बालाघाट। लामता बनेगी बालाघाट जिले की बारहवीं तहसील
नवीन तहसील लामता का होगा सृजन, 17 पद भी किए गए मंजूर
बालाघाट। जिले की बारहवीं तहसील के रूप में लामता पंचायत का सृजन किया गया हैं। लामता को तहसील बनाए जाने के प्रस्ताव को 4 अक्टूबर 23 को आयोजित मध्यप्रदेश केबिनेट में स्वीकृति प्रदान कर दी गई, वहीं 17 पद भी स्वीकृत किए गए हैं। इस जानकारी के बाद लामता क्षेत्रवासियों में हर्ष की लहर व्याप्त है, जिन्होंने आतिशबाजी कर अपनी खुशी का इजहार भी किया। लामता के तहसील बनने के साथ ही अब जिले में बारह तहसील हो जाएंगी।
जानकारी के अनुसार पूर्व में लामता को तहसील बनाए जाने के संबंधी सूचना का प्रकाशन मप्र राज पत्र 4 अगस्त 2023 को कर दिया गया था। दावे आपत्ति के लिए 30 दिवस की अवधि दी गई। उक्त अवधि का अवसान होने के बाद प्रस्ताव स्वीकृति के लिए केबिनेट में रखा गया। जिस पर केबिनेट ने अपनी मोहर लगा दी हैं। लामता के तहसील बनने से यहां के हजारों ग्रामीणों को राजस्व संबंधी कार्यो के लिए जिला मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। तहसील से संबंधित समस्त कार्य गांव में पूर्ण करवाए जा सकेंगे।
पहले हुआ करती थी 11 तहसील
जानकारी के अनुसार अब तक जिले में 11 तहसीलों में बालाघाट, लालबर्रा, वारासिवनी, तिरोड़ी, कटंगी, खैरलांजी, बैहर, बिरसा, परसवाड़ा, किरनापुर, लांजी हुआ करती थी। वहीं लामता पंचायत का उन्नयन होकर तहसील के रूप में दर्जा दिया जा रहा है। नवीन तहसील लामता में कुल 16 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। उत्तर में मंडला जिले की नैनपुर तहसील, पूर्व में परसवाड़ा, दक्षिण में बालाघाट तहसील और पश्चिम में सिवनी जिले की केवलारी तहसील होगी।
यह होंगे फायदें
तहसील संबंधी कार्यो के लिए जिला मुख्यालय नहीं आना पड़ेगा।
40 किमी. का फेरा व समय बचेगा।
करीब 25 ग्राम पंचायतों के हजारों ग्रामीणों को लाभ होगा।
राजस्व संबंधित प्रकरणों का गांव में निराकरण।
स्कूली बच्चों के आय जाति व अन्य प्रमाण पत्र जो तहसील स्तर के होते हैं गांव में ही हो सकेंगे।
सरकारी नौकरी के अवसर बढ़ेंगे।
नामांतरण, नक्सा, सीमांकन, फौती, पट्टा पावती के कार्य गांव में हो सकेंगे।
क्षेत्र में खुशी का माहौल
चरेगांव निवासी प्रहलाद पारधी ने बताया कि लामता के तहसील बनने की खबर के बाद क्षेत्र में उत्साह व हर्ष का माहौल व्याप्त है। भाजपाईयों ने आतिशबाजी कर मिठाईयां वितरित की। वहीं प्रदेश के आयुष मंत्री व स्थानीय विधायक रामकिशोर कावरे और प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का आभार भी जताया है।
इनका कहना है
लामता को तहसील बनाना हमारा लक्ष्य था। मैं मुख्यमंत्री का आभार व्यक्तकरता हूं, जिन्होंने 22 फरवरी 23 को लामता की सभा में मेरे प्रस्ताव पर लामता को तहसील बनाए जाने की घोषणा की थी। उनकी घोषणा आज पूरी हुई है। लामता की जनता को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।
रामकिशोर कावरे, आयुष मंत्री मप्र शासन