बालाघाट। नगर मुख्यालय सहित जिले में पानी की समस्या लगातार ही सुनने और देखने को मिल रही है, वहीं भीषण गर्मी में तो पानी की समस्या लोगों के लिए मुसीबत ही बन गई है जिसके चलते लोगों में काफी आक्रोश दिखाई दे रहा है। पानी की समस्या को लेकर अब विपक्ष के पार्षदों ने नाराजगी जताई है और नपा के गेट पर ताला ही लगा दिया।बता दे कि नगरपालिका परिषद बालाघाट 33 वार्डों के रहवासियों को दो वक्त शुरु पेयजल मुहैया नहीं करा पा रही है। इस भीषण गर्मी में तो विगत चार-पांच दिनों से पानी की यह समस्या गंभीर हो गई है। इस समस्या के समाधान के लिए विपक्ष के पार्षद लंबे समय से मुख्य नगर पालिका अधिकारी को अवगत करा रहे है। बावजूद इसके इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं शुक्रवार को वार्ड क्रमांक दो सुबह के वक्त पानी नहीं आने पर नाराज हुए विपक्ष के पार्षदों ने नगर पालिका परिषद में पहुंचकर गेट में ताला लगाकर प्रदर्शन किया है। इस दौरान कांग्रेसी पार्षदों ने कहा कि इस तालाबंदी के बाद भी पेयजल की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे लोग उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगे।
पुरानी लाइन बंद, नई लाइन से भी नहीं आया पानी
तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन कर रहे वार्ड क्रमांक दो के पार्षद योगेश कारो लिल्हारे ने बताया कि उनके वार्ड में करीब छह माह से पेयजल की समस्या से रहवासी परेशान है। वार्ड में सुबह के वक्त नई पाइप लाइन से तो शाम के वक्त पुरानी पाइप लाइन से पानी पहुंचाया जाता था लेकिन कुछ समय से जहां पुरानी पाइप लाइन से पानी देना बंद कर दिया गया है वहीं आज नई पाइप लाइन से भी पानी की सप्लाई नहीं की गई है। जिससे इस भीषण गर्मी में रहवासियों को परेशान होना पड़ा है और पीने के पानी के लिए यहां-वहां भटकना पड़ा है। उन्होंने कहा कि ये बड़ी विडंबना है कि बालाघाट वैनगंगा नदी के किनारे बसा है बावजूद इसके यहां की जनता को दो वक्त का पानी तक नहीं मिल पा रहा है।
38 करोड़ की जलावर्धन योजना साबित हो रही बेकार
प्रदर्शन के दौरान पूर्व पार्षद व पार्षद प्रतिनिधि शफ्कत खान, पूर्व पार्षद पन्ना शर्मा समेत अन्य ने बताया कि नगर पालिका परिषद बालाघाट के 33 वार्डों के रहवासियों को दो वक्त पानी मुहैया कराने के लिए पुरानी नल-जल योजना के साथ ही 38 करोड़ की नई नल-जल योजना बनाई गई है। जिसके तहत नये फिल्टर प्लांट के निर्माण के साथ ही नई मोटर भी लगाई गई है। फिर दो वक्त तो दूर की बात है कई क्षेत्रों के रहवासियों को एक वक्त भी पानी नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि जलावर्धन योजना का ठेकेदार ने सही तरीके से कार्य नहीं किया है इसकी शिकायत भी की गई है। बावजूद इसके ठेकेदार पर कार्रवाई कर सुधार करने के बजाय जनता को परेशान किया जा रहा है। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी पार्षद बाबूल कवाचे, आशुतोष डहरवाल समेत अन्य मौजूद रहे।