बालाघाट। जिस प्रकार से आदिवासी समाज की महिलाओं पर अत्याचार शोषण दुष्कर्म की घटनाएं लगातार सामने आती जा रही है, उससे आदिवासी समाज बेहद आक्रोशित है। 9 अगस्त को आदिवासी समाज द्वारा देशभर में विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन कर मनाया जाता है लेकिन इस वर्ष इसे विरोध स्वरूप मनाते हुए जन आक्रोश रैली निकाली जा रही है। बालाघाट मुख्यालय में भी वृहद जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया है यह जन आक्रोश रैली 9 अगस्त को सुबह 10:30 बजे वारासिवनी रोड स्थित वीरांगना दुर्गावती भवन से शुरू होगी। जो वीरांगना दुर्गावती चौक पहुंचेगी जहां समाज के लोगों द्वारा पूजा पाठ की जाएगी, इसके बाद यह जनाक्रोश रैली अंबेडकर चौक से हनुमान चौक महावीर चौक कालीपुतली चौक अवंती चौक होते हुए जयस्तंभ चौक पहुंचेगी जहां से कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके संबंध में जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद के जिला अध्यक्ष दिनेश धुर्वे ने बताया कि 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस है इस दिन को पिछले 15 वर्षों से निरंतर मनाते आ रहे हैं। इस बार 9 अगस्त को जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया है। जो स्थितियां बालाघाट जिले में आ रही है चाहे वह मध्यप्रदेश की घटना हो या मणिपुर की घटना हो निरंतर घटनाएं महिलाओं पर अत्याचार शोषण बलात्कार आदि घटनाएं हो रही है। मणिपुर की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है इसलिए हमने बालाघाट जिले के सभी व्यापारियों से आग्रह किया है एक दिवसीय बंद के लिए सहयोग मांगा है। सभी ने कहा है अपने संगठन चेंबर ऑफ कॉमर्स से चर्चा कर अवगत कराएंगे। कई बार आपने मध्यप्रदेश के अंदर देखा होगा महिलाओं पर अत्याचार शोषण बलात्कार के मामले में निरंतर बढ़ते जा रहे हैं, विशेषकर यह एससी, एसटी ओबीसी इस वर्ग के साथ सबसे ज्यादा दुर्व्यवहार की घटनाएं हो रही है। सीधी की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है इस बार पूरे समाज ने एससी एसटी ओबीसी अल्पसंख्यक सहित क्रिश्चियन समाज भी हमारे साथ में है और कंधे से कंधा मिलाकर आक्रोश रैली में शामिल हो रहा है। इस रैली में सभी समाज के लोग शामिल होकर केंद्र एवं राज्य सरकार से न्याय की गुहार लगा रहे हैं, घटनाएं बढ़ती जा रही है उस पर अंकुश कैसे लगे यह सवाल है। सरकार भाजपा की है या कांग्रेस की इससे हमें मतलब नहीं है। श्री धुर्वे ने बताया कि वीरांगना रानी दुर्गावती भवन में सभी लोग एकत्र होंगे वहां से रानी दुर्गावती चौक पहुंचेंगे, यहां पर हमारे समाज के लोगों एवं भूमकाओ के द्वारा पूजा पाठ की जाएगी। वहां गोंगो करने के बाद अपने परिवेश में अस्त्र शस्त्र लेकर रैली में चलेंगे। अंबेडकर चौक में सामाजिक लोगों के उद्बोधन होंगे, हर चौक में दो-दो लोगों के उद्बोधन होंगे। कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपने के बाद यह रैली वीरांगना रानी दुर्गावती भवन पहुंचेगी जहां समाज के वरिष्ठ एवं प्रतिष्ठित लोगों का सम्मान किया जाएगा। इस रैली के माध्यम से सरकार को सचेत कार्य करने का कार्य किया जाएग। सबसे ज्यादा अत्याचार शोषण की घटनाएं बीजेपी की सरकार रहते हुए ही हुई है जिन्होंने घटना कार्य किए उनको कड़ी सजा होना चाहिए।
निश्चित ही इसका असर चुनाव पर पड़ेगा - शुभम उईके
मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद युवा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष शुभम उइके ने बताया कि समस्त लोगों का एक मंच बना है हमने तय किया है इस बार सरकार के खिलाफ ऐसा आक्रोश हो जो यह बताएं आदिवासी कितने प्रताड़ित है। अगले वर्ष चुनाव है निश्चित ही इसका असर पड़ेगा, अत्याचार शोषण की जो भी घटनाएं हैं इनमें भाजपा के लोग ही ज्यादा सामने आते हैं। यह जो जन आक्रोश रैली निकल रही है उसमें अधिक से अधिक लोग शामिल होकर अपना समर्थन देना चाहिए।