बालाघाट। जिनके घर में एसी उनके घर आ रहा 27 रुपए बिजली बिल
बालाघाट। एक तरफ सरकार जहां बिजली बिल कम करने विचार कर रही हैं वहीं दूसरी ओर जनता अधिक बिजली बिल की मार झेल रही है। गरीब लोगों के यहां इतना बिजली बिल आ रहा है उनको बिजली बिल पटाना भारी पड़ रहा है। बिजली बिल कितना भी आये, उपभोक्ता चाहे वह गरीब है बिजली बिल अवश्य पटाते हैं क्योंकि अंधेरे में रहना सबके लिए असंभव होता है। चाहे कहीं से कर्ज लेना पड़े या परेशानी सहना पड़े बिजली बिल अवश्य पटाते हैं लेकिन उपभोक्ता यह देखकर ज्यादा परेशान होते है जिनके घर बिजली खपत बहुत ज्यादा है और उनको बिजली बिल नहीं के बराबर थमाया जा रहा है। यह ऐसा ही नहीं कहा जा रहा है बल्कि यह वास्तविकता बताई जा रही है, जिनके घर एसी एवं वाशिंग मशीन जैसी सुविधा है बकायदा उनका उपयोग भी रोजाना किया जाता है उनके घर 27 रुपए का बिजली बिल विद्युत विभाग द्वारा थमाया जा रहा है। वही ऐसे परिवार जिनके घर में आवक नहीं के बराबर है उनके घर में बिजली बिल भारी-भरकम दिया जा रहा है, ऐसी स्थिति में उन परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसमें खास बात यह है कि आज के समय में यह हास्यास्पद भी लगता है कि जिन घरों में 5000 से अधिक का बिजली बिल हर महीने आता है, उनके घर में 30 रूपये 50 रूपये का बिजली बिल दिया जाना विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है।
ऑनलाइन बिजली बिल के कारण लोग परेशान
आपको बताये कि पूर्व में हर घर तक बिजली बिल पहुंच जाता था, बिजली बिल को देखने के बाद लोग बिजली बिल पटाते थे लेकिन कुछ माह से बिजली बिल ऑनलाइन दिया जा रहा है जिसके कारण कई उपभोक्ता समय पर बिजली बिल नहीं पटा पाते। यह भी जानकारी सामने आ रही है कि कई लोगों को उनके बिजली बिल के संबंध में जानकारी नहीं लग पाती। वही बिजली बिल की जानकारी नहीं लगने पर यदि वे बिजली बिल नहीं पटा पाए तो दूसरे माह में उनका बिजली बिल उन्हें अनाप-शनाप थमाया जाता है जो उनके लिए भारी परेशानी की बात हो जाती है। यही कारण है कि बहुतायत उपभोक्ताओं द्वारा पुरानी व्यवस्था को ही सही बताया जा रहा है।
समय पर नहीं किया जाता रीडिंग चेक
बिजली बिल मीटर की खपत के आधार पर दिया जाता है इसके लिए मीटर में खपत कितनी हुई यह पता करने के लिए सभी जगह के लिए मीटर वाचक रखे गए हैं। लेकिन मीटर वाचक द्वारा समय पर मीटर की रीडिंग नहीं ली जाती जिसके कारण मनमर्जी मीटर रीडिंग लिखकर बिजली बिल थमा दिया जाता है। वर्तमान माह की बात करें तो जिस दिन मीटर रीडिंग ली गई उसी दिन लोगों के घरों में बिजली बिल आ गया, ऐसी स्थिति में यह सवाल उत्पन्न होता है कि उपभोक्ता के मीटर की रीडिंग आखिर किस आधार पर लिखी गई। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इस ओर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है समय पर मीटर वाचक द्वारा मीटर रीडिंग ली जाए ताकि उपभोक्ताओं को उनकी खपत के अनुसार बिजली बिल मिले।
ग्रामीण अंचलों में किस आधार पर आता है बिजली बिल
इसमें यह भी सवाल उठता है कि शहरी क्षेत्र में मीटर वाचक द्वारा मीटर रीडिंग लिया जाता है लेकिन ग्रामीण अंचलों में मीटर रीडिंग दिए जाने जैसी व्यवस्था बहुत कम ही नजर आती है। इसमें सवाल यह उठता है कि आखिर किस आधार पर ग्रामीण अंचल के उपभोक्ताओं के मीटर की रीडिंग विद्युत विभाग द्वारा ली जाती है। इसमें यह बात स्पष्ट हो जाती है कि यदि मीटर रीडिंग ही नहीं ली जाती तो उन्हें मनमर्जी अनुमान लगाकर बिजली बिल जोड़ दिया जाता है, इस ओर भी वरिष्ठ अधिकारियों को ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
पूर्व में आई थी मीटर में छेड़छाड़ किए जाने की शिकायत
ज्ञात हो कि कुछ माह पहले विद्युत मीटर में छेड़छाड़ किए जाने की शिकायत आई थी, जिस पर विद्युत विभाग द्वारा ऐसे 2 लोगों को पकड़ा गया था जिनके द्वारा पैसे लेकर विद्युत मीटर से छेड़छाड़ की जाती थी ताकि उनकी बिजली बिल कम आये। यह मामला सामने आने पर विद्युत विभाग द्वारा शहर के कई मकानों में लगे विद्युत मीटर एवं उनके घरों में होने वाली विद्युत खपत की जानकारी ली गई थी, जिसमें आधा दर्जन से अधिक मकानों में मीटर में छेड़छाड़ किया जाना भी सामने आया था। अब यदि जिनके घर में विद्युत खपत अधिक है लेकिन उनको बिजली बिल नहीं के बराबर आ रहा है तो ऐसे उपभोक्ताओं के घरों में होने वाली खपत या बिजली बिल कम आने के संबंध में पूरी पड़ताल किए जाने की आवश्यकता है।
ऐसी कोई शिकायत अभी तक नहीं आई है - यादव
इसके संबंध में चर्चा करने पर बालाघाट शहर विद्युत वितरण केंद्र के सहायक यंत्री श्री यादव ने बताया कि उन्हें अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि जिनके घर एसी और वाशिंग मशीन है उसके बावजूद भी बहुत कम बिजली बिल आया है, तो ऐसे उपभोक्ताओं के संबंध में जानकारी एकत्रित की जाएगी।