बालाघाट। विभिन्न मुद्दों पर आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने केंद्र और राज्य की सरकार पर जमकर निशाना साधा तो वही हट्टा में देरी से कॉलेज खोलने को लेकर आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे पर भी शब्दों के कई बाण चलाए। इसके अलावा उन्होंने जिले में हुए नक्सली एनकाउंटर को फर्जी एनकाउंटर की संज्ञा देते हुए एनकाउंटर के नाम पर आदिवासियों की हत्या किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने राहुल गांधी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक को लोकतंत्र की जीत बताया, तो वहीं उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए आगामी चुनाव में योग्य उम्मीदवार मिलने पर जिले की सभी 6 विधानसभा सीटों में क्रांतिकारी पार्टी से उम्मीदवार उतारने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यदि बालाघाट विधानसभा क्षेत्र में भी उन्हें कोई योग्य उम्मीदवार मिल जाता है और कांग्रेस से टिकट यदि अनुभा मुंजारे को मिलती है तो वह अनुभा मुंजारे के खिलाफ भी उम्मीदवार खड़ा करेंगे। आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए श्री मुंजारे ने बताया कि 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है। वही 9 अगस्त को क्रांति दिवस भी है। 9 अगस्त के दिन अंग्रेजों भारत छोड़ो की शुरुआत हुई थी। आदिवासियों ने भी देश को आजाद करने में अपनी कुर्बानी दी है रघुनाथ शाह, शंकर शाह, टांटिया भील मामा सहित अन्य आदिवासियों ने आजादी में अपना योगदान दिया है उसके बाद भी आजादी का लाभ आदिवासियों को नहीं मिल पा रहा है। आज भी कई बैगा आदिवासी झरिया का पानी पीने के लिए मजबूर हैं। तो वही आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं उनका शोषण किया जा रहा है। मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया जाता है ,मणिपुर में बीजेपी की सरकार है और महिलाओं के साथ अत्याचार और आदिवासी महिलाओं के साथ अत्याचार करने वाले लोग भी बीजेपी के हैं। आजादी का असली लाभ कुछ नेताओ उद्योगपति और पूंजीपति को मिल रहा है।जिसके खिलाफ सभी समाज के लोगों को आवाज उठानी चाहिए।
कल कॉलेज खुला, आज हो गया बंद
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हट्टा में कॉलेज खोलने की घोषणा की थी, लेकिन वर्ष 2019 तक वहां कॉलेज नहीं खोला गया। कमलनाथ सरकार ने भी वर्ष 2019 में हट्टा में कॉलेज खोलने की बात कही थी लेकिन उन्होंने भी कॉलेज नहीं खोला। सरकार का तख्तापलट होने के बाद फिर से शिवराज सरकार सत्ता में आई और उन्होंने कॉलेज खोलने की बात कही, लेकिन वर्ष 2022 तक वहां कॉलेज नहीं खुल पाया। जब हमने जून में हट्टा में कॉलेज खोलने की मांग को लेकर जनसभा की आंदोलन किए तब जाकर शिवराज सरकार ने आनन-फानन में कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू की, कॉलेज खोलने के प्रस्ताव पर सहमति दी। उन्होंने 1 अगस्त से कॉलेज खोलने की बात कही थी लेकिन नहीं खोला गया। जब इस मुद्दे पर हमने जनसभा का आयोजन कर 9 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी तब जाकर दूसरे ही दिन सोमवार को हट्टा में कॉलेज खोल दिया गया। जो कॉलेज सोमवार को आनन फानन में खोला गया था वही कॉलेज आज मंगलवार को बंद मिला, वहां एडमिशन की प्रक्रिया या बच्चे पढ़ाई करते हुए नहीं मिले और कॉलेज बंद मिला ।जबकि यह कॉलेज 1 जुलाई से प्रारंभ होना था हमने हट्टा में कॉलेज शुरू करने की मांग को लेकर शिक्षा प्रमुख सचिव इकबाल सिंह को लेटर लिखा था, दूरभाष पर उनसे चर्चा की थी तब जाकर कॉलेज खोला गया है लेकिन मंत्री कावरे अपनी झूठी वाहवाही ले रहे हैं। लोगों को बता रहे हैं कि उनके अथक प्रयास से कॉलेज खुला है जो कि गलत है। यदि उन्हें हट्टा में कॉलेज खोलना ही था तो पहले ही खोल देते वर्ष 2012 से अब तक राह नहीं देखते। उन्होंने हमारे आंदोलन जनता से आंदोलन को मिल रहे समर्थन और आगामी चुनाव को देखते हुए हट्टा में कॉलेज खोला है लेकिन वहां कालेज में एडमिशन या पढ़ाई संबंधी अब तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।