लांजी। अब इसे पुलिस प्रशासन की अनदेखी कहें या मुंह दिखाई वाली चालानी कार्यवाही जो क्षेत्र की सीमा में बैठकर रोजाना हजारों रूपये के चालान तो काट रही है परंतु नगरीय क्षेत्र में कार्यवाही के नाम पर शून्यता साफ नजर आ रही है जिससे बेधड़क होकर नाबालिक दो पहिया से लेकर चौपहिया वाहन फर्राटे से दौड़ा रहे हैं और लोगों की जान से खेल रहे है। परंतु इन दुर्घटनाओं के लिये जितनी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की है उतनी ही जिम्मेदारी अभिभावकों की भी है जो अपने नाबालिग बच्चों के हाथों में बड़ेे वाहनों की चाबी देते समय यह नहीं सोचते की ऐसा करने से कितने लोगों की जान पर आफत आ सकती है। जिसका खामियाजा सड़क पर चलने वाले उन निर्दोष लोगों को भुगतना पड़ता है जिनका कोई लेना देना नही होता।
सड़क दुर्घटनाओं की इसी कड़ी में लांजी थाना क्षेत्र के सालेटेकरी रोड पर शनिवार की सुबह 9 बजे एक बेकाबू बोलेरो ने बाइक में पीछे से टक्कर मार दी और इसके बाद सामने से आ रहे ट्रक से भी जा भिड़ा। गनीमत रही की ट्रेक्टर चालक ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए ट्रेक्टर को अलग दिशा में मोड़ दिया नहीं तो गंभीर हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता।  वही ट्रैक्टर चालक ने घटना के संबंध में पूरी जानकारी देते हुए बताया कि सामने से बोलेरो चालक द्वारा तेज रफ्तार से गाड़ी चलाई जा रही थी और एक टू व्हीलर वाले को रौंदते हुए मेरे ट्रैक्टर में आकर घुस गया मैं अपनी साइड से जा रहा था तेज रफ्तार होने के कारण वह मेरी गाड़ी से जाकर टकरा गया जिससे कि मेरी गाड़ी को भी क्षति पहुंची है । वह तो मैं अपने सूझबूझ से ट्रेक्टर को दूसरी तरफ मोड़ दिया नहीं हमारी भी जान जा सकती थी। इतना बड़ा सड़क हादसा होने के बावजूद भी लांजी थाने से कोई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौका स्थल पर नहीं पहुंचा था, जबकि 100 डायल को भेजकर इतिश्री कर दी गई।
 बुलेरो चालक ने पीछे से मारी टक्कर: शेषराम
वहीं घटना में बुरी तरह घायल हुए ग्राम भुवा निवासी शेषराम पांचे ने बताया की वे आज सुबह निर्वाचन कार्य में लगे दो भृत्यों को अपनी मोटर सायकल से लांजी से सालेटेकरी छोडऩे जा रहे थे। अभी हमने बस स्टेंड से कुछ दूरी तय ही की थी अचानक से पीछे से तेज रफ्तार से आ रही बुलेरो के चालक ने हमे ठोकर मार दी जिससे मै बुरी तरह घायल हो गया। वहीं दूसरे घायल ग्राम बहेराभाटा निवासी विनोद सालेश्वर और रमेश कुमार सालेश्वर ने बताया की पीछे से बुलेरो चालक ने टक्कर मारी है जिससे गंभीर रूप से हम घायल हुए है और मुझे सिर में भी चोट आई है। वहीं घटना से घायल इतने डर गये है की सही तरह से जवाब देने की स्थिति में भी नहीं है।
याद नहीं होने का बहाना बना रहा चालक
उक्त सड़क घटना को कारित करने वाला नाबालिक चालक सचिन बाहे जो ग्राम सोनेसराड़ निवासी है, के द्वारा घटना के बारे में कोई जानकारी याद नहीं होने की बात कही जा रही थी। जबकि उक्त घटना में चालक को खरोंच भी नहीं है आई। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो वाहन चालक सचिन बाहे बहुत तेज गति से वाहन सड़क पर दौड़ा रहा था। घटना स्थल पर मौजूद लोगों का कहना रहा की क्षेत्र के युवा पता नहीं किस जल्दी में रहते है जो उन्हें सड़क पर चलने वाले निर्दोष राहगीर नहीं दिखाई देते और घटना कारित करते है। वहीं दूसरी ओर नाबालिक चालक के परिजन और रिश्तेदार उसे बचाने का प्रयास करने एवं मामला दर्ज न हो सके इसके लिये पहले ही लांजी थाना पहुंच चुके हैं। अब देखना होगा की नाबालिक वाहन चालक सचिन बाहे पर कार्यवाही होती है या नहीं।