बालाघाट। राहुल की लोकसभा सदस्यता समाप्त होने पर कांग्रेसियों में फूटा आक्रोश
बालाघाट।
गत दिवस माननीय न्यायालय द्वारा पूर्व सांसद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता निरस्त कर दी गई है। जिसको लेकर कांग्रेसियों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है और जगह-जगह प्रदर्शन किया जा रहा है। उसी के अनुरूप 26 मार्च रविवार को पूरे देश सहित बालाघाट जिले में कांग्रेसियों के द्वारा सत्याग्रह आंदोलन चलाया गया, जो नगर मुख्यालय स्थित हनुमान चौक पर राष्ट्रपिता की प्रतिमा के समीप कांग्रेसियों के द्वारा सत्याग्रह आंदोलन चलाया गया और मोदी सरकार व भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। वहीं इस दौरान कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि भाजपा सरकार लोकतंत्र की हत्या करने वाली सरकार है और वह कांग्रेस सहित राहुल गांधी को दबाने का प्रयास कर रही है लेकिन कांग्रेसी गांधी जी के उपासक हैं और उनकी नीति को अपनाने वाले लोग हैं जो कभी डरेंगे नहीं और दबेंगे नहीं।
नगर के हनुमान चौक स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन में सत्याग्रह आंदोलन किया गया। लगभग पांच घंटे चले इस सत्याग्रह आंदोलन में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एवं विधायक संजयसिंह उईके, विधायक सुश्री हिना कावरे, पूर्व विधायक मधु भगत, प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव श्रीमती पुष्पा बिसेन, श्रीमती केशर बिसेन, राजा लिल्हारे, भीम फुलसुंघे, अनूपसिंह बैस, आशुतोष बिसेन, पूर्व नपाध्यक्ष विवेक पटेल, राजा सोनी, जुगल शर्मा, रहीम खान, श्रीमती रचना लिल्हारे, श्रीमती अंजु जायसवाल, अनुराग चतुरमोहता, शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्याम पंजवानी, कैलाश साहु, सुशील पालीवाल, संतोष जैन, ब्लॉक अध्यक्ष गोकुल गौतम, जीतु राजपूत, भाउराम गाड़ेश्वर, युसुफ पटेल, महेन्द्रसिंह चौहान, महेन्द्र बाहेश्वर, संतोष बिसेन, मकसूद खान, तबरेज खान, जीतु बर्वे सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित थे। सत्याग्रह आंदोलन में बैठे जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एवं विधायक संजयसिंह उईके ने मोदी सरकार की जनविरोधी नीति, बेरोजगारी समस्या, भ्रष्टाचार और अडानी मुद्दे को देश की आवाज बनकर उठा रहे हमारे नेता राहुल गांधी की आवाज को दबाने के लिए मोदी सरकार द्वारा जल्दबाजी में राहुलजी की सदस्यता को रद्ध किया गया है। भाजपा देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को खराब करने का काम कर रही है। जिसके विरोध स्वरूप राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के आव्हान पर कांग्रेस ने सड़क पर उतरकर सत्याग्रह आंदोलन के माध्यम से यह बताने का काम किया है कि कांग्रेस का हर सिपाही राहुल जी के साथ खड़ा है।
विधायक सुश्री हिना कावरे ने कहा कि जानबूझकर, राहुल जी की सदस्यता को रद्ध करने का काम केन्द्र की मोदी सरकार के ईशारे पर किया गया है। चूंकि हम गांधीवादी लोग है, इसलिए इस अन्याय का प्रतिकार हम गांधीवादी तरीके से सत्याग्रह आंदोलन करके कर रहे है। कांग्रेस का हर कार्यकर्ता आज राहुल जी के साथ है। घटना से साफ है कि राहुल जी के सवालों से मोदी सरकार घबराई हुई है और उसे डर है कि कहीं राहुल जी ने संसद में और आवाज उठाई तो देश की जनता मोदी जी को सत्ता से बाहर कर देगी। जिसके कारण उनकी संसद में आने से रोकने के लिए उनकी सदस्यता को खत्म कर दिया।
पूर्व विधायक मधु भगत ने कहा कि मोदी सरकार, उद्योगपतियों के साथ मिलकर देश में अराजकता का माहौल पैदा कर लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है। जिसका कांग्रेस के नेता राहुल जी ने विरोध किया तो पुराने मोदी प्रकरण को निकालकर उनकी सदस्यता रद्ध करवा दी। मोदी सरकार राहुल जी की भारत जोड़ो यात्रा और अडानी पर उठाये जा रहे सवालों से घबरा गई हैं। जिसके कारण मोदी सरकार, संविधान की धज्जियां उड़ाकर लोकतंत्र को खत्म करने का काम कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव श्रीमती पुष्पा बिसेन ने देश की मोदी सरकार, राहुल जी से घबराई हुई है, फिर वह चाहे राहुल जी की भारत जोड़ो यात्रा हो, या फिर अडानी के शेल कंपनी में लगाये गये करोड़ो रूपये का मामला उठाये जाने का मुद्दा हो। जिसके चलते राजनीतिक षडयंत्र के तहत राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता को मोदी सरकार के ईशारे पर खत्म करने का काम किया गया है। जिसकी कांग्रेस घोर निंदा करती है। जिसको लेकर ही आज कांग्रेस सड़क पर सत्याग्रह आंदोलन करने बैठी है।
कार्यवाहक जिलाध्यक्ष राजा सोनी ने कहा कि जिस तरह से हमारे नेता राहुल जी की सदस्यता को रद्ध किया गया है, उससे देश की जनता हतप्रभ है। भाजपा लोकतंत्र में आवाज को दबाने का काम कर रही है। जो भी भाजपा की गलत नीतियों के खिलाफ बोलता है तो उस पर ईडी की जांच या फिर सीबीआई लगा दी जाती है। मोदी सरकार दमनकारी नीति अपना रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। एक साजिश के तहत अडानी का मुद्दा संसद में ना उठे, इसके लिए राहुलजी की सदस्यता को रद्ध किया गया है। हम कांग्रेसी इसका पुरजोर विरोध करते है और और यह आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा।
प्रदेश सचिव अनूपसिंह बैस ने कहा कि गोडसे विचारधारा फिर से गांधी को खत्म करने का काम कर रही है। देश में चोर और चौकीदार साथ है। राहुल जी ने भ्रष्टाचारियों के चेहरे मोदी सरनेम के नाम से बेनकाब किये तो गोडसे विचाराधारा ने उनकी सदस्यता को खत्म करने का कुत्सित प्रयास किया है। बैंक का करोड़ो रूपये लेकर भागने वालो राहुल जी ने चोर कह दिया तो उनकी सदस्यता बर्खास्त कर दी गई। जिसके कारण कांग्रेस सड़क पर उतरकर आंदोलन कर रही है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष जुगल शर्मा ने कहा कि देश की मोदी सरकार, कांग्रेस और राहुलजी से डरी हुई है, वह नहीं चाहती है कि उनके उद्योगपतियों से सांठगांठ की देश की जनता को पता चले। जिसे राहुलजी द्वारा उजागर करना, मोदी सरकार को अच्छा नहीं लगा और एक पुराने प्रकरण पर कोर्ट द्वारा दी गई सजा के तत्काल बाद उनकी सदस्यता को रद्ध कर दिया गया है। जिसका आज कांग्रेस विरोध कर रही है।
शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्याम पंजवानी ने कहा कि ना खाउंगा ना खाने दूंगा का नारा देने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार अडानी के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त है, जिसे संसद में हमारे नेता राहुल जी उठाकर गठजोड़ का पर्दाफाश कर रहे थे। जिससे घबराकर मोदी सरकार ने उनकी सदस्यता को खत्म करने का काम किया है। मोदी सरकार राहुल जी के अडानी से गठजोड़ और भारत जोड़ो यात्रा से घबरा गई है। जिन्हें लगने लगा है कि 2024 में राममंदिर मुद्दे और राष्ट्रवाद के भ्रम से उनकी सरकार नहीं बनने वाली है बल्कि जनता अब हाथ से हाथ जोड़कर सरकार बनाने के मूड में है तो घबराई मोदी सरकार ने चार साल पुराने मानहानि मामले में षडयंत्र के तहत सजा और सदस्यता को खत्म करने का किया है लेकिन भाजपा यह ना भुले की गांधी के उपासक कांग्रेसियों को भगतसिंह बनने में भी देर नहीं लगेगी और जगह-जगह उनका विरोध कर उनके पुतले फूंकने काम, कांग्रेसी सड़क पर उतरकर करेंगे।
यह रहे उपस्थित
हनुमान चौक स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष किये गये। कांग्रेस के सत्याग्रह आंदोलन में मुकेश जोशी, श्री निवास राव, सुखदेवमुनी कुतराहे, मधुसुदन शर्मा, नारायण परिहार, राजेश ठाकुर, आशु जोशी, अल्लारक्खा, केवलसिंह झारिया, रिकाब मिश्रा, सुशीला सरोते, सुनील जैन, बाबूलाल राणा, शैफाली बुधरानी, रामसिंह भाटिया, शानू राय, नरेन्द्र मेश्राम, निखिल गौतम, शहबाज अहमद, साबिर मंसुरी, अंशु अवस्थी, शाहिद मियां, विनोद बंशकार, रामभाऊ पंचेश्वर, छबिराम नागेश्वर, पन्ना शर्मा, शैलेन्द्र पटेल, धर्मेन्द्र बोपचे, संदेश सैयाम, धर्मेन्द्र शेंडे, सुनील जैन, नारायण परिहार, सुरेश गुड्डु सोनी, छोटा खान, लीना अर्जुनवार, सविता धुर्वे, धानेश्वरी मेरावी, बिंदु धुर्वे, देवेन्द्र मोहारे, डॉ. लक्ष्मणसिंह कुर्राम, राम नगपुरे, आशा पुसाम, पन्नालाल कुतराहे, रमेश मेश्राम, मयूर मोटवानी, श्रीमती रूपलता पडवार सहित अन्य कांग्रेसी उपस्थित थे।