बालाघाट। संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससी द्वारा सिविल सेवा प्रधान परीक्षा 2022 का परिणाम 23 मई को घोषित होगा। इसमें लांजी के भूरसाडोंगरी निवासी प्राचार्य छबीलाल विजयवंशी की मंझली बेटी पल्लवी विजयवंशी ने 730 वी रैंक हासिल की है। इन्हें मिली इस उपलब्धि के चलते पल्लवी का विभिन्न संस्थाओ द्वारा स्वागत अभिनंदन किया जा रहा है। शुक्रवार को नगर के शासकीय जटाशंकर त्रिवेदी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना अंतर्गत महाविद्यालय की वर्चुअल क्लास यूपीएससी की प्रशासनिक परीक्षा में सफलता के मंत्र विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया जो यूपीएससी परीक्षा में चयनित हुई छात्रा पल्लवी विजयवंशी के प्रमुख उपस्थिति में हुआ। कॉलेज प्रबंधन द्वारा पल्लवी विजयवंशी का जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान छात्रा पल्लवी विजयवंशी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए छात्र-छात्राओं को यूपीएससी की प्रशासनिक परीक्षा में किस प्रकार सफलता अर्जित की जा सकती है इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी। छात्र-छात्राओं को बताया गया किस प्रकार इसके लिए मेहनत करनी चाहिए पढ़ाई किस प्रकार की जानी चाहिए तथा इस दौरान किस प्रकार की समस्या आती है तो उसका किस प्रकार से समाधान किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में मौजूद जेएसटी पीजी कॉलेज के प्राचार्य गोविंद सिरसाटे द्वारा भी संबोधित करते हुए यूपीएससी में चयनित पल्लवी विजयवंशी की प्रशंसा की गई तथा बताया गया कि इन्होंने जिस प्रकार से पढ़ाई कर सफलता अर्जित की है, इनसे प्रेरित होकर सभी छात्र-छात्राएं अच्छी मेहनत करें और सफलता प्राप्त करें।
अच्छी मेहनत करेंगे तो अवश्य सफलता मिलेगी - पल्लवी विजयवंशी
कार्यक्रम के दौरान चर्चा करने पर यूपीएससी परीक्षा में चयनित पल्लवी विजयवंशी ने बताया कि यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए उनके द्वारा किया गया प्रयास काफी लंबा था। वह हर दिन पढ़ाई के लिए 7 से 8 घंटे निकालती थी लेकिन परीक्षा के समय 11 से 12 घंटे वह हर दिन अवश्य पढ़ाई करती थी। प्राथमिक स्कूल की पढ़ाई उन्होंने लांजी के स्कूल से की, उसके बाद मिडिल और हायर सेकेंडरी की पढ़ाई नवोदय विद्यालय से की। छात्र- छात्राओं को यही संदेश है आप जो भी भविष्य में करना चाहते हैं अच्छे से सोच ले, आपमें क्या टैलेंट है आप किस क्षेत्र में रुचि रखते हैं एक बार सोचकर जुट जाइए अच्छी महनत करेंगे तो जरुर सफलता मिलेगी। सफलता नहीं मिलने पर कमियों को तलाशना चाहिए अगर आवश्यकता पड़े तो जो लोग सफल हो चुके हैं उनसे मार्गदर्शन भी लेना चाहिए।