बालाघाट। सीधी जिले के भाजपा विधायक पूर्व प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला द्वारा आदिवासी युवक पर पेशाब करने के वायरल वीडियो के बाद जहां सरकार भी एक्शन मोड में दिखाई दे रही है, वहीं आदिवासी युवक के साथ घटित इस शर्मनाक घटना को लेकर शहर कांग्रेस के नेतृत्व में कार्यवाही की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ को ज्ञापन सौंपा गया। कांग्रेस का कहना है कि आरोपी पर ना केवल कठोर कार्यवाही हो, ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति भी ना हो। वहीं कांग्रेस ने एक सवाल भी खड़ा किया है कि अक्सर दलितों के साथ होने वाले अत्याचारो में भाजपा के लोगो का ही नाम आता है, जो काफी चिंतनीय है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार और भाजपा नेताओं के संरक्षण में आदिवासी, दलित, शोषित एवं पीडि़त लोगों को भाजपा के कार्यकर्ता अपमानित और प्रताडि़त करने में लगे है। कांग्रेस ने कहा कि आदिवासी युवक और उसके परिवार के साथ पूरी कांग्रेस खड़ी है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष जुगल शर्मा ने कहा कि भाजपा आदिवासियों और दलितों का लगातार अपमान करते आ रही है। भाजपा विधायक प्रतिनिधि की हरकत शर्मनाक और निंदनीय है, हमारी मांग है कि ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की जाये। शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्याम पंजवानी ने कहा कि सीधी की घटना ने भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा उजागर कर दिया। राज्यो में विपक्षी दलों को भय और धन से प्रलोभित कर भाजपा ने अपने चाल और चेहरे का परिचय दे दिया है, वहीं सीधी और सांसद ब्रजभूषण की घटना से उसके चरित्र का पता जनता को लग गया है। चिंतनीय तो यह है कि ऐसे सामने आने वाले मामलो में भाजपा कार्यकर्ता का ही नाम क्यों आता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की हमेशा से नीति रही है कि शोषित पीडि़त आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक समाज को कैसे दबाया जाये लेकिन काग्रेस सर्वधर्म को मानने वाली पार्टी है और पूरी ताकत से वह आदिवासी और दलित समाज की आवाज को बुलंद करते रहेगी। हमारी मांग है कि ऐसे विधायक प्रतिनिधि रखने के जिम्मेदार विधायक पर कार्यवाही हो। महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती रचना लिल्हारे ने कहा कि घटना निंदनीय है और कांग्रेस इसकी निंदा करती है। इस घटना के बाद से आदिवासी और दलित समाज आक्रोशित है। घटना से साफ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री के संरक्षण में प्रदेश में भाजपाई गुंडाराज चलाना चाहते है लेकिन उनकी यह सोच कभी सफल नहीं होगी। अनुसूचित जाति, जनजाति प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष नरेन्द्र मेश्राम ने कहा कि भाजपा के लिए आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय केवल वोट बैंक है, सरकार का इन समुदाय पर विश्वास नहीं है। श्रीराम मंदिर के भूमिपूजन से लेकर संसद के लोकार्पण में दलित समाज के राष्ट्रपति को ना आमंत्रित कर बाबाओ को आगे रखकर भाजपा सरकार ने दलित समाज का अपमान किया। भाजपा आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यको के हितैषी होने का ढोंग करती है। इस घटना से हिन्दुराष्ट्र बनाने की इनकी सोच के कल्पना से आदमी सहम जाता है। इस दौरान उपाध्यक्ष शेषराम राहंगडाले, रहीम खान, सफकत खान, अल्लारक्खा, शैफाली बुधरानी, शमीम सिद्धीकी, राजेश ठाकुर, शहबाज खान, साबिर मंसुरी, शब्बीर पटेल, अनिल जायसवाल, मंदा चौरे, धमेन्द्र बोपचे, गोविल चौरे, डॉ. अमर बिसेन, सोनु मानेश्वर, रामसिंह भाटिया, संतोष बाहेश्वर, बी.एल. राणा सहित अन्य कांग्रेसी उपस्थित थे।