जिला निर्वाचन अधिकारी लापरवाह अधिकारियों पर करे ठोस कार्रवाई..
लालबर्रा।
बीते दिनों बालाघाट सिवनी मार्ग पर स्थित कंजई के एक ढाबे में निर्वाचन कार्य ( उडऩदस्ते) मैं तैनात  किए गए अधिकारी रेखचंद मनघटे एवं पुलिस कर्मी वाकडे द्वारा ड्यूटी के दौरान समय शाम 8 से 8:30 बजे ढाबे की तलाशी लेने के बाद संचालक को रंगदारी कर ढाबे में बैठकर दारु खोरी की गई एवं ढाबे वाले को खाने के पैसे नहीं दिए जाने वाले मामले में मीडिया द्वारा बालाघाट विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 111 में निर्वाचन कार्य में नियुक्त किए गए। रिटर्निंग अधिकारी गोपाल सोनी को उक्त गंभीर घटना से अवगत कराकर उनके व्हाट्सएप नंबर पर दारु खोरी का वीडियो भी मीडिया द्वारा पहुंचाया गया और समाचार का प्रकाशन कर जिला निर्वाचन अधिकारी का भी ध्यान आकृष्ट करने का प्रयास किया गया  लेकिन एक सप्ताह बीतने को आया परंतु निर्वाचन कार्य में लापरवाही दारु खोरी और ढाबे में बैठकर खाने अय्याशी करने वाले अधिकारी रेकचंद मन घटे और पुलिस कर्मी पर कोई कार्रवाई नहीं करना जिला प्रशासन और रिटर्निंग अधिकारी की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े करता है।
क्या था पूरा मामला.
मुख्यालय से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर बालाघाट सिवनी मार्ग पर स्थित ग्राम कंजई के एक ढाबे में निर्वाचन कार्य  उडऩ दस्ते में नियुक्त अधिकारी रेकचंद मनघटे, पुलिस कर्मी वाकडे, कैमरामैन आपकी रसोई में पहुंचे एवं वीडियोग्राफी की फिर पूछा कि शराब बेचते हो क्या ढाबे के कर्मचारियों ने कहा कि शराब दुकान पास में ही है जिसको पीना रहता है वह वहीं से शराब पीकर आ जाता है हम ढाबे में शराब नहीं बेचते और बैठाल कर शराब नहीं पिलवाते फिर मन घटे साहब ने बोला कि हमारी दारू की व्यवस्था करो और हम खाना भी यही खाएंगे। हमने भुंजी मछली लाए है  बनाकर दो ढाबे में काम करने वाले कर्मचारियों ने कहा कि साहब धंधे पानी कुछ नहीं है बोहनी भी नहीं हुई है साहब ने आदेश आत्मक आवाज में कहा कि हम खाली पाव पर भी केस बना देते हैं। दारू की व्यवस्था करो और रोटी भी लगाओ बेचारे ढाबे के कर्मचारी क्या करते साहब के लिए दारू की व्यवस्था कराये और निर्वाचन ड्यूटी में तैनात साहब स्टाफ  सहित भुंजी मछली और रोटी भी खाये और कहा कि हमारी ड्यूटी यही है हम रोज आएंगे और खाने के पैसे भी नहीं दिए। जब उक्त मामला मीडिया के पास आया तो मीडिया द्वारा वारासिवनी एसडीएम कामिनी ठाकुर को उक्त गंभीर मामले  से अवगत कराया गया और मामले को रिटर्निंग ऑफिसर 111 बालाघाट विधानसभा को अवगत कराया गया परंतु अभी तक निर्वाचन कार्य में लापरवाही, शराब खोरी और ढाबे में बैठकर रंगदारी कर अय्याशी करने वाले उडऩ दस्ते में तैनात अधिकारी  रेखचंद  मन घटे और पुलिस कर्मी पर कोई ठोस कार्रवाई न होना चिंता का विषय है क्योंकि आम व्यक्तियों को भी आदर्श आचार संहिता मे ऐसे कृत्य करने की अनुमति नहीं होती और निर्वाचन ड्यूटी में ऐसे कृत्य करने वाले अधिकारियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होना कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
गंभीर मामले में तत्काल हो निलंबन की कार्रवाई..
मीडिया से रूबरू होते हुए ढाबा संचालक ने उक्त दारू खोर और रंगदारी करने वाले अधिकारी पर निलंबन की कार्रवाई करने की मांग की है। साहब लोगों ने जैसी ढाबे की तलाशी ली और वीडियोग्राफी भी की तलाशी  के दौरान उन्हें अवैध कोई चीज मौके पर नहीं मिली ढाबे की तलाशी लेने के बाद में ढाबे के कर्मचारियों से रंगदारी कर शराब की व्यवस्था करने की बात घोर निंदनीय है मीडिया द्वारा पड़ताल की गई तो पाया कि उक्त अधिकारियों द्वारा  ढाबों में पहले तलाशी लि जाती है और बाद में धमकाकर शराब की व्यवस्था करने को कहा जाता है ऐसे भी ढाबे है जो नहीं चलते सुबह से लेकर शाम तक खाली ही रहते हैं जिसमें एक हम भी है और हां गरीबों को सताने वाले ऐसे अधिकारियों पर तत्काल निलंबन की कार्रवाई कर सेवा समाप्त की जाए ताकि ऐसे कृत्य दूसरों के लिए भी सबक हो गंभीर मामले पर क्या कहते हैं जिम्मेदार।
इनका कहना है
मामले  से संबंधित साक्ष्य और एफिडेविट प्रस्तुत कर दो तत्काल कार्रवाई कर देते हैं
गिरीश कुमार मिश्रा कलेक्टर  बालाघाट