बालाघाट। राजस्व जमींन पर अवैध रूप से संचालित हो रहे भट्टे
नाले की धार हो गई बंद, पालतु मवेशियों को नहीं मिल पा रहा पानी
बालाघाट। परसवाड़ा जनपद क्षेत्र के ग्राम समनापुर में नाले के समीप ही अवैध ईंट भट्टों का संचालन किया जा रहा है। वहीं बताया गया कि भट्टा संचालक ईंटों को पकाने राजस्व जमींन के पेड़ों का ही कत्लेआम कर भट्टों में झोंक रहे हैं, ऐसे में वन संपदा को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार राजस्व क्षेत्र में भट्टा संचालन या अन्य व्यापारिक कार्य के पूर्व राजस्व विभाग से अनुमति लेनीं होती हैं। लेकिन तहसील कार्यालय की माने तो क्षेत्र में किसी को भी भट्टा संचालित करने की अनुमति नहीं दी गई है। बावजूद इसके समनापुर राजस्व नाले के किनारे करीब आधा दर्जन से अधिक ईंट भट्टों का संचालन विभागीय कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़े कर रहा है।
गड्ढा खोदकर सुखा दिया नाला
समनापुर के ग्रामीणों की माने तो गर्मियों के दिनों में जब जलसंकट की स्थिति बनती है, तब उनके पालतु मवेशी इसी राजस्व नाले से अपनी प्यास बुझाया करते हैं। लेकिन वर्तमान में भट्टा संचालकों ने राजस्व नाले पर भी अपना कब्जा जमाकर उसमें बड़े और गहरे गड्ढे बना दिए गए हैं, ताकि उन्हें ईंटों को पकाने भीषण गर्मी में भी आसानी से पानी मुहैया हो सके। ऐसे में बहते नाले की धार बंद हो गई। नाले विलुप्ती की कगार पर पहुंच गया है, वहीं मवेशियों के सामने भी पेयजल संकट खड़ा हो गया है।
दुर्घटना होने की बढ़ी आशंका
स्थानीय ग्रामीणों की माने तो समनापुर में इन्हीं भट्टों के आस पास मवेशी चरने जाया करते हैं। दोपहर के समय मवेशी इसी नाले के पानी का उपयोग कर अपनी प्यास बुझाते हैं। लेकिन अब भट्टा संचालकों ने नाले में गहरे गड्ढे खोद दिए हैं, ऐसे में मवेशी नाले के पानी तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, ना ही अपनी प्यास नहीं बुझा पा रहे हैं। मवेशियों के इन गड्ढों में गिरकर पशु हानि होने की आशंका भी बन गई हैं।
कार्रवाई की दरकार
ग्रामीणों की माने तो वर्तमान में नाले के किनारे करीब आधा दर्जन से अधिक भट्टों का संचालन आसानी से देखा जा सकता है। वहीं भट्टा संचालक बिना अनुमति मोटर के माध्यम से नाले के पानी का उपयोग कर रहे हैं। महिनों से संचालित इन अवैध भट्टों की जानकरी शायद राजस्व विभाग को नहीं है, कारण यहीं है कि बेखौफ भट्टों के संचालन के बावजूद एक भी जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंच पाया है। ग्रामीणों ने शीघ्र ही उचित जांच व कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
इनका कहना है
समनापुर में राजस्व जमींन पर भट्टा संचालन और नाले पर कब्जा किए जाने की जानकारी आपके माध्यम से मिल रही है। हम त्वरित ही पटवारी को भेजकर मौका स्थल का निरीक्षण करवाते हैं। जो भी सामने आएगा उसके अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।
सारिका परस्ते, नायाब तहसीलदार