बालाघाट। जिले में पिछले 1 सप्ताह से बेमौसम बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है, जिससे जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। वहीं जिले के लामता क्षेत्र अंतर्गत गुड्डू के समीप मानकुंवर नदी का पुल भी बेमौसम बारिश से टूट गया जिससे नैनपुर से आवागमन बाधित हो रहा है साथ ही बड़े वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध भी लगा दिया गया है।
बारिश में करवाई थी मरम्मत
बता दें कि बारिश के मौसम में उक्त पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद प्रशासन के द्वारा मरम्मत भी करवाई गई थी लेकिन अभी बेमौसम बारिश से फिर उक्त पुल क्षतिग्रस्त हो गया है जिसे बड़े वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जिससे कि कोई अप्रिय घटना घटित ना हो, वहीं स्थानीय जनों ने प्रशासन से जल्द से जल्द पुल को ठीक करवाने की मांग की है।
बालाघाट-नैनपुर मार्ग में मानकुंवर नदी पर बने पुल का वैकल्पिक मार्ग (डायवर्सन) तेज वर्षा की वजह से बह गया। जिससे मंगलवार सुबह से आवागमन बंद हो गया हैं। दरअसल, साढ़े आठ माह पूर्व बाढ़ में पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसकी मरम्मत के लिए करीब चार करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत करने तक वाहनों के आने जाने के लिए समीप से ही करीब पांच लाख रुपये की लागत से डायवर्सन बनाया गया था, जो तेज वर्षा की वजह से डायवर्सन का पुल बह गया। गर्मी में होने वाली वर्षा से डायवर्सन का बह जाना जिम्मेदारों पर सवाल खड़े हो रहे है। ऐसे में दोनों ओर से वाहनों के माध्यम से आवाजाही करने वालों की आफत बढ़ गई है।
जानकारी के अनुसार मानकुंवर नदी का डायवर्सन पुल बहने से बालाघाट-नैनपुर, मंडला, सिवनी, केवलारी, जबलपुर सहित अन्य मार्ग पर चलने वाले वाहनों के पहिए मंगलवार सुबह से थम गए हैं। बताया जा रहा है कि अगस्त 2022 में लगातार वर्षा से मानकुंवर नदी में आई बाढ़ से 15-16 अगस्त को पुल एक छोर से क्षतिग्रस्त हो गया था, क्योंकि नदी से रेत का अधिक खनन होने से नींव कमजोर हो गई थी। जिसके बाद से पुल का मरम्मत कार्य कर वाहनों के आना जाना लायक बना दिया गया था और पुल के मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत कर दी गई। हाल ही दो माह पूर्व डायवर्सन बनाया गया था और उसके बाद पुल का मरम्मत कार्य शुरू हो गया था। डायवर्सन के संबंध में एमपीआरडीसी, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी से बातचीत करने पर एक दूसरे के विभाग का नाम बताकर जानकारी देने से बचते रहे। पुल से सात किलोमीटर है नदी का उद्गगम ग्राम बरखो से चनेवाड़ा और कुकड़ा तक अधिकांश पहाड़ी एरिया है। वहीं से मानकुुंवर नदी का उद्गगमस्थल हुआ है वह पुल से करीब सात किलोमीटर दूर है।
पहाड़ी वाला क्षेत्र होने से वर्षा के दौरान पूरा पानी मानकुंवर नदी में आता है। लगातार दो-तीन दिन से क्षेत्र में वर्षा होने की वजह से नदी में बाढ़ गई और दो माह पूर्व बनाया डायवर्सन तेज बहाव में बह गया। अब पुल बह जाने की वजह से लोगों को इस मार्ग से आना जाना करना है तो नदी में जलस्तर कम होने के बाद करीब एक से डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर नदी के पार जाना पड़ेगा।
अधिकारियों ने यह दी जानकारी कलेक्टर डा. गिरीश कुमार मिश्रा से संपर्क किया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि मानकुंवर नदी पर बना पुल अगस्त माह में क्षतिग्रस्त हुआ था। पुल का मरम्मत कार्य नेशनल हाइवे अथारिटी के द्वारा किया जा रहा है। तेज वर्षा से डायवर्सन बह गया है। इसकी जानकारी संबंधित विभाग को दे दी गई है। फिलहाल मार्ग को बंद कर दिया गया है। नदी में पानी कम होने पर फिर से डायवर्सन बनाकर वाहनों के आना जाना शुरू होगा। वहीं अपर कलेक्टर शिव गोविंद मरकाम ने कहा कि हमें आपके माध्यम से सूचना मिल रही है।
हल्का पानी में कैसे डायवर्सन बह गया
इसकी व्यवस्था जल्द की जाएगी। इंजीनियरों के माध्यम से जांच करवाई जाएगी। उसके बाद कलेक्टर कार्रवाई करेंगे।