बालाघाट। जहां जरूरी है वहां बन नहीं रही सड़क
बालाघाट। नगरपालिका प्रशासन द्वारा कायाकल्प अभियान के तहत नगर की प्रमुख सड़कों को जोड़ने वाली सड़को का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। यहां सड़कों में डामरीकरण कार्य कराया जा रहा है उससे नगर के सौंदर्यीकरण में वृद्धि होगी इसे नकारा नहीं जा सकता है। लेकिन नगर की उन सड़कों पर ही अभी तक निर्माण कराया गया है जहां पहले से ही अच्छी सड़क है, जहां सड़क नहीं है या जर्जर स्थिति में हो गई है उन स्थानों में सड़क बनाने की ओर नगरपालिका प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आपको बताये कि नगरपालिका बालाघाट द्वारा नगर में डामरीकरण सड़क निर्माण कार्य विगत चार-पांच दिनों से शुरू किया गया है, इनमें सबसे पहले कालीपुतली चौक से लेकर नावेल्टी हाउस तक डामरीकरण कार्य किया गया। उसके बाद महाराणा प्रताप चौक से चित्रगुप्त नगर में, वही सुभाष चौक से देवी तालाब होते हुये रोड बनाई गई है तथा इसके बाद प्रेमनगर में होटल मलिकार्जुन से लेकर मोतीनगर तक सड़क निर्माण कार्य किया गया।
गायत्री मंदिर के सामने की रोड अत्यंत जर्जर अवस्था में
आपको बताये कि प्रेमनगर में गायत्री मंदिर के सामने वाली रोड़ अत्यंत जर्जर अवस्था में हैं, यहां रोड कई वर्ष पूर्व बनाई गई थी जो कई जगहों से उखड़ गई है तथा कुछ जगह में तो सड़क का नाम निशान ही नहीं है। ऐसी स्थिति में इन जगहों में पक्की सड़क बनाए जाने की अधिक आवश्यकता है क्योंकि बारिश के समय में आवागमन करने में इस सड़क से लोगों को काफी परेशानी होगी। सड़क निर्माण कार्य शुरू होने के दौरान मंगलवार की रात्रि में स्थानीय लोगों द्वारा पहुंचकर गायत्री मंदिर के सामने वाली रोड बनाए जाने की गुहार लगाई गई, लेकिन उनकी इस मांग पर सड़क निर्माण एजेंसी एवं ठेकेदार द्वारा किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया गया।
दीनदयाल पुरम की रोड चारों तरफ से हो चुकी है खराब
ज्ञात हो कि दीनदयाल पुरम कॉलोनी में कई वर्ष पूर्व सड़क बनाई गई थी जो अब बदहाल अवस्था में हैं, बारिश के समय कीचड़ व्याप्त हो जाता है वही डीआईजी कार्यालय से लेकर आकाशवाणी तक जाने वाली सड़क अपनी हालत पर आंसू बहा रही है इसके बावजूद भी नगरपालिका प्रशासन का इस सड़क की ओर ध्यान नहीं है। लोगों का कहना है कि सड़कों की ज्यादा जरूरत इन जगहों में है लेकिन नगरपालिका प्रशासन ऐसी जगह में कार्य कराते हुए सड़क के ऊपर सड़क बना रही है।
सड़कों में बनाए जा रहे अधिक ब्रेकर
बताया जा रहा है कि नगरपालिका प्रशासन द्वारा जो सड़क बनाई जा रही है उनमें जरूरत से ज्यादा ब्रेकर बनाए जा रहे हैं जो आवागमन करने वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण भी बन सकते हैं। लोगों का मानना है कि सड़क में ब्रेकर होना आवश्यक है लेकिन वह ब्रेकर कितनी दूरी पर होना चाहिए इसका भी एक मापदंड होना चाहिए। वहीं नगरपालिका प्रशासन द्वारा जो सड़कें बनाई जा रही है वह कितने लागत की है और डामरीकरण कार्य कितने एम एम साईंज की बनाई जा रही है यह भी स्पष्ट नहीं किया जा रहा है। निर्माण कार्यों मे पारदर्शिता रखने नगरपालिका सीएमओ से पूरी जानकारी सार्वजनिक रूप से स्पष्ट किए जाने की बात नगरवासी जनता द्वारा कही जा रही है।