कटंगी। भाजपा की कैसे होगी नैया पार जब अकेले पड़े गौरव
कटंगी। प्रदेश में आज से ठीक एक माह बाद 19 नवंबर को मतदान होने है. प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। यहां विधानसभा क्षेत्र कटंगी-खैरलांजी में प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा, कांग्रेस, बसपा-गोंगपा, सपा ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। जिसके बाद प्रत्याशी अपने प्रचार-प्रसार में जनता से जनमत हासिल करने के लिए गांव-गांव में जनसंपर्क कर रहे है। आम आदमी पार्टी भी जल्द ही अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर सकती है। आम आदमी पार्टी के संभावित उम्मीदवार प्रशांत मेश्राम भी अपनी और पार्टी की जमीन तैयार करने में जुट गए है। इनके अलावा निर्दलीय चुनाव में उतरने की तैयारी कर चुकी जिला पंचायत सदस्य श्रीमती केसर बिसेन भी लंबे समय से अपने समर्थकों के साथ क्षेत्र में लगातार दौरा कर रही है। वह जनता से सीधे संवाद करने के लिए सुबह 07 बजे से ही अपने घर से दौरे पर निकल जाती है और देर रात लौटती है।
बात करें पूर्व सांसद बोधसिंह भगत की जिन्होंने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की और कांग्रेस पार्टी ने उन्हें टिकट दिया। वह कांग्रेस के प्रमुख चेहरों के साथ गांव-गांव में प्रचार-प्रसार कर रहे है और कांग्रेसियों से तालमेल बिठाने में लगे हुए है। कथित तौर पर उन पर यह आरोप है कि वह कांग्रेसियों को जानते-पहचानते नहीं है। अपने ऊपर लगने वाले इन्हीं कथित आरोपों को दूर करने और कांग्रेसियों से मेल-जोल बढ़ाने के लिए सुबह 07 बजे ही निकल जाते है। बोधसिंह भगत अब तक कांग्रेस के कई प्रमुख चेहरों से मिलजुल कर अपने लिए समर्थन मांग चुके है। हालांकि कांग्रेस के तीनों ही ब्लॉकों के अध्यक्ष उनके साथ प्रचार-प्रसार करते नहीं दिख रहे है लेकिन जमीन पर काम करने वाले कांग्रेसियों के साथ-साथ वरिष्ट कांग्रेसियों का उन्हें भरपुर सहयोग और समर्थन मिलते दिख रहा है। वहीं बसपा प्रत्याशी उदयसिंह पंचेश्वर फिर बार कैडर के लोगों के साथ प्रचार-प्रसार पर निकल गए है। हालांकि सपा प्रत्याशी महेश सहारे का अब तक कोई अता-पता नहीं है। वहीं आप के संभावित उम्मीदवार प्रशांत भाऊ गांवों में चौपाल लगाकर वोट बैंक तैयार करते नजर आ रहे है। इन सबके बीच भाजपा के प्रत्याशी गौरव पारधी अकेले नजर आ रहे है। उनके साथ केवल चुनिंदा युवा दिख रहे है। जिनकी राजनीतिक छवि या तो ठीक नहीं है या फिर उनका कद इतना बड़ा नहीं है कि वह मतदाताओं को साध सकें लेकिन गौरव की मजबूरी है कि वह इन युवाओं को ही अपने साथ लेकर चल रहे है जिसका बड़ा कारण संगठन के तमाम पदाधिकारी और स्थानीय नेताओं की दूरी है। इन सभी ने गौरव से दूरी बनाकर रखी है।
सर्वविदित है कि भाजपा संगठनात्मक पार्टी है यह हमेशा संगठन के आधार पर ही काम करती है लेकिन जब से विधानसभा क्षेत्र कटंगी-खैरलांजी से गौरव पारधी को भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है तब से भाजपा संगठन छिन्न-भिन्न हो गया है। कटंगी-खैरलांजी में भाजपा सभी बड़े और प्रमुख चेहरे पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए अपने घरों से नहीं निकल रहे है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या गौरव पारधी की नैया पार लगेगी या नहीं। जन चर्चा है कि गौरव पारधी पार्टी के किसी भी स्थानीय नेताओं से संपर्क नहीं कर रहे है उन्हें लग रहा है पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुझे टिकट दिया है जिसे गरज है वह खुद आए। उन्हें प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पर वोट मिल जाएगा। गौरव पारधी की इस हरकत से भाजपा के वरिष्ट नाराज है।