वारासिवनी जनपद के ग्राम रमरमा का मामला

बालाघाट। बिजली के खंबों में बल्ब का अभाव सूरज ढलते ही घनघोर अंधेरा और जहरीले जीव जंतुओं से दहशत में ग्रामीण। यह हालात इन दिनों वारासिवनी जनपद की ग्राम पंचायत रमरमा के विभिन्न टोलों के बने हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अपनी समस्या को लेकर कई दफा सरपंच एवं सचिव को आवेदन दिया जा चुका है, लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है। जागरूक ग्रामींण बाबुलाल रहांगडाले, दुर्गा प्रसाद रावत, दुर्गा रहांगडाले, अरूण नेवारे, रहमान खान, नरेन्द्र कुमरे, भूपेन्द्र पिलकर, शोएब खान, कमलेश मानेसर, रविद्र मरावी, नासिर खान सहित अन्य ने अब आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है।
ग्रामीणों के अनुसार रमरमा गांव नाकाटोला, पेंदीटोला, मरारीटोला एवं केडी टोला में विभाजित है। गांव के मरारीटोला, नाकाटोला एवं केडीटोला में लंबे समय से स्ट्रीट लाइट में बल्ब नहीं लगाए गए हैं। वहीं नल जल योजना की टंकी होने के बावजूद पर्याप्त पानी नहीं दिया जा रहा है। बल्ब के अभाव में दिन ढलते ही गांव में अंधेरा छा जाता है, वहीं पेयजल के लिए ग्रामीणों को काफी जद्दोहद करनी पड़ रही है। इन्होंने बताया कि रमरमा जंगलों से घिरा होने के कारण यहां हिंसक वन्य प्राणियों का खतरा बना रहता है। बावजूद इसके गांव में सही प्रकाश व्यवस्था नहीं बनाई जा रही है। अंधेरा होते ही ग्रामीणों को अपने घरों में बंद होना पड़ रहा है। बच्चों को भी शाम होते ही बाहर निकलने नहीं दिया जाता।
एक समय ही मिल रहा पानी
ग्रामीणों के अनुसार ग्राम के कुछ क्षेत्रों में पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। पहले दो समय पानी दिया जाता था, लेकिन पंचायत के नए कार्यकाल में एक टाइम ही पानी दिया जा रहा है। एक टाइम जो पानी दिया जा रहा है, वह भी पर्याप्त नहीं होता और गंदा पानी आ रहा है। ग्रामीणों के बीमार होने की आशंका बनी रहती है। टंकी के नीचे जहां से पानी का वाल्व स्थित है, वहां हमेशा गंदा पानी भरा रहता है। ग्रामीणों ने सरपंच से मांग की है कि शीघ्र ही विद्युत पोलों मे बल्ब लगवाकर अंधेरे से मुक्ति और दोनों समय साफ पानी की व्यवस्था बनाई जाए।
इनका कहना है
हमें एक समय वो भी गंदा पानी मिल मिल रहा है। पहले दोनों समय पर्याप्त और साफ पानी मिलता । हमने ग्राम पंचायत एवं वार्ड पंच को कई बार बोला, लेकिन हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ है।  
अरुण नेवारे, ग्रामीण

ग्राम के वार्ड 7, 8, 9 सहित अन्य वार्डो में 8 - 9 महीने से विद्युत पोलों में बल्ब नहीं है। बरसात का समय है, जंगली जानवर, सांप बिच्छु का डर बना रहता है। मैने कई बार सरपंच एवं सचिव को बल्ब लगाने कहा, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
शोएब खान, पंच

ग्रामीणों की बताई गई समस्या का समाधान किया जा रहा है। पोल क्षतिग्रस्त था, उसे सुधारा गया है। बल्ब आ गए है शीघ्र ही लगा दिए जाएंगे।
रोनू बिसेन, सरपंच प्रतिनिधी

जानकारी नहीं है। आपने जानकारी दी है, संबंधित व्यक्ति से चर्चा कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
प्रकाश सूर्यवंशी, एसडीओ पीएचई