बालाघाट। धसक रहे लोक सेवा केंद्र के भवन पर नही किसी का ध्यान
लोक सेवा केंद्र में आने वाले लोग हो रहे चोटिल
बालाघाट। कलेक्टर कार्यालय परिसर में बनाया गया लोक सेवा केंद्र का भवन महज कुछ सालों में ही क्षतिग्रस्त हो गया है जिसके कारण यहां कार्य करने वाले कर्मचारियों और कार्य कराने आने वाले लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। लोक सेवा केंद्र के इस भवन का निर्माण 7 वर्ष पूर्व ही हुआ था, निर्माण के 1 वर्ष बाद से ही भवन नीचे धसकना प्रारंभ हो गया था और यह भवन लगातार नीचे धसकते जा रहा है। जिस प्रकार से यह भवन क्षतिग्रस्त हो रहा है यहां कार्यरत कर्मचारियों में भय व्याप्त होने लगा है कर्मचारी इस बात से भयभीत होने लगे हैं कि धसकने के कारण यह भवन गिर ना जाए।
लाखों की लागत से बनाया गया था भवन
वर्तमान में आलम यह है कि लाखों की लागत से बनाए गए इस भवन की टाइल्स जगह-जगह से टूट कर क्षतिग्रस्त हो गई है साथ ही दीवारों में भी दरारे आ गई है। बताया जा रहा है कि इस भवन का निर्माण हाउसिंग बोर्ड द्वारा कराया गया था, वरिष्ठ अधिकारियों को इस समस्या के बारे में बताया जा चुका है लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिस प्रकार से लाखों रुपए की लागत से
इस भवन का निर्माण किया गया है और इस भवन में सही तरीके से भरन नहीं डाला गया जिसके कारण यह समस्या सामने आ रही है। इससे निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। निर्माण एजेंसी हाउसिंग बोर्ड द्वारा वैसे तो गुणवत्ता युक्त निर्माण किए जाते हैं लेकिन इस भवन के निर्माण के दौरान क्यों लापरवाही बरती गई यह सवाल खड़े होना लाजमी है।
बहुतायत लोग आते हैं लोक सेवा केंद्र में
यह बताएं कि जनता को प्रमाण पत्रों एवं दस्तावेजों के लिए शासकीय कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़े और इसी कार्यालय के जरिए सभी प्रकार के दस्तावेज प्राप्त हो जाए इसी मंशा से शासन द्वारा लोक सेवा केंद्र खोला गया था। परीक्षाओं के बाद नया शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो जाएगा, अभिभावकों को बच्चों का एडमिशन कराने विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी। यही नहीं इस लोक सेवा केंद्र में रोजाना ही बड़ी संख्या में लोग लोक सेवा केंद्र में रोजाना पहुंच रहे हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों के है संज्ञान में
यह भवन क्षतिग्रस्त हो जाने के बारे में जानकारी लोक सेवा केंद्र के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है फिर भी अभी तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। यहां सभी जगह की टाइल्स पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है बड़ी-बड़ी दरारे आ चुकी है फिर भी सुधार कार्य कराने किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। यहां आने वाले लोगों को कई बार चोटग्रस्त होते हुए देखा जा रहा है। आपको बताये कि इस भवन का निर्माण वर्ष 2015 में हाउसिंग बोर्ड द्वारा किया गया था निर्माण होने के 1 वर्ष बाद से ही यह भवन धसकना शुरू हो गया था। इस भवन की ओर जिला प्रशासन द्वारा जल्द ध्यान नहीं दिया गया और मरम्मत कार्य नहीं किया गया तो कोई दुर्घटना के घटित होने का अंदेशा बना हुआ है।