लालबर्रा। सरेआम खिलाया जा रहा है लालबर्रा क्षेत्र में सट्टे का खेल.. कहीं खाकी और खादी का संरक्षण तो नहीं...?
किसके संरक्षण में फल-फूल रहा सट्टे का कारोबार
लालबर्रा। लालबर्रा सहित क्षेत्र के अनेकों ग्रामों में अंको का खेल सट्टे का अवैध व्यापार बेधड़क होकर सरेआम खिलाया जा रहा है, मिली जानकारी के अनुसार लालच के इस खेल में क्षेत्र के युवा, किसान, गरीब, मजदूर, और तो और महिलाएं भी अपनी मेहनत की गाड़ी कमाई अंको में लगा देती है नतीजा बर्बादी और सिर्फ बर्बादी समाचार पत्रों द्वारा अनेकों बार गैर कानूनी तरीके से हो रहे सट्टे के कारोबार के संबंध में समाचार का प्रकाशन कर जनहित को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ को भी अनेकों बार अवगत कराया गया कार्रवाई भी हुई लेकिन लालबर्रा क्षेत्र में चोरी चुपके सट्टा खिलाया गया,वर्तमान दिनों में लालबर्रा सहित क्षेत्र में बेखौफ सट्टा खिलाया जा रहा है।
सवाल यह है कि लालबर्रा थाना के कर्णधार अमित भावसार कहते थे कि लालबर्रा थाना क्षेत्र को सट्टा मुक्त कराया जाएगा पर अपुष्ट सूत्रों की माने तो लालबर्रा बस स्टैंड, भजिया लाइन, नगपुरा, बोरी, कनकी, बिरसोला, सहित अनेकों ग्रामों में खुलेआम सट्टा खिलाया जा रहा है लालबर्रा थाना प्रभारी को अवगत कराए जाने के बाद भी सट्टेबाजों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है, कुछ एक कार्रवाई लालबर्रा पुलिस द्वारा की जाती है फिर भी सट्टे का अवैध व्यापार बंद नहीं होता।
दांव फेंकना और दांव लगाना दोनों कानूनी अपराध
विश्वसनीय सूत्र बताते हैं की अंको के खेल सट्टे में विद्यार्थी, युवा, वर्ग, किसान,गरीब, मजदूर लालच के चलते बर्बाद हो रहे हैं और खाईवाल उन्हें लालच देने का कार्य कर रहे हैंद्य शहर का हृदय स्थल कहलाने वाले बस स्टैंड से लेकर मार्केट तक घूमते हुए सट्टा लिखा जा रहा है, कहां गया पुलिस का खुफिया तंत्र जो ऐसी गतिविधियों की जानकारी नहीं रखता आमजन का कहना है कि बगैर पुलिस के संरक्षण के सट्टे का काला कारोबार चल ही नहीं सकता.. वह कहावत है पुलिस के हाथ बड़े लंबे होते हैं.. पर लालबर्रा में ऐसा होते कहीं दिखाई नहीं दे रहा है बस स्टैंड में खुलेआम सट्टा लिखा जा रहा है जो लालबर्रा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है, एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हैं कि अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई हो गलत काम करने वालों पर पुलिस तत्काल अंकुश लगाए. और अपराधियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए अपराधियों को जेल भेजा जाए . बावजूद इसके खाईवाल और सट्टेबाजों पर लालबर्रा पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है इसलिए सट्टे का खेल अपनी पूरी रफ्तार में है लालबर्रा सहित क्षेत्र में चल रहे सट्टे के व्यापार के संबंध में पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ से चर्चा करनी चाही गई परंतु मोबाइल में रिंग जाने के बाद भी उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया बरहाल कल उनसे चर्चा की जाएगी।