कटंगी। आगामी विस चुनाव में कांग्रेस द्वारा कटंगी से पूर्व सांसद बोधसिंह भगत को टिकट दिए जाने के बाद इस क्षेत्र से टिकट की पक्की दांवेदार रही वरिष्ठ महिला नेत्री व जिपं.सदस्य केसर बिसेन ने निर्दलीय चुनाव लडऩे के लिए हुंकार भर दी। हालांकि पूर्व सांसद बोधसिंह भगत को टिकट मिलने के कयास पूर्व से ही लगाए जा रहे थे और इन कयासों के बीच ही जिपं.सदस्य केसर बिसेन ने पार्टी के सिंबाल से इतर अपने नाम के दम पर चुनाव लडऩे की इच्छा समर्थकों एवं जनता के बीच जाहिर कर दी थी। हुआ भी कुछ ऐसा ही। दो दिन पूर्व बोधसिंह भगत की टिकट फाईनल हुई और केसर बिसेन बिना किसी देरी के जनता के बीच निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पहुँच गई। बुधवार को पठार क्षेत्र के ग्राम बम्हनी, दिग्धा, हरदौली और आंजनबिहरी में महिला नेत्री ने समर्थकों के साथ आमद दर्ज कराते हुए जनता के बीच अपने जिपं. के कार्यकाल की उपलब्धियाँ गिनाई और विधानसभा चुनाव में अपने पक्ष में मतदान करने की जनता से अपील की। महिला नेत्री ने क्षेत्रीय विकास के मुद्दों को लेकर बीजेपी सरकार और जिले के सांसद के साथ ही अपनी ही पार्टी के क्षेत्रीय विधायक पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेन्द्र बाहेश्वर, भौरगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष विनय जायसवाल, तिरोड़ी ब्लॉक अध्यक्ष महेन्द्र सिंह चौहान, आईटी सेल अध्यक्ष अरविंद सोनी, जनपद सभापति चमन डोंगरवार, जनपद सदस्य नितेश पुष्पतोड़े, अयूब भाई, सब्बीर भाई, जितेन्द्र बोपचे, मोहन सोनवाने, योगेश सोनवाने सहित अन्य कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में जनता जनार्दन उपस्थित रहे।
जनता की ताकत से हौसले बुलंद
जिपं. सदस्य केसर बिसेन ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि मैं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में आपके बीच आऊंगी। मुझे पूरा विश्वास है कि कांग्रेस से इतर मेरा जो चुनाव चिन्ह रहेगा जनता उसे स्वीकारेगी। ये क्षेत्र के विकास के लिए जनता की लड़ाई है और जनता को ही लडऩा है, जनता को ही जीतना है। आपकी ताकत ही मेरे हौसले बुलंद करेगी। श्रीमती बिसेन ने विरोधियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मुझे किसी को अपनी योग्यता का प्रमाण पत्र देने की आवश्यकता नहीं है। मेरी जनता ने मुझे पूर्व से ही निस्वार्थ सेवा और विकास कार्य करने का प्रमाण पत्र दिया हुआ है। मौके पर अतिथि शिक्षकों के वेतन से संबंधित शिकायत सामने आने के बाद जिपं.सदस्य ने कहा कि यहां के किसी विधायक या सांसद ने अतिथि शिक्षकों की इस समस्या को सदन में नहीं रखा होगा। मैंने बतौर जिपं.सदस्य विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को भी जिपं. की कार्य योजना समिति की बैठक में रखा है। अपने निर्वाचन क्षेत्र क्रं. 13 के अतिरिक्त भी विधानसभा क्षेत्र के गांवों में राजीव गांधी विद्युतीकरण, पुल-पुलिया एवं सड़क के कार्य कराए। स्कूलों का उन्नयन कराया। कांग्रेस से टिकट न मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि को पहले जनता टिकट देती है बाद में हाईकमान। मुझे जनता से टिकट मिल चुकी है, अब मुझे किसी की टिकट की दरकार नहीं है। उन्होंने इस सभा में उपस्थित जनसमुदाय से कहा कि यदि क्षेत्र की जनता उन्होंने विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने का अवसर देती है तो निश्चित ही वे क्षेत्रवासियों की निस्वार्थ भाव से सेवा एवं क्षेत्र का विकास करेगी।
किसी ने औद्योगिक विकास की चिंता नहीं की
श्रीमती बिसेन ने कहा कि यह बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि क्षेत्र में खनिज, बांस के अपार स्त्रोत होने के बावजूद किसी जनप्रतिनिधि ने सदन में कहीं भी कोई प्लांट निर्माण का मुद्दा नहीं रखा। वारासिवनी क्षेत्र में एथेनाल के प्लांट हैं। हमारे क्षेत्र में एक भी एथेनॉल प्लांट नहीं है। न ही इसके अतिरिक्त कोई उद्योग स्थापित हुआ है। पठार में गन्ना सर्वाधिक होता है फिर भी यहां के किसानों को गुड़ के उचित दाम पाने के लिए महाराष्ट्र की मंडी में जाना पड़ता है। क्षेत्र में जितने भी विधायक आए इन्होंने क्षेत्र के औद्योगिक विकास की कोई पहल नहीं की। मेरा पहला प्रयास क्षेत्र का औद्योगिक विकास रहेगा। इससे बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा। किसानों की समस्याएं प्राथमिकता से निराकृत की जाएगी। श्रीमती बिसेन बिना नाम लिए यह तक कह गई कि विधायक को क्षेत्र के विकास की बात कभी नजर नहीं आती।
महिला नेत्री को तीनों ब्लॉक के अध्यक्षों का समर्थन
बुधवार को पठार क्षेत्र में जनसंपर्क पर रही जिपं.सदस्य केसर बिसेन के साथ कांग्रेस के कटंगी, तिरोड़ी और भौरगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष भी दिखाई दिए। मतलब साफ है कि संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों का महिला नेत्री को समर्थन है। यही नहीं संगठन के अन्य प्रतिनिधि और जनपद प्रतिनिधियों ने भी बहनजी को समर्थन दिया हुआ है। फिर पार्टी हाईकमान ने स्थानीय पदाधिकारियों की भावनाओं को ताक पर रखकर कैसे चुनाव के ठीक पूर्व पार्टी की सदस्य ग्रहण करने वाले पूर्व सांसद को कटंगी से उम्मीदवार बना दिया यह समझ से परे हैं।