में निवेश की राशि निवेशकों को वापस नहीं की गई है। आगे कहा गया है कि 10 सितंबर को लांजी क्षेत्र की जनता ने आमसभा में एकमत होकर यह निर्णय लिया कि 2014 से 2022 तक निवेश के नाम पर लूट की गई है इसमें तत्कालिक प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, मंत्री, विधायक, पूर्व विधायक शामिल है। कारण की इसके पूर्व विधानसभा प्रश्न लगाया गया कलेक्टर, एसपी बालाघाट द्वारा क्लीन चिट दे दी गई, उसके बाद अन्य निवेशक माफिया शामिल होकर लूट को भारी अंजाम दिया गया। आगे कहां गया कि क्षेत्र में डबल मनी की राशि डूबने से पूरे क्षेत्र में हताशा व आक्रोश की स्थिति व्याप्त है जिसके कारण हत्या एवं आत्महत्या का सिलसिला जारी है, अगर समस्या का समाधान राजनीतिक और प्रशासनिक अधिकारी नहीं करते हैं तो भविष्य में लांजी क्षेत्र में भयावह स्थिति निर्माण होगी। जनता द्वारा किए जा रहे आंदोलन को क्षेत्र के कई सामाजिक एवं व्यापारी संगठनों का समर्थन लगातार मिलते जा रहा है, इस कारण यह सुनिश्चित होता है कि इस भीषण समस्या को लेकर राजनीतिक दल एवं प्रशासन गंभीर नहीं है इन्हें मात्र चुनाव से मतलब है। किसी भी प्रत्याशी जनप्रतिनिधि या नेता ने जनता की ओर ध्यान नहीं दिया, इस कारण संपूर्ण क्षेत्र में जन आक्रोश है।
इनका कहना है
डबल मनी के चक्कर में लांजी क्षेत्र की दुर्दशा हो गई है लांजी का व्यापार चौपट हो गया है लांजी की विकास गति को जंग लग गया है। जवाबदार नेता सुध क्यों नहीं ले रहे हैं आमजन त्राहिमाम कर रहा है, इस ओर जनहित में सार्थक पहल होनी चाहिए।
राजेंद्र चौरे समाजसेवी बिसोनी
हमारा लांजी वर्तमान समय में आर्थिक संकटों से जूझ रहा है जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। छोटे तबके के लोग अपना जीवन यापन करने के लिए लांजी से पलायन कर रहे हैं, यह लगातार सिलसिला जारी है जनहित में कोई प्रयास नहीं किए जाते हैं तो लांजी मजदूरों से खाली हो जाएगा।
संजय बड़घैया समाजसेवी ग्राम दुल्लापुर