बालाघाट। गर्मी दिखाने लगी अपने तेवर
अप्रैल माह में ही 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा पारा
बालाघाट। होली पर्व समाप्त होते ही गर्मी ने अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है बीते 2 दिनों से गर्मी का अधिक एहसास होना प्रारंभ हो गया था, वही मंगलवार से गर्मी अधिक बढ़ गई लोगो को धूप से परेशान होते हुए देखा गया। मंगलवार को सुबह से ही गर्मी लगना प्रारंभ हो गया था सुबह के समय तापमान जहां 23 डिग्री सेल्सियस था वहीं बढ़ते-बढ़ते दोपहर में 40 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया था। धूप से बचने लोगो को छांव का सहारा लेते हुए देखा गया वहीं गमछे दुपट्टे बांधकर लोग अब बाहर निकल रहे हैं। वही गर्मी के इस मौसम में ठंडे पेय पदार्थों की मांग बढ़ जाती है गले को तर करने लोग ठंडे पेय पदार्थों का सहारा लेते हैं। वहीं दूसरी ओर लोगो द्वारा पंखे कूलर एवं एसी की व्यवस्था व मरम्मत कार्य कराना प्रारंभ कर दिया गया है।
ठंडे पेयजल की बढऩे लगी मांग
गर्मी के समय में ठंडे पेय पदार्थ की मांग बढ़ जाती है इसमें सबसे ज्यादा आवश्यक ठंडा पेयजल होता है। ठंडा पेयजल उपलब्ध न हो तो लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। जबसे अधिक गर्मी पड़ रही है तब से लोगों को पानी के लिए दोपहर के समय में परेशान होते हुए देखा जा रहा है। सार्वजनिक रूप से ठंडा पेयजल उपलब्ध ना होने के कारण लोगों को चाय दुकानों में जाकर या होटलों में जाकर पानी पीना पड़ रहा है।
नगर में अभी तक नहीं लगे प्याऊ
नगरपालिका प्रशासन द्वारा हर वर्ष शहर के विभिन्न जगहों में प्याऊ की व्यवस्था की जाती थी जिसमें लोग अपनी प्यास बुझाते थे। लेकिन इस वर्ष नगर में कहीं भी प्याऊ लगे नहीं दिखाई दे रहे हैं। यह कहे कि नगरपालिका प्रशासन द्वारा इस वर्ष उतनी गंभीरता नहीं दिखाई रही है। जितनी गर्मी इस समय पड़ रही है उसको देखते हुए प्याऊ की आवश्यकता इस समय लोगों द्वारा महसूस की जा रही है।
एक दो जगह में ही दिख रहे प्याऊ
नगरपालिका प्रशासन द्वारा हर वर्ष वैसे तो शहर के विभिन्न स्थानों में जगह-जगह प्याऊ लगाए जाते थे लेकिन इस वर्ष वर्तमान की स्थिति में दो ही जगह प्याऊ लगे हुए देखा जा रहा है जिनमें एक तो नगरपालिका कार्यालय के सामने एवं अवंती चौक में प्याऊ लगा होना बताया जा रहा है। इन दोनों ही जगहों में मटके तो लगा दिए गए हैं लेकिन उनमें कोई कर्मचारी पदस्थ नहीं किया गया है न हीं उनमें पानी भरा गया है, इसलिए यह कहा जा सकता है कि वह भी नाम मात्र के लिए साबित हो रहे हैं क्योंकि वह प्याऊ भी लोगों की प्यास नहीं बुझा रहा है जिसके कारण लोगों को प्याऊ के पास में आकर भी प्यासा ही लौटना पड़ रहा है।