बालाघाट। कभी बालाघाट से तुमसर गाड़ी के शुभारंभ पर बालाघाट पहुंची डीआरएम नम्रता त्रिपाठी, लंबे समय बाद वारासिवनी की ओर से निर्धारित समय से दो घंटे विलंब से बालाघाट पहुंची। इस दौरान उनके साथ रेलवे अधिकारियों का भारी-भरकम अमला था। ट्रेन से उतरने के बाद वह वह सीधे सिंग्नल रूम पहुंची और वहां से काफी देर बाहर निकलकर बालाघाट रेलवे स्टेशन में चल रहे निर्माण कार्यो का जायजा लिया और वहां से बिना मीडिया से मुखातिब हुए सीधे परख स्पेशल ट्रेन से आगे गंतव्य की ओर रवाना हो गई।
    गौरतलब हो कि बालाघाट स्टेशन को अमृत भारत योजना में शामिल किया गया है। जिससे बालाघाट स्टेशन का कायाकल्प होना है। यहां रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार के अलावा पार्किंग, नया प्लेटफार्म और इसका सौन्द्रयीकरण होना है। जिसका काम वर्तमान समय में प्रारंभ है। लंबे समय बाद डीआरएम के प्रवास से मीडिया को उम्मीद थी कि मीडिया के सवालों यात्री सुविधाओं से जुड़े सवालों पर उनकी ओर से कोई जवाब, आम जनता के लिए आएगा। चूंकि ट्रेन की लेटलतीफी और समय-बेसमय ट्रेन के कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है, वही रेलवे ओवरब्रिज और अंडरपास ब्रिज मंे भी हो रही देरी के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन डीआरएम, बिना मीडिया से रूबरू हुए वापस लौट गई।
    बालाघाट पहुंची डीआरएम नम्रता त्रिपाठी से बालाघाट में रेलसुविधाओ के विस्तार में आ रही समस्या को लेकर रेलवे जोन सलाहकार समिति सदस्य मोनिल जैन ने चर्चा करते हुए
बालाघाट रेलवे स्टेशन सहित रेलवे ट्रेक के किनारे अवैध कब्जों, वर्षा ऋतु में ट्रेक के किनार जलभराव जैसी समस्या से अवगत कराया। उन्होंने कटंगी की दिशा में रेलवे ट्रेक के पास अतिक्रमण हटाने की जरूरत बताते हुए आसपास जलभराव होने से आवागमन में परेशानी का मुद्दा उठाया। श्री जैन ने डीआरएम से अतिक्रमण हटाकर आवश्यक भूमि अधिग्रहण कर नाली निर्माण करने का सुझाव दिया, ताकि जलभराव की स्थिति निर्मित न हो। इस पर डीआरएम नम्रता त्रिपाठी ने वरिष्ठ अधिकारियों को उक्त कार्यों का डीपीआर बनाने सहित अन्य आवश्यक निर्देश दिए। इसके अलावा डीआरएम को रेलवे स्टेशन में पार्किंग व्यवस्था, प्लेटफार्म का उन्नयन, पार्सल सुविधा शुरू करने के साथ प्लेटफार्म को चौड़ा एवं बड़ा करने की जरूरत बताई। डीआरएम को रेलवे फुटओवर ब्रिज की जरूरत भी बताई गई।  
जब सीपीएम ने ठेकेदार को लगाई फटकार
रेलवे डीआरएम नम्रता त्रिपाठी के साथ ही रेलवे का पूरा अमला मौजूद था। यहां जब वह ट्रेक नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण कर रही थी। इसी दौरान अमृत भारत योजना का काम देख रहे अधिकारी सीपीएम ने बालाघाट स्टेशन में निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदार को कार्य में हो रही देरी पर कड़ी फटकार लगाई। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी चल रहे निर्माण कार्य में हो रही लेटलतीफी के चलते ठेकेदार पर नाराजगी जाहिर की और समय पर काम करने की बात कही। अधिकारी ठेकेदार से यह कहते सुने गए कि ापके द्वारा कुछ दिनों के काम को महिनो में कराया जा रहा है। यही नहीं बल्कि ठेकेदार को अधिकारी ने तुमसर रेलवे स्टेशन में चल रहे निर्माण कार्य का उदाहरण देते हुए कहा कि जाकर तुमसर स्टेशन का काम देखिए। इसके बाद अधिकारी ने वेटिंग रूम के पास चल रहे कार्यो को कराने को समय पर कराने के निर्देश दिए। एक जानकारी के अनुसार बालाघाट स्टेशन मंे अमृत भारत योजना के तहत किए जा रहे निर्माण कार्यो का काम छत्तीसगढ़ मुंगेली के शिवजी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा कराया जा रहा है।