बालाघाट। नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में वर्तमान समय में तेंदूपत्ता की तोड़ाई का काम चल रहा है। जिले में तेंदूपत्ता तुड़ाई के कार्य के दौरान अक्सर ही नक्सली खलल डालने का कार्य करते है। जिसके चलते ही इस वर्ष तेंदूपत्ता तुड़ाई का कार्य पुलिस सुरक्षा के बीच किया जा रहा है नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में श्रमिक, फड़ मुंशी व ठेकेदार तेंदूपत्ता को तोडऩे के बाद सुखाने के लिए खुले स्थान पर रख रहे है एक ऐसे ही स्थान बहेला थाना क्षेत्र के बाघाटोला में तेंदूपत्ता फड़ सुखाने के लिए रखा गया था, जहां पर किसी ने आग लगा दी है। इस आगजनी की घटना से तेंदूपत्ता फड़ पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है जिससे नुकसान पहुंचा है। वहीं इसकी जानकारी लगने पर पुलिस अधीक्षक के द्वारा टीम बनाकर इसकी जांच की जा रही है।
असमाजिक तत्वों के द्वारा फड़ में आग लगाने की जताई संभावना
पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि जिस स्थान पर तेंदूपत्ता फड़ जलाया गया है। उक्त स्थान पर नक्सलियों से संबंधित न तो कोई पर्चे मिले है और न ही ओर कोई सामग्री मिली है। इतना ही नहीं इस क्षेत्र या गांव में नक्सलियों के होने की जानकारी है। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि असमाजिक तत्वों ने ही सभवत फड़ में आग लगाने के कार्य को किया है। उन्होंने बताया कि ऐसी सूचना प्राप्त हुई कि बीती रात आगजनी के स्थान के आसपास कुछ लोग शराब पीते हुए देखे गए थे तो ऐसा हो सकता है कि उन्हीं लोगों ने बीड़ी को जलाकर फेंक दिया होगा जिससे की तेंदूपत्ता फड़ में आग लगने से फड़ जल गए है। उन्होंने बताया कि इस मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और जांच में वस्तु स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। जिसके बाद इस वारदात को करने वालों के विरुद्ध संख्त कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।इनका कहना हैबहेला थाना क्षेत्र के गांव में तेंदूपत्ता फड़ में आग लगाने का मामला सामने आया है। वस्तुस्थिति को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि यह वारदात नक्सलियों के द्वारा नहीं की गई है बल्कि असमाजिक तत्वों के द्वारा की गई है। मामले की विवेचना की जा रही है विवेचना में तथ्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समीर सौरभ, पुलिस अधीक्षक