बालाघाट। नगर भ्रमण पर निकले कलेक्टर, कहा अस्पताल परिसर में गंदगी फैलाने पर लगेगा जुर्माना
अस्पताल आने वाले रोगियों का ट्रेकिंग सिस्टम विकसित होगा
रजिस्टर में ही दर्ज होगी रोगी की वस्तुस्थिति
बालाघाट कलेक्टर मृणाल मीना गुरुवार को जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर का औचक निरीक्षण किया। यहाँ वे करीब 1 घंटे निरीक्षण कर ट्रॉमा सेंटर/मेटरनिटी विंग की सभी व्यवस्थाओं की विस्तार से जानकारी ली। ट्रॉमा सेंटर के प्रांगण का निरीक्षण करते हुए वे पीछे की ओर पहुँचे, जहां से रास्ता खुला तथा अंधेरा पाये जाने पर प्रकाश व्यवस्था को सुधारने के निर्देश दिए। इसके पश्चात वे ट्रॉमा सेंटर के मुख्य बिल्डिंग में प्रवेश करते हुए शिकायत व सुझाव पेटी का अवलोकन किया। कलेक्टर श्री मीना दूसरी बार निरीक्षण करते हुए पूर्व में दिए गए निर्देशों के पालन का अवलोकन करने के साथ ही। प्रतिदिन ओपीडी के रजिस्टर का अवलोकन कर इस व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिये है। इस दौरान उन्होंने ओपीडी में आने वाले मरीजों की जांच व उसके बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा की जाने वाली कार्यवाही के सम्बंध में जानकारी ली। उन्होंने आज गुरुवार को ओपीडी में आयी महिला की फाइल देखी। जिसमें उन्होंने यह जानने का प्रयास किया कि उक्त महिला को फिलहाल क्या उपचार किया जा रहा है ? या रेफर किया गया है ? इसके अलावा सफाई व्यवस्था में सुधार नही होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सिविल सर्जन डॉ. निलय जैन को प्रबंधकीय व्यवस्थाओं को सुधार लाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि अस्पताल अच्छा है, समुचित व्यवस्थाएं है भी लेकिन उनका उचित रूप से क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। इस बिंदु पर फोकस होकर कार्य करने की हिदायत दी गई।
इन व्यवस्थाओं को सुगम बनाया जाएगा
कलेक्टर श्री मीना ने देर शाम को निरीक्षण करने के पश्चात कई व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए है। उनमें अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था, मेडिकल वेस्ट निपटान, अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार से चार पहिया वाहन पर प्रतिबंध लगाना। अब मुख्य द्वार से सिर्फ एम्बुलेंस को ही आने जाने की अनुमति देना। ओपीडी रजिस्टर में यह सुनिश्चित करना कि रोगी एक बार अस्पताल में आने में बाद उस पर जिला अस्पताल द्वारा क्या सुविधा या व्यवस्था प्रदान की गई। इसको सुधारना होगा कि पंजी में ये आवश्यक रूप से दर्शाए की रोगी का किस बात उपचार और कहा किस बेड पर हो रहा है? साथ ही यहां 20 बेड और बढ़ाये जाने है। इसके किये एक अलग कक्ष का अवलोकन किया गया। निरीक्षण के दौरान खिड़की में तम्बाकू/गुटके के निशान देख कर सिविल सर्जन को अस्पताल में गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माने लगाने के भी निर्देश दिये है।
पुरात्तव संग्रहालय का निरीक्षण किया
गुरुवार को देर शाम कलेक्टर श्री मीना नगर के भ्रमण ओर रहें। इस दौरान उन्होंने पुरात्तव संग्राहालय का निरीक्षण कर जिले के पुरातत्व इतिहास के बारे एम विस्तार से जानकारी ली। यहां उन्होंने धरोहर जंक्शन का भी अवलोकन करते हुए जानकरी प्राप्त की। इन दौरान श्री सुभाष ने पूरी गतिविधियों से अवगत कराया। इस दौरान डॉ. एसके सक्सेना, डॉ.वीरेंद्र गहरवाल खनिज अधिकारी श्री आरके खातरकर भी मौजूद रहें।