सुरक्षित और रिस्पांसिबल पर्यटन की दिलाई गई शपथ
विश्व पर्यटन दिवस पर हुए विविध आयोजन
डीएटीसीसी और समर्थ फाउंडेशन का संयुक्त आयोजन

बालाघाट। कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार और जिपं सीईओ डीएस रणदा के मार्गदर्शन में पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद (डीएटीसीसी) पर्यटन स्थलों के प्रमोट करने विभिन्न कार्यक्रमो की आयोजन करते आ रहा है। इसी कड़ी में इस बार विश्व पर्यटन दिवस पर वृहद स्तर पर दो दिवसीय कार्यक्रम किए गए। टूरिज्म राइट, हेरीटेज के तहत कॉलेज विद्यार्थियों को पर्यटन स्थलों के बीच ले जाकर प्रकृति की अनुभूति करवाई गई। वहीं उन्हें पर्यटन स्थलों का महत्व, टूरिज्म से रोजगार, आदिवासी संस्कृति से परिचय करवाकर वन्य प्राणी, प्रकृति और धरोहारों का दीदार करवा गया। प्रकृति के रोमांचक सफर में विद्यार्थी भी अभिभूत नजर आए। जिन्होंने अंत में सुरक्षित और रिस्पांसिबल टूरिज्म की शपथ ली।
गढ़दा से शुरू की गई टूरिज्म राइड
शहर के भटेरा चौकी से करीब आठ वाहनों के जरिए कॉलेज विद्यार्थियों को पहले मॉ अन्न पूर्णा धाम गड़दा का  का भ्रमण कराया गया। यहां पैदल वॉक कर विद्यार्थियों ने प्रकृति नैसर्गिग सौंन्दय, डेम, वॉटर फाल दुर्लब पक्षियों का दीदार किया। गड़दा सरपंच गहगहे ने विद्यार्थियों को धाम के बारे में जानकारी दी। इसके बाद पर्यटन संबंधी गीत और नारे लगाते हुए सभी प्रसिद्ध हट्टा की बॉवली पहुंचे। यहां पुरातत्व विद अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह गहरवार, सुभाष गुप्ता और पर्यटन सखी शीला पटले शासकीय स्कूलों के बच्चों के साथ ही कॉलेज विद्यार्थियों को भी बावली के इतिहास की जानकारी दी। वहीं यहां श्रमदान कर साफ-सफाई भी की गई। वहीं गहरवार ने क्विज प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी करवाई।
कमिश्नर ने बढ़ाया हौसला
हट्टा के बाद विद्यार्थियों का काफिला गुप्तेश्वर महादेव डोंगरधाम पहुंचा। यहां करीब एक किमी. का प्राकृतिक सफर पैदल पूरा करने बच्चों ने पहाड़ी से बहते झरने, गुप्तेश्वर धाम की रहस्यमयी पहाड़ी का लुत्फ उठाया और सेल्फी भी ली। इस दौरान जीएसटी कमिश्नर लोकेश लिल्हारे भी सहपत्नी विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाने पहाड़ी पर पहुंचे। जिन्होंने पदाधिकारियों के साथ दर्शन करने के बाद पर्यटन के गीत गाकर जमकर नृत्य भी किया। वहीं सफल कार्यक्रम और पर्यटन दिवस की शुभकामनाएं भी दी।
इस पूरे आयोजन में समर्थ फाउंडेशन के डायरेक्टर शिव नगपुरे, प्रकृतम संस्था के हरीश लिल्हारे, पर्यटन प्रबंधक एमके यादव के अलावा धमेन्द्र नगपुरे, रामचंद सिहोरे, लिक्ष्मी पिछोड़े, संतोष नगपुरे, मुकेश माहूले, ओमप्रकाश लिल्हारे, मुकेश बघेले, गुड्डू नगपुरे, सोहन,  सुभाष, श्यामलाल मेरावी व कॉलेज विद्यार्थी, समर्थ व प्रकृतम संस्था के बड़ी संख्या में पदाधिकारीगण शामिल रहे।
सुरक्षित पर्यटन की दिलाई गई शपथ
विश्व पर्यटन दिवस पर अंतिम कार्यक्रम में युवाओं को सुरक्षित एवं रिस्पांसिबल पर्यटन हेतु शपथ दिलाई गई। महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल की अवधारणा और उद्देश्यों की जानकारी सांझा की। इसके बाद महिलाओं को सुरक्षित पर्यटन स्थल मुहैया कराने और क्या प्रयास किए जा सकते हैं पर सभी के विचार जाने तथा जिले में आने वाले सभी पर्यटकों की सुरक्षित यात्रा महिला एवं दिव्यांग पर्यटकों की सुरक्षा और सहजता का विशेष ध्यान रखने शहर और प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को अपने व्यवहार और सेवाओं से संतुष्ट करने संस्कृति और विशेषताओं से अवगत कराने एवं पर्यटन स्थलों का आनंद लेने सके उपस्थित युवक युवतियों को जिले के पर्यटन स्थलों प्राकृतिक संपदाओं एवं ऐतिहासिक महत्व की विरासतों के बारे में जानकारी दी तथा युवक युवतियों द्वारा पर्यटन से संबंधित पूछे गए प्रश्नों के जवाब दिए उनके द्वारा युवाओं को पर्यटन के क्षेत्र में करियर कैसे बनाएं इस संबंध में भी जानकारी दी एवं बताया गया कि बालाघाट जिले में ग्राम गोंगलाई में उच्च स्तरीय फूड क्रॉफ्ट इंस्टीट्यूट अति शीघ्र प्रारंभ किया जा रहा है जिसमें पर्यटन से संबंधित कोर्स सम्मिलित किए गए हैं जिसका लाभ जिले के युवक युवतियों को मिलेगा अंत में बताया गया पर्यटन स्थलों पर साफ सफाई आदि का ध्यान सभी को रखना उनका कर्तव्य है एवं ऐसा माहौल तैयार किया जाना चाहिए की महिलाएं दिव्यांग सभी लोग निर्भीक होकर आनंद के साथ पर्यटन स्थलों का लुफ्त उठा सके एवं सोलो वूमेन टूरिज्म को बढ़ावा मिल सके इस दिशा में पर्यटन विभाग समय.समय पर स्टेकहोल्डरो का भी प्रशिक्षण करा रहा है ताकि सुरक्षित एवं स्वस्थ पर्यटन का माहौल निर्मित किया जा सके अंत में सभी को विश्व पर्यटन दिवस की शुभकामनाएं दी गई कार्यक्रम में मुख्य रूप से सहायक नोडल रवि पालेवार एवं पर्यटक प्रबंधक मुकेश यादव एवं सार्थक फाउंडेशन के डायरेक्टर शिव नगपुरे, हरीश लिल्हारे व कॉलेज विद्यार्थी उपस्थित रहे।