वारासिवनी। कोचेवाही समिति की वार्षिक आमसभा सम्पन्न
वारासिवनी। सेवा सहकारी समिति मर्यादित कोचेवाही में वार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर पूर्व विधायक ओमकार सिंह बिसेन ने उपस्थित सदस्यों को शासन की महत्वाकांक्षी योजना एवं तरल यूरिया की विस्तृत जानकारी दी।
धान खरीदी के लिए पंजीयन करवाए
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक वारासिवनी के प्रबंधक श्री मिश्रा ने किसानों को समिति को सुचारू रूप से चलाने के लिए गण की राशि समय पर लेने एवं समय पर चुकाने की समझाइस दी। इस वार्षिक आमसभा में समिति के सदस्यों को आमसभा की विषयवार जानकारी दी गय। किसानों को बैंक और शासन की योजनाओं की जानकारी दी गई। संस्था प्रबंधक एम एल एडे ने किसानों को समय पर कर्ज चुकाने एवं किसानों को धान खरीदी के लिए पंजीयन करवाने की भी समझाइश दी।
50 नए सदस्य बनाने का रखा गया हैं लक्ष्य
सभा में गत वार्षिक साधारण सभा की कार्रवाई की पुष्टि की गई। वर्ष 2021-22 का वार्षिक प्रतिवेदन और आय व्यय पत्रक, व्यापारिक पत्रक व लाभ हानि की जानकारी सदस्यां को दी गई। वर्ष 2022-23 का वार्षिक बजट पारित करना, संस्था के संचालक मंडल के सदस्यों और उनके परिवार पर शेष गण का अवलोकन सहित अन्य विषय पर चर्चा हुई। वर्तमान में इस समिति में लगभग 1400 सदस्य हैं, जिसमें गत वर्ष में लगभग 30 नए सदस्यों के पंजीयन हुए, आगामी वर्ष में 50 नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
यह रहे उपस्थित
इस दौरान मुख्यातिथि के रूप में पूर्व विधायक ओमकार सिंह बिसेन, कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रशासक चन्द्रकुमार हरिनखेड़े ने की। वहीं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक वारासिवनी के प्रबंधक श्री मिश्रा, पर्यवेक्षक श्री पटले, खिनेस कुमार हरिनखेड़े पूर्व संचालक, गिरधारी कावरे पूर्व संचालक, महेश पारधी पूर्व संचालक, झाड़ूलाल वरकड़े पूर्व जनपद सदस्य, कृष्ण डहरवाल पूर्व संचालक, गेंदलाल बिसेन वरिष्ठ सदस्य, निर्मल हरिनखेड़े वन समिति अध्यक्ष, एस के बिसेन सहायक प्रबन्धक समिति बुदबुदा, एस एल हनवत सहायक प्रबन्धक समिति कोचेवाही सहित समिति के कर्मचारी, सदस्य एवं ग्रामीण मौजूद थे।
फसलों के लिए गण संबंधी जानकारी दी गई
सभा में सभी किसानों को फसलों के लिए गण लेने संबंधी जानकारी से अवगत कराया गया। श्री एडे ने बताया कि शासन की योजना के अनुसार गण दिया जाता है, इस पर जीरो ब्याज लगता है। लेकिन समय पर गण नहीं चुकाते हैं, तो संस्था को परेशानी होती है और लेनदेन पर ब्याज बढ़ता है। इसीलिए समय पर गण का भुगतान कर परेशानी से बचे।