बालाघाट। ट्रांसपोर्ट एशोसिएशन ने सरेखा रेलवे गेट बंद करने का जताया विरोध
अंडरपास ब्रिज और बायपास की पहले मरम्मत करने की रखी मांग
बालाघाट। सरेखा रेलवे क्रार्सिंग पर बनाए जा रहे रेलवे ओवरब्रिज को लेकर 03 दिसंबर से सरेखा रेलवे फाटक को बंद किए जाने का कथित निर्णय लिया गया है। इसके विरोध में ट्रांसपोर्ट एशोसिएशन खड़ा हो गया है जिन्होंने गुरूवार को कलेक्टर को एक लिखित ज्ञापन देकर विरोध दर्ज कराया।
एशोसिएशन का कहना है कि बिना विकल्प तैयार किए सरेखा रेलवे फाटक को बंद किए जाने का असर शहर और इस मार्ग से होने वाले परिवहन पर पड़ेगा, इससे लोगों को परेशानी होगी। प्रशासन अपने इस आदेश को अंडरपास ब्रिज और बायपास की मरम्मत कार्य तक बढ़ाए ताकि लोगों को परेशानी ना उठाना पड़े। एशोसिएशन सचिव गुरुदयालसिंह भाटिया ने कहा कि प्रशासन ने 03 दिसंबर को रेलवे फाटक बंद कर देने के निर्देश जारी किए गए है। यदि रेलवे फाटक बंद कर दिया जाएगा तो आम लोगो का आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाएगा। लोगों को लंबा फेरा लगाना होगा। उन्होंने कहा कि यह जिले का दुर्भाग्य है कि कोई बायपास नहीं है, जहां से वाहनों को डायवर्ट किया जा सके। अंडरपास ब्रिज बन जाने के बाद समस्या कम होगी, इसलिए पहले अंडरपास ब्रिज बनने दिया जाए, फिर मार्ग को बंद किया जाए।
धान परिवहन में रूकावट
शहर में आवागमन के लिए अन्य कोई विकल्प नहीं है। आगामी दिसंबर से सरकारी धान का परिवहन शुरू हो जाएगा। गोंगलई मार्ग में गड्ढे है और डेंजर रोड भी खस्ताहाल है। सुधार को लेकर लंबे समय से ट्रांसपोर्ट एशोसिएशन मांग कर रहा है लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। यह मार्ग अब भी जस का तस है। यहां से भारी वाहन नहीं निकल सकते हैं। फाटक बंद होने से आम लोगों के साथ ही स्कूली बच्चों को परेशानी उठानी पड़ेगी। ज्ञापन सौंपने के दौरान ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पूरन सिंह भाटिया सहित ट्रांसपोर्टर साथी मौजूद रहे।