कटंगी। ग्रामीणों को मनाने के लिए खैरलांजी पहुंचे एसडीएम
कटंगी। बालाघाट जिले की विधानसभा क्षेत्र कटंगी-खैरलांजी के बूथ क्रमांक 1 खैरलांजी गांव के ग्रामीणों ने इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद प्रशासन लगातार ग्रामीणों को समझाइश देकर मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहा है। शुक्रवार को एसडीएम मधुवंतराव धुर्वे, एसडीओपी माणकमणि कुमावत, तिरोड़ी थाना प्रभारी गहलोद सेमलिया, मुख्य कार्यपालन अधिकारी दीपक कर्पे, उपयंत्री चन्द्रशेखर राहंगडाले खैरलांजी के ग्रामीणों से मिलने के लिए पहुंचे और उन्हें मतदान करने के लिए प्रेरित करते हुए अपील भी की लेकिन ग्रामीणों ने इन अधिकारियों को साफ शब्दों में कह दिया है कि जब उनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक वह किसी भी चुनाव में मतदान नहीं करेगें। जिसकी शुरुआत नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से होगी।
गौरतलब हो कि जनपद पंचायत कटंगी की ग्राम पंचायत अंबेझरी के ग्राम खैरलांजी के ग्रामीण एक दशक से अंबेझरी से खैरलांजी मुख्य सड़क मार्ग पर ऊँचे पुलिया के निर्माण की मांग कर रहे है। दरअसल, इस रास्ते में जो पुलिया है वह हर साल बारिश के बाद राजीव सागर बांध में जलभराव होने के कारण उफान पर रहता है और करीब 8 माह तक पुलिया के ऊपर पानी जमा रहता है। अभी मौजूदा वक्त की बात करें तो पुलिया के ऊपर करीब 25 से 30 फीट पानी भरा हुआ है। ऐसे में ग्रामीणों को जंगल के रास्ते आना-जाना करना पड़ रहा है। वहीं जंगल के रास्ते में 4 किसानों की कृषि भूमि है। इन किसानों ने भी ग्रामीणों की आवाजाही पर रोक लगाने के संकेत दिए है। किसानों का कहना है कि वह अपनी जमीन पर खेती करेंगे। अगर किसान अपनी जमीन पर खेती करने लगे तो यकीन मानिए कि बारिश के दिनों में तो गांव के लोग पूरी तरह से कैद होकर रह जाएंगे।
करीब 700 की आबादी और 405 मतदाता वाले ग्राम खैरलांजी गांव के ग्रामीणों ने सामूहिक रुप से मतदान ना करने का फैसला लिया है। बता दें कि ग्राम खैरलांजी को जाने के लिए दो सड़क मार्ग है। अंबेझरी से खैरलांजी को जाने वाले मार्ग पर जो पुलिया है उसकी ऊँचाई कम है और पिपरवानी की तरफ से जटामा-सिलारी होकर खैरलांजी गांव तक पहुंचा जा सकता है। जटामा-सिलारी होकर खैरलांजी आने वाला मार्ग भी जंगल के रास्ते से आता है और डेढ़ किमी। के इस सड़क मार्ग पर बारिश के दिनों में चलना मुश्किल हो जाता है। वहीं अभी ग्रामीण जिस जंगल के रास्ते तालाब की पार से आना-जाना कर रहे है यहां भी एक छोटा पुलिया है। इसमें भी बारिश के दिनों में उफान रहता है। ग्रामीणों ने मुख्य सड़क मार्ग पर निर्मित पुलिया के अलावा जंगल के रास्ते आने वाले पुलिया के निर्माण की भी मांग की है। एसडीएम ने ग्रामीणों को समझाइस देते हुए कहा कि उनकी मांग जायज है आदर्श आचार संहित हटते ही ग्रामीणों की समस्या को प्रमुखता से लेते हुए शासन से पत्राचार किया जाएगा ताकि जल्द ही मुख्य सड़क पर निर्मित पुलिया के स्थान पर ऊँचे पुलिया का निर्माण हो सकें। वहीं तालाब के किनारे स्थित छोटे पुलिया के शीघ्र ही निर्माण के लिए उन्होंने सीईओ को निर्देश दिए।
खैरलांजी गांव के ग्रामीणों ने एसडीएम को गांव की अन्य समस्याओं से भी अवगत करवाया और बताया कि गांव में सिवनी जिले के कुरई ब्लॉक से बिजली आती है ऐसे में कई बार सप्ताह भर तक बिजली गुल ही रहती है और शिकायत करने पर समय पर सुनवाई नहीं हो पाती। ग्रामीणों ने अपनी तमाम समस्याओं के निराकरण की एसडीएम से मांग की है।
इनका कहना है
हमने ग्रामीणों को समझाइश देकर मतदान करने के लिए कहा है ग्रामीणों की समस्या वाकई में गंभीर है। आदर्श आचार संहिता हटते ही शासन से पत्राचार किया जाएगा।
मधुवंत राव धुर्वे एसडीएम