बालाघाट। जिस विभाग द्वारा लाखों-करोड़ों के कार्य सिंचाई विभाग के अंतर्गत कराये जाते है जलाशयों के रखरखाव या निर्माण कार्य के मामले हो वैनगंगा संभाग द्वारा किया जाता है वही विभाग कुछ वर्षो से पेज की समस्या का सामना कर रहा है लेकिन उनकी इस समस्या की ओर किसी के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आपको बताये कि यह समस्या वैनगंगा संभाग के प्रमुख कार्यालय में बनी हुई है यह समस्या होने के बावजूद भी विभाग में कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारी सब मौन बने हुए हैं। यह वह विभाग है जिसके द्वारा किसानों की समस्या का समाधान किया जाता है, किसानों के खेतो तक पानी पहुंचाया जाता है जिसके सारे रिकार्ड वैनगंगा संभाग कार्यालय में रहते है जिसके रखरखाव की जिम्मेदारी संभाग कार्यालय की होती है। लेकिन जिस प्रकार से भवन में शीपेज हो रहा है यह विभाग के लिए सरदर्द बन गया है येसे में दस्तावेजों को सुरक्षित संभाले रखना विभागीय अधिकारी कर्मचारियों के लिए टेड़ी खीर साबित हो रहा है।
बहुत पुराना हो गया है भवन
वैनगंगा संभाग कार्यालय का भवन बहुत पुराना हो गया है इसका निर्माण 1959 में किया गया था। जिस प्रकार से भवन की छत रिसने की बात कही जा रही है यह समस्या काफी समय से है लेकिन विभागीय अधिकारी कर्मचारियों द्वारा जैसे तैसे सामना करते हुये कार्य किया जा रहा था लेकिन इस वर्ष इस भवन की छत कुछ अधिक ही शिपेज़ हो रही है जिसके कारण दस्तावेज को संभालने में काफी समस्या हो रही है। यह समस्या होने के बावजूद भी विभागीय अधिकारियों द्वारा इस भवन के सुधार कार्य या नए भवन के निर्माण के लिए शासन स्तर पर बात रखी गई या नहीं यह जानकारी सामने नहीं आई है। बहरहाल इस समस्या के समाधान के लिए अधिकारियों को ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है ताकि कार्यालय में रखे रिकॉर्ड खराब न हो सके।
पन्नी डालकर संभाल रहे दस्तावेज
भवन में पानी सीपेज होने के कारण दीवारें तो गीली हो ही रही है। भवन से सीपेज होने से उसके पानी से सरकारी दस्तावेज खराब न हो जाए इसके लिए विभागीय कर्मचारियों द्वारा पन्नी ढांककर सरकारी दस्तावेजों को सुरक्षित रखने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में बारिश का दौर प्रारंभ है यह समस्या कार्यालय के बहुत से कमरों में आ रही है, अधिक बारिश होने पर यह विभाग के लिए समस्या भी बन सकती है इस ओर वरिष्ठ अधिकारियों को ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
स्लैब डालते ही समस्या का समाधान हो जाएगा - मानेश्वर
इसके संबंध में चर्चा करने पर वैनगंगा संभाग बालाघाट के डीएम अनिल मानेश्वर ने बताया कि वैनगंगा संभाग का भवन 1959 में निर्माण किया गया है। जो टाइल्स लगे हैं वह कई जगह से टूट चुके हैं भवन में स्लैब डालने का प्राक्कलन शासन स्तर का है, स्लैब डालते ही समस्या का समाधान हो जाएगा। यह कार्यालय क्षतिग्रस्त नहीं है सीपेज होने की समस्या है, फाइलों के ऊपर पन्नी डाला गया है उससे फाइलें रिकॉर्ड सुरक्षित रहेंगे।