बालाघाट। आर्थिक लाभ अधिक कमाने रेलवे प्रबंधन दे रहा मालगाड़ी को तवज्जों
बालाघाट। गोंदिया से बालाघाट होते हुए जबलपुर तक ब्राडगेज अमान परिवर्तन का कार्य पूर्ण होने के बाद से ही रेलवे प्रबंधन आर्थिक लाभ अधिक कमाने की नियत से इस मार्ग पर सवारी ट्रेन कम और मालगाड़ी अधिक चला रहा है। जिसका कारण यह है कि इस मार्ग से साउथ की दिशा की ओर जाने वाली ट्रेनों की दूरी कम हो गई और कम समय में ये मालगाड़ी ट्रेने अपने गंतव्य तक पहुंच जाती है, लेकिन इसका खामियाजा बालाघाट जिले की जनता को भुगतना पड़ रहा है। ऐसा आरोप सोमवार को ब्राडगेज संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनूप सिंह बैस ने रेलवे प्रबंधन पर लगाया है और एकजुट हुए पदाधिकारी व सदस्यों ने रेलवे प्रबंधन की इस कार्यप्रणाली के विरुद्ध नाराजगी जताकर विरोध प्रदर्शन किया है। इस दौरान उन्होंने बालाघाट रेलवे स्टेशन के मुख्य प्रबंधक केएसम चौधरी को डीआरएम के नाम का ज्ञापन सौंपा उनकी मांगों का त्वरित निराकरण करने की मांग रखी है। और उनकी मांग पूरी न होने पर आगामी समय में उग्र आंदोलन की चेतावनी भी उन्होंने दी है।
छह से सात घंटे देरी से चल रही ट्रेन जनता हो रही परेशान
ब्राडग्रेज संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने बताया कि बालाघाट जिले वासियों के आवागमन करने के लिए बालाघाट से होकर जबलपुर, गोंदिया, कटंगी तिरोड़ी, सिवनी, छिंदवाड़ा की ओर सवारी ट्रेन बहुत कम संख्या में चल रही है। यह ट्रेने भी अपने निर्धारित समय से छह से सात घंटे देरी से चल रही है। जिससे ट्रेन में सफर करने वाले यात्रयों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि कई बार तो ट्रेन के वापस लौटने का समय तक बीत जाता है और ट्रेन पहुंच नहीं पाती है। ऐसे में यात्री मजबूरीवश बस का महंगा किराया देकर सफर करने के लिए मजबूर हो रहे है।
सांसद सिर्फ झंडी दिखाने का करते है काम, जनता से नहीं कोई सरोकार
प्रदर्शन के दौरान पदाधिकारियों ने कहा कि बालाघाट-सिवनी के सांसद ढालसिंह बिसेन किसी ट्रेन के मिलने पर जल्द से आकर हरी झंडी दिखाने का काम करते है, लेकिन जनता यहां इतनी परेशान है उन्हें इससे कोई सरोकार ही नहीं है। सांसद न तो जनता की समस्या के बारे में सुन रहे है और न ही इसके समाधान के लिए कोई प्रयास कर रहे है। उन्होंने बताया कि अधिक संख्या में मालगाड़ी गुजरने के चलते रोजाना ही सरेखा, बैहर रेलवे फाटक पर घंटों जाम की स्थिति निर्मित होती है। इस ओर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने ट्रेनों की टाइमिंग की समस्या के साथ बालाघाट से नैनपुर के बीच पुल टूट जाने से ट्रेन का फेरा बढ़ाने, बालाघाट रेलवे स्टेशन तक यात्रयों को छोडऩे व लेकर जाने वाले आटो के लिए आटो स्टैंड समेत अन्य मांगों को त्वरित ही पूर्ण किए जाने की मांग की है।