वारासिवनी। भूमिपूजन के बाद भी सड़क का निर्माण नहीं करवा पाये विधायक जायसवाल
वारासिवनी। वारासिवनी-खैरलॉजी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत एकोड़ी के उमरटोला से आलेझरी पंचायत के बीच करीब तीन किलो मीटर लंबी कच्ची सड़क के निर्माण की मॉग को लेकर ग्राम पंचायत एकोड़ी के ग्रामीणों ने चक्का जाम कर जमकर नारेबाजी कर शासन व विधायक प्रदीप जायसवाल के प्रति अपना आक्रोश प्रकट किया। इस चकाजाम आंदोलन खबर मिलते ही तहसीलदार, नायब तहसीलदार गीता रहांगडाले, थाना प्रभारी शंकरसिंह चौहान व पुलिस बल चकाजाम स्थल पर पहुॅचा। जहॉ पर प्रशासनिक अमले ने आंदोलनकारियों को समझाने का भरपूर प्रयास किया और फिर उनका ज्ञापन लेकर लौट आए।
8 से 10 ग्रामों को जोड़ती हैं सड़क
उल्लेखनीय हैं कि ग्राम उमरटोला से आलेझरी तक आने वाली यह सड़क लगभग 8 से 10 पंचायतों के गांवों के बीच की दूरी को कम करती हैं। लेकिन यह क'ची सड़क बारिश के दिनों में पैदल चलने लायक भी नहीं बचती है। जिससे ग्रामीणों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और आए दिन इस सड़क पर सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है।
विधायक जायसवाल के विरोध में किया चका जाम
इस सड़क निर्माण के लिए लंबे समय से मिल रहे आश्वासन के बाद भी सड़क का निर्माण न होने के चलते एकजुट हुए ग्रामीणों ने वारासिवनी विधायक प्रदीप जायसवाल के विरोध में उमरटोला से आलेझरी मार्ग के समीप गर्रा से दीनी, पूनी सड़क मार्ग को दोनों तरफ से बंद कर चक्काजाम कर प्रदर्शन किया है।
प्रदर्शनकारियों से निपटने पुलिस बल व अधिकारी पहुंचे धरना स्थल पर
ग्रामीणों के इस प्रदर्शन में जनपद पंचायत सदस्य व ब्लॉक कांग्रेस डोंगरमाली अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह उर्फ जीतू राजपूत, जिला पंचायत सदस्य पति मनोज टेंभरे, नगरपालिका परिषद वारासिवनी पूर्व अध्यक्ष विक्की पटेल भी शामिल हुए। जिन्होंने क्षेत्रीय विधायक जायसवाल पर सिर्फ कोरी बातें कर विकास की बात कहने का आरोप भी लगाया है और इस दौरान जमकर प्रदर्शन किया गया है। प्रदर्शन को शांत कराने के लिए वारासिवनी निरीक्षक शंकरसिंह चौहान के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस का बल व नायब तहसीलदार गीता रहांगडाले मौके पर पहुंची और उन्होंने सड़क निर्माण की प्रक्रिया को अपनाने की बात कह कर प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया है।
सालों से मिल रहा सिर्फ आश्वासन
प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण ओमप्रकाश सहारे, संतोष बिसेन दिव्यांग छात्र, कुरांची श्रांगरे समेत अन्य ने बताया कि यहीं सड़क जिला मुख्यालय की पांच किलोमीटर की दूरी एवं जनपद पंचायत वारासिवनी से दस किलोमीटर पर ग्राम पंचायत एकोड़ी के उमरटोला से आलेझरी को जोड़ती है। उन्होंने बताया कि इस सड़क के निर्माण के लिए क्षेत्रीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने 2020 में आश्वासन दिया था कि जल्द ही सड़क का निर्माण हो जाएगा और सड़क निर्माण को लेकर भूमिपूजन कर मिठाई भी बांटी गई थी। लेकिन सड़क निर्माण का कार्य शुरु तक नहीं हुआ। जिसके बाद एक बार फिर उन्होंने 2021 में आश्वस्त किया कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा, लेकिन 2023 आधा बीतने को आया हैं, लेकिन निर्माण कार्य शुरु नहीं हुआ हैं। जिसके चलते ग्रामीण मिल रहे सिर्फ आश्वासन से परेशान हो चुके है और उन्होंने मजबूरी में सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया है।
इन गांवों के ग्रामीणों को होना पड़ता है परेशान
जनपद पंचायत सदस्य जितेन्द्र सिंह उर्फ जीतू राजपूत, नपा पूर्व अध्यक्ष विक्की पटेल ने बताया कि इस सड़क से मुख्यालयों के साथ ही एकोड़ी, दन्दुटोला, कासपुर, हुड़कीटोला, भांडी पिपरिया, मंगेझरी, सालईटोला, जयरामटोला, भदरीटोला, स्कूलटोला समेत अन्य गांवों को जोड़ती है। जिसके डामरीकरण निर्माण के लिए लगातार जनप्रतिनिधि, अधिकारी सभी को अवगत कराया गया हैं, लेकिन निर्माण की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
भूमिपूजन कर वाहवाही लूटने का कार्य कर रहे विधायक जायसवाल
उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय विधायक प्रदीप जायसवाल लगातार सिर्फ विकास के नाम पर वारासिवनी विधानसभा क्षेत्रों में भूमिपूजन कर वाहवाही लूटने का कार्य कर रहे है। जिसका खामियाजा इस क्षेत्र के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। ग्राम उमरटोला से आलेझरी मार्ग पर स्कूल भी है, लेकिन सड़क न होने के चलते स्कूली ब'चों व ग्रामीण कीचड़ भरी सड़क पर चलना पड़ता है और लगातार सड़क दुर्घटना का ग्रामीण शिकार हो रहे है।
घास मद की भूमि का मद परिवर्तन करने पर ही डामरीकृत सड़क का होगा निर्माण-कामनी ठाकुर
इस संबंध में जब एसडीएम कामनी ठाकुर से चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि उमरटोला से आलेझरी तक पूर्व में पंचायत द्वारा सड़क का निर्माण किया गया था। अब ग्रामीणों द्वारा इस मार्ग पर एमपीआरडीसी या लोक निर्माण विभाग के माध्यम से डामरीकृत सड़क बनाने की मॉग की जा रही हैं। लेकिन जिस स्थान से सड़क निर्माण करवाने की मॉग की जा रही हैं, उस स्थान से कुछ दूरी तक घास मद की जमीन हैं। जब तक इसका मद परिवर्तन नहीं किया जायेगा, तब तक इन विभागों के माध्यम से सड़क निर्माण करवाना संभव नहीं हैं। जिसके लिए हमें संबंधित विभाग के माध्यम से प्रक्रिया करनी होगी, उसके बाद ही एमपीआरडीसी या लोक निर्माण विभाग से डामरीकृत सड़क का निर्माण कार्य करवाया जा सकता हैं। उसके लिए कुछ समय लगेगा, जिसके संबंध में ग्रामीणों को जानकारी दे दी गई हैं। फिलहाल उनका ज्ञापन ले लिया गया और आगे की कार्यवाही की जायेगी।
इनका कहना है
ग्रामीणों के द्वारा उमरटोला से आलेझरी तक करीब तीन किलोमीटर सड़क निर्माण को लेकर प्रदर्शन किया गया है। इसकी जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को समझाइस दी गई है कि सड़क निर्माण को लेकर जो भी उचित प्रक्रिया होगी, उसको अपनाकर कार्रवाई की जाएगी।
गीता राहंगडाले नायब तहसीलदार वारासिवनी