बालाघाट। जिले की महिलाओं में छिपी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने में जुटी अग्रणी संस्था रोटरी क्लब ऑफ वैनगंगा दीवास ने तीसरी बार जिले की महिलाओं को मॉडलिंग क्षेत्र में आगे बड़ाने के अपने सिग्नेचर इवेंट, मिसेस बालाघाट-2023 का आयोजन, 21 नवंबर को शहर के एक निजी लॉन में आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि श्रीमती आयुषी अंजुल अयंक मिश्रा,  श्रीमती राधिका गोपाल सोनी, जज मिसेस इंदौर श्रीमती डॉ. रिया जैन, मुंबई से फैशन डिजाईनर एवं स्टायलिस्ट साक्षी सुराना और रोटरपी क्लब ऑफ वैनगंगा अध्यक्ष रोटे. मेघा चोपड़ा, सचिव रोटे. रितु माहेश्वरी और मैनेजिंग डायरेक्टर रोटे. दिव्या वैद्य की मंचासीन उपस्थिति में किया गया।
मानव सेवाभाव और महिलाओं के लिए, महिलाओं द्वारा किया जाने वाले आयोजन रोटरी क्लब ऑफ वैनगंगा दीवास के मिसेस बालाघाट-03 प्रतियोगिता में 12 महिलाओं से ज्यादा प्रतिभागियों ने सहभागिता की।
प्रतियोगिता में महिला प्रतिभागी को तीन राउंड में जज किया गया। जिसमें महिला जजेस ने प्रतिभागी महिलाओं के रैंप, प्रश्नोत्तरी और अलग-अलग वेस्टर्न, इंडो वेस्टर्न और इंडियन ट्रेडीशनल पहनावे पर अपना निर्णय दिया। प्रतियोगिता में जिसमें अलग-अलग वर्गो में विवर्स च्वाईस, प्रिटी मॉम, एवरग्रीन, न्यूडी वेड, विनर, फर्स्ट और सेकंड रनरअप के प्रतिभागियों को 50 हजार रूपए के पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रतियोगिता में अपने सभी प्रतिद्वंदियों को पीछे कर गायत्री बिसेन ने मिसेस बालाघाट का ताज पहना। जबकि फर्स्ट रनरअप मानसी मोदी और सेकंड रनरअप मिताली पारधी रही। वहीं अन्य कैटेगिरी में विवर्स च्वाईस में मानसी मोदी, मिससे एवरग्रीन में राखी श्रीवास्तव, प्रिटिस्ट मॉम में जिया वाधवानी और न्यूली वेड में मौसम पटोले को पुरस्कृत किया गया।
रोटरी दीवास अध्यक्ष रोटे. मेघा चोपड़ा और मैनेजिंग डायरेक्टर रोटे. दिव्या वैद्य ने बताया कि दीवास का मिसेस बालाघाट-2023 सफलतम आयोजन रहा। जिसमें महिलाओं के लिए महिला द्वारा आयोजित कार्यक्रम में महिला प्रतिभागियों ने पूरे आत्मविश्वास के साथ अपना शत-प्रतिशत दिया। निश्चित ही ऐसे आयोजन से महिलाएं प्रेरित होगी और भविष्य में हमारे आयोजन से जुडक़र अपनी प्रतिभा को भी सामने लाएगी।
सैकड़ो महिला दर्शकों की उपस्थिति में आयोजित इस प्रतियोगिता में महिला प्रतिभागियों में गजब का उत्साह रैंप पर देखा गया। जिसमें सभी महिला प्रतिभागी आत्मविश्वास से भरी नजर आई। वहीं रोटरी क्लब ऑफ वैनगंगा दीवास ने इस सफल आयोजन के लिए अतिथि, जजेस और महिला दर्शकों का आभार व्यक्त किया।
मानव सेवा में समर्पित होगी राशि
रोटरी क्लब ऑफ वैनगंगा दीवास अध्यक्ष रोटे. मेघा चोपड़ा और सचिव रोटे. रीतु माहेश्वरी ने बताया कि इस आयोजन से जो फंड एकत्रित हुआ है। उस फंड का उपयोग आगामी 17 दिसंबर में पार्श्वनाथ भवन में दीवास द्वारा आयोजित मानव सेवार्थ, कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम में किया जाएगा। कार्यक्रम में रोटरी क्लब ऑफ वैनगंगा अध्यक्ष मेघा चोपड़ा, सचिव रितु माहेश्वरी, क्लब ट्रेनर दिव्या वैद्य, उपाध्यक्ष पूनम सचदेव, कोषाध्यक्ष गुलशन माहेश्वरी, पूर्व अध्यक्ष श्रुति तिवारी, रश्मि बाघरेचा, नेहा नेमा, स्वीटी वैद्य, नेहा वेगड़, गीता सचदेव, सिल्की लोढा, अंकिता वैद्य, श्रद्धा वैद्य, कृति बोथरा, ममता राय, प्रिती चिले, महिमा राठौड़, ज्योति अग्रवाल, पूजा गुप्ता, दीक्षा गुप्ता, पूजा अग्रवाल, सुरप्रित छाबड़ा, रोजी छाबड़ा, हीरल त्रिवेदी, नम्रता कांकरिया, डॉ. दीप्ति जैन, कुलमीत कौर छावड़ा, सविता पालेवार, विद्या गौतम, डॉ. झरना बिसेन, चारू चौरडिय़ा, श्वेता सेठिया, मेघा जैन, आस्था कांकरिया, नीलम बघेल, भारती शरणागत, आंचल अग्रवाल, नम्रता कांकरिया, स्तुति बोथरा, माधुरी जैन, मिलन जैन, मनु आहुजा, महिमा राठौर सहित अन्य महिलाएं उपस्थित थी।
प्रतिभागियों की जुबानी
पति और परिवार के विश्वास से गायत्री बनी मिसेस बालाघाट
कहते है कि हर मर्द के तरक्की के पीछे पत्नी और परिवार का हाथ होता है लेकिन गायत्री बिसेन के मिसेस बालाघाट बनने के पीछे पति और परिवार के लोगों का हाथ है। इस सफलता का श्रेय वह पति, सास-ससुर और दिवास की मैनेजिंग डायरेक्ट दिव्या वैद्य को देते हुए कहती है कि यदि उन्हें फैशन इंडस्ट्री में मौका मिला तो निश्चित ही वह आगे काम करेगी। दीवास की आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन महिलाओं में एक नया आत्मविश्वास पैदा करता है।
विवर्स च्वाईस और फर्स्ट रनअपर का मानसी ने जीता दोहरा पुरस्कार
मिससे बालाघाट-2023 में मानसी मोदी, इकलौती ऐसी प्रतिभागी रही, जिन्हें विवर्स च्वाईस और फर्स्ट रनअपर का पुरस्कार जीता। जिससे मानसी बेहद खुश है और दीवास के इस आयोजन की जमकर सराहना करते हुए कहा कि विवर्स च्वाईस तो क्लियर था लेकिन फर्स्ट रनअपर का पुरस्कार सरप्राईजिंग था। मिससे बालाघाट में दो अवार्ड मिलने से वह बेहद खुश है।
महिला हर रोल अच्छे से निभा सकती है - मिताली
मिसेस बालाघाट-2023 की सेकंड रनरअप मिताली पारधी, पेशे से डॉक्टर है और उनका मानना है कि महिलाएं हर रोल अच्छे से निभा सकती है। फिर वह घर संभालना या प्रोफेशनल बिजनेस के अलावा सौन्द्रर्य प्रतियोगिता ही क्यों ना हो। उनका कहना है कि महिलाएं डरे नहीं, आगे आए और अपने सपनों को पूरा करने का प्रयास करें, सफलता आपके कदम चूमेगी।
रैंप वॉक करना था मेरा सपना-राखी श्रीवास्तव
डॉ. राखी श्रीवास्तव ने मिसेस बालाघाट-2023 में मिसेस एवरग्रीन का अवार्ड जीता है। उनका मानना है कि दीवास का यह पूरा आयोजन संगठित और सफलतम था। जिसमें महिलाओं का प्रतिभा दिखाने और निखारने का मौका मिला। हर किसी का सपना होता है, मेरा सौन्द्रर्य प्रतियोगिता में रैंप वॉक का सपना था। जो दीवास ने पूरा किया। मैं बहुत खुश हुॅं, महिलाओं से कहना चाहती हुॅं कि आप अपने सपने को पूरा करने की कोशिश करें, सफलता जरूर मिलेगी।