वारासिवनी। जायसवाल भाजपा प्रत्याशी, तो डॉ. निर्मल को लड़ाया जायेगा बागी के रुप में
वारासिवनी। खनिज विकास निगम अध्यक्ष व विधायक प्रदीप जायसवाल को भाजपा में शामिल करने के विरोध में गुरुवार को भाजपा संगठन की बैठक स्थानीय पंवार मंगल भवन में सम्पन्न हुई। जिसमें पार्टी की आगामी रणनीति पर भाजपा के असंतुष्ट नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा अपने-अपने विचार प्रकट किए गए।
गौरीशंकर बिसेन व मुख्यमंत्री चौहान को किया कटघरे में खड़ा
इस बैठक में भाजपा के नेताओं का आक्रोश अपने वरिष्ठ नेताओं के प्रति खुलकर सामने आया। विधायक प्रदीप जायसवाल को भाजपा में शामिल करने के मामले में असंतुष्ट भाजपा नेताओं ने केबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन की दोहरी भूमिका से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भूमिका पर भी सवालिया निशान लगाते हुए उन्हें कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया।
दूसरी लाईन खड़ी नहीं करने से थोपा गया प्रत्याशी-सुनील पिपरेवार
बैठक को संबोधित करने वाले नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भाजपा को वारासिवनी में मजबूती से खड़ा करने के बाद किसी अन्य को पार्टी का मुखिया बनाने के पार्टी के निर्णय कड़े शब्दों में विरोध किया। वहीं पूर्व पार्षद सुनील पिपरेवार ने तो अपने ही नेताओं पर निशाना साधते हुए इस पूरे घटनाक्रम के लिए उन्हें ही दोषी ठहराया। उन्होंने अपने उद्बोधन में स्पष्ट रुप से कहा कि हमारे वरिष्ठ नेताओं ने यदि अपना विकल्प तैयार किया होता, तो आज पार्टी द्वारा किसी और विकल्प को लाने की या हमारे ऊपर थोपने की आवश्यकता नहीं पड़ती। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के अंदर दूसरी लाईन में किसी को खड़ा किया होता, जिसका परिणाम हैं कि आज दूसरे दल का व्यक्ति हमारे दल पर कब्जा करने की स्थिति में आ गया हैं। पार्टी के नेता अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुॅचने की बात अवश्य करते हैं, लेकिन उस व्यक्ति को आगे बढऩे से रोकने का कार्य भी करते हैं।
दृढ़ इ'छा शक्ति व एक होकर लड़ाने से ही मिलेगी जीत
उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षो से मेहनत करने वाला व्यक्ति कहॉ जाए, उस पर चिंतन करना होगा। जिसको पार्टी के अंदर रहना हैं, उसे विकल्प चुनना होगा। आज भाजपा का इतना बड़ा कारवॉ हैं, यदि इच'छा शक्ति मजबूत हो और दृढ़ निश्चय हो, तो निश्चित ही रुप से यदि हम किसी अपने बीच से प्रत्याशी को लड़ाते हैं, तो विजयश्री निश्चित होगी। लेकिन यह बीड़ा कौन उठाये, अपने कंधे पर बला कौन ले? यदि आप लोग एक हैं तो, लेकिन मुझे लगता हैं कि यहॉ आए हुए लोगों में कई लोग उस दिन उसके स्वागत कार्यक्रम में भी शामिल थे। आज यहॉ जितनी भीड़ जमा हुई हैं, उतनी भीड़ मैंने कभी भाजपा की बैठक में नहीं देखा हैं। यहॉ वह यह देखने आए हैं कि यहॉ क्या होगा? वहॉ पर देख आए हैं, उनके मन में लालसा हैं वहॉ माल मिलेगा। हमें तो पार्टी के साथ रहने हैं,हमारे नेताओं ने सिखाया हैं पार्टी हमारी मॉ होती है।
गाड़ी, घोड़ा, पैसा, रेत, दारु के ठेके के फेर में 50 प्रतिशत चले जायेगे
उन्होंने कहा कि जब गाड़ी, घोड़ा, पैसा, रेत, दारु का ठेका व अन्य लालच सामने आयेगा, तो यहॉ के 50 प्रतिशत लोग वहॉ दिखेगे। किसी को लड़ाना हैं, तो पैसा भी लगेगा। बिना पैसे के कोई कार्यकर्ता बाहर नहीं निकलता हैं। दूल्हा ऐसा हो, जिसके नाम पर वोट डायवर्ट हो सके।
एकजुट होकर मानेगे नेता, तो लडूॅगा चुनाव-डॉ. निर्मल
बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल ने कहा कि वह निर्दलीय चुनाव तभी लड़ेगे, जब कोई भी अन्य कार्यकर्ता या नेता चुनाव नहीं लड़ेगा। जिस प्रकार कांगे्रस ने एकजुट होकर गुड्डा जायसवाल को अपना नेता मानकर उसे निर्दलीय चुनाव लड़वाया था और पूरी कांग्रेस उसके पीछे खड़ी थी। यदि सभी लोग एकजुट होकर उन्हें नेता मानकर चुनाव लड़वायेगे, तो ही वह चुनाव लड़ेगे। उनके पास चुनाव लडऩे के लिए पैसे नही हैं। लेकिन कार्यकर्ताओं के सहयोग से वह पार्टी को बचाने के लिए यह बीड़ा उठाने के लिए भी तैयार हैं।
दो बार रो उठे डॉ. निर्मल
अपने उद्बोधन के दौरान डॉ. निर्मल दो बार रो पड़े। उन्होंने भाजपा को वारासिवनी में स्थापित करने के लिए अपने व अपने साथियों के योगदान को बार-बार याद किया और गुड्डा जायसवाल को भाजपा में शामिल करने के लिए केबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दोषी ठहराया।
इन्होंने भी किया बैठक को संबोधित
बैठक को भूतपूर्व विधायक ओंकार सिंह बिसेन, भाजपा नेता निरंजन बिसेन, छगन हनवत, रतिराम लिल्हारे, प्रदीप शरणागत, मूरतसिंह पारधी, अजय बिसेन, मनोज टेंभरे, मनोज लिल्हारे सहित अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं ने संबोधित करते हुए प्रदीप जायसवाल को भाजपा का प्रत्याशी बनाने का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि यदि उन्हें टिकट दी जाती हैं, तो निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल को चुनाव मैदान में उतारा जायेगा।
बैठक में वारासिवनी-खैरलॉजी विधानसभा क्षेत्र के सैंकड़ों भाजपा नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।